Panchayat Election: चुनाव लड़ने के दावेदारों ने छुड़ाए नेताओं के पसीने, एक सीट पर कई ठोक रहे ताल
Himachal Panchayat Election पंचायती राज व नगर निकाय चुनावों का रोस्टर जारी होते ही चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों की होड़ लग गई है। हर कोई शख्स प्रधान बनना चाहता है। महिलाएं भी इस दौड़ में पीछे नहीं हैं जिससे राजनेताओं को सर्दी में भी पसीने छूटने लगे हैं।
ज्वालामुखी, जेएनएन। Himachal Panchayat Election, प्रदेश में पंचायती राज व नगर निकाय चुनावों का रोस्टर जारी होते ही चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों की होड़ लग गई है। हर कोई शख्स प्रधान बनना चाहता है। महिलाएं भी इस दौड़ में पीछे नहीं हैं, जिससे राजनेताओं को सर्दी में भी पसीने छूटने लगे हैं। क्योंकि एक सीट पर उनके समर्थक चार चार खड़े हो रहे हैं। जिससे उनके बीच में सामंजस्य बिठाकर एक व्यक्ति को खड़ा करके अन्य को समझा-बुझाकर बैठाना सबसे बड़ी मुसीबत बन गई है।
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हैरानी इस बात की है कि कोई भी मानने को तैयार नहीं है, ऐसे में राजनेताओं के समक्ष यह समस्या खड़ी हो गई है कि कैसे समझाएं जिसको मना करेंगे वह नाराज होकर बैठ जाएगा और आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ कर न केवल खुद चुनाव हारेगा बल्कि पार्टी समर्थित प्रत्याशी की हार का भी कारण बनेगा और जीवन भर उनका शत्रु बन जाएगा। इस स्थिति से निपटने के लिए राजनेता अब खुद सामने न आकर पार्टी के ही प्रमुख लोगों की कमेटियां बनाने लगे हैं, जो गांव-गांव में जाकर वहां के लोगों से मिलकर जीतने में सक्षम साफ-सुथरी छवि वाले और ईमानदार लोगों की सूची तैयार करने में लगे हैं।
ऐसे लोग जो विकास करवाने में सक्षम हों, शिक्षित हों और मिलनसार हों ऐसे लोगों को पार्टियां अपना प्रत्याशी बनाना चाहते हैं, ताकि उनकी जीत सुनिश्चित हो सके। जिससे सत्ता का सेमीफाइनल पंचायती राज व स्थानीय निकाय चुनाव में जीत हासिल कर सत्ता के फाइनल में पहुंचा जा सके।