Himachal Landslide: नूरपुर के मिझग्रां में बेघर हुए 5 परिवार, भूस्खलन का आभास होते ही बरती सतर्कता, वरना हो सकता था नुकसान
Himachal Pradesh Landslide कांगड़ा जिले के नूरपुर में मिझग्रां पंचायत में भूस्खलन से पांच घर क्षतिग्रस्त हो गए। भारी बारिश के चलते हुए इस हादसे के बाद लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। प्रशासन द्वारा प्रभावितों को तिरपाल और राहत सामग्री वितरित की गई है। प्रभावित परिवारों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

रशपाल सिंह, राजा का तालाब (कांगड़ा)। हिमाचल प्रदेश में आफत की बरसात से जनजीवन बेहाल है। जिला कांगड़ा में नूरपुर विधानसभा क्षेत्र की पंचायत मिझग्रां के वार्ड नंबर पांच में भूस्खलन के कारण पांच घरों को नुकसान पहुंचा है तथा छह पशुशालाएं भी इसकी भेंट चढ़ गई हैं। इस भारी त्रासदी में घरों के अलावा लोगों का लाखों रुपये का नुकसान हुआ है, जिसका आकलन प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।
यह पंचायत नूरपुर व जवाली विधानसभा क्षेत्र के सीमावर्ती क्षेत्र में आती है। सूचना मिलते ही स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे तथा लोगों को शिफ्ट कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
जमीन धंसने से घरों में आ गई दरारें
जानकारी के मुताबिक इस वार्ड के लोगों को मंगलवार शाम पहाड़ी से मलबा आने व भू स्खलन होने का आभास हुआ। इसके तुरंत बाद इन पांच परिवारों के लोगों ने अपने घरों को खाली करना शुरू कर दिया। इसके कुछ ही समय बाद जमीन धंसने से घरों में दरारें आनी शुरू हो गई। इसके बाद बुधवार सुबह इन सभी घरों के लगभग 50 मीटर पीछे पहाड़ी का मलबा भी घरों तक आ गया, जिससे घरों को नुकसान हुआ है। अब परिवार अपने आस पड़ोस के घरों में आश्रय लिए हुए हैं।
इनके घर हुए क्षतिग्रस्त
सूचना मिलने पर पंचायत प्रधान सहित राजस्व विभाग की टीम ने मौके का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावित लोगों को प्रशासन की और से तिरपाल व राहत सामग्री दी गई है। प्रभावित चैन सिंह, बर्फी राम, कांटो देवी, माया देवी व जीवन सिंह के घरों को नुकसान पहुंचा है।
क्या कहते हैं प्रभावित
- घर के नजदीक भूस्खलन हुआ है । जिसके कारण हमारा घर भी चपेट में आया है। काफी नुकसान हुआ है। इस बारे में प्रधान को अवगत करवा दिया है और वह मौका देखना भी आए हैं । अब देखते हैं कि सरकार की तरफ से क्या मदद होती है।
-माया देवी।
- पिछले काफी दिनों से भारी बारिश हो रही है । जिसके कारण हमारे घर के पास भूस्खलन हुआ । इसकी चपेट में पांच घर आ गए और कुछ पशुशालाएं भी चपेट में आई हैं। जिससे काफी नुकसान हुआ है। अब रहने को सिर पर छत भी नहीं है।
-बंटी कुमार।
- भारी बारिश के चलते एकदम से भूस्खलन हुआ। हम अपनी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे । हमारा काफी नुकसान हमारा हुआ है। फिलहाल आस पड़ोस में सिर छुपाने को जगह मिली है, लेकिन अपने आशियानों की चिंता है, प्रशासन हमारी मदद करे।
-सागर सिंह।
- लगातार तेज बारिश के चलते गांव के उपर से पहाड़ी के खिसकने से मकान इसकी चपेट में आ गए हैं। लोगों का भारी नुकसान हुआ है। नुकसान देखकर ऐसा लगता है कि अब यह मकान रहने लायक नहीं बचे हैं। ऐसे में अब कई मुशिकलों का सामना करना पड़ेगा।
-जीवन सिंह।
हरसंभव मदद की जा रही
पंचायत प्रधान सुमन देवी ने कहा कि जैसे ही हमें सूचना मिली तो हम तुरंत यहां पहुंचे और मौका देखा है। इस वार्ड भारी नुकसान हुआ है। प्रशासन के सहयोग से सभी को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। प्रभावित लोगों की पंचायत द्वारा हर संभव मदद की जा रही है।
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प्रभावित सुरक्षित जगह शिफ्ट
हमने अपनी टीम सहित प्रभावित गांव का दौरा कर स्थिति का आकलन किया है। यह पूरा एरिया भू स्खलन की जद में आ गया है। सबसे पहले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। पांच मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा छह पशुशालाओं को भी नुक्सान हुआ है। सभी को तिरपाल इत्यादि राहत सामग्री वितरित कर दी गई है व इनकी हर संभव मदद की जाएगी।
-राधिका सैनी,तहसीलदार, नूरपुर।
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