हिमाचल में इन साइट पर शुरू हुआ पैराग्लाइडिंग का रोमांच, कुल्लू-मनाली में अभी करना होगा इंतजार
Himachal Paragliding Sites अंतर्राष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग साइट बीड़-बिलिंग मानव परिंदों के लिए खुल गई है हालांकि पहले दिन मौसम खराब रहा। धर्मशाला की इंद्रुनाग साइट पर टेक ऑफ व लैंडिंग स्थल ठीक होने के बाद ही उड़ानें शुरू होंगी। कुल्लू में 30 सितंबर तक पैराग्लाइडिंग प्रतिबंधित है। कांगड़ा के 17 ट्रैकिंग रूट पर भी पर्यटकों को इंतजार करना होगा।

जागरण टीम, धर्मशाला। अंतरराष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग साइट बीड़-बिलिंग को आधिकारिक रूप से मंगलवार को मानव परिंदों के लिए खोल दिया है। पहले दिन इस साइट पर मौसम प्रतिकूल होने से उड़ान नहीं हुई। एसडीएम बैजनाथ मौसम अनुकूल होने पर ही पैराग्लाइडर पायलटों को उड़ान भरने की अनुमति देंगे।
धर्मशाला के साथ लगती इंद्रुनाग पैराग्लाइडिंग साइट में उड़ान भरने के लिए पायलटों को इंतजार करना पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि यहां टेक आफ व लैंडिंग साइट भारी वर्षा के कारण खराब हो गई है।
पर्यटन विभाग ने एसडीएम व आपरेटरों से बैठक कर तय किया है कि इस साइट को पैराग्लाइडिंग के लिए तभी खोला जाएगा जब टेक आफ व लैंडिंग साइट पूरी तरह से दुरुस्त होगी।
कुल्लू में 30 सितंबर तक लगी रोक
मौसम की स्थिति को देखते हुए कुल्लू जिला प्रशासन ने 30 सितंबर तक पैराग्लाइडिंग व साहसिक खेलों पर प्रतिबंध लगाया है। मौसम साफ होने पर यह गतिविधियां शुरू की जाएंगी।
वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू करने से पहले होगा निरीक्षण
पर्यटन विभाग के अधिकारियों की टीम जलक्रीड़ा गतिविधियां आरंभ करने के लिए पौंग बांध स्थित अटल बिहारी वाजपेयी जलक्रीड़ा केंद्र साइट का इस सप्ताह निरीक्षण करेगी। यहां पर स्थिति सही पाए जाने के बाद ही जलक्रीड़ा गतिविधियां आरंभ की जाएंगी।
कांगड़ा के 17 ट्रैकिंग रूट की सैर के लिए अभी करें इंतजार
शाहपुर की धारकंडी से बड़ा भंगाल तक 17 ट्रैकिंग रूट में ट्रैकिंग के लिए पर्यटकों को अभी इंतजार करना पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि पहाड़ों पर लगातार वर्षा व भूस्खलन हो रहा है। पर्यटन विभाग जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक करेगा और मौसम अनुकूल होने पर निर्णय लेगा।
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प्रदेश मंत्रिमंडल की सोमवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया था कि पर्यटन विभाग में पंजीकृत सभी टेंडम पायलटों को 31 अगस्त 2026 या इससे पहले उड़ानों के दौरान पैराग्लाइडिंग सुरक्षा पाठ्यक्रम पूरा करना होगा ताकि पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
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