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    बैजनाथ को छोड़ जिला भर में होगा रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के पुतलों का दहन

    By Jagran NewsEdited By: Richa Rana
    Updated: Wed, 05 Oct 2022 01:42 PM (IST)

    जिला भर में आज दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिला भर में एक क्षेत्र बैजनाथ को छोड़कर हर जगह रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। बैजनाथ में रावन के पुतले का दहन व लंका दहन नहीं किया जाता।

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    जिला भर में एक क्षेत्र बैजनाथ को छोड़कर हर जगह रावण के पुतले का दहन किया जाएगा।

    धर्मशाला, जागरण संवाददाता। जिला भर में आज दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिला भर में एक क्षेत्र बैजनाथ को छोड़कर हर जगह रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। बैजनाथ में रावन के पुतले का दहन व लंका दहन नहीं किया जाता। राज्यस्तरीय दशहरा उत्सव का आयोजन जयसिंहपुर में किया जा रहा है। जयसिंहपुर में इस पर्व पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। धर्मशाला पुलिस स्टेडियम में दशहरा का आयोजन हो रहा है 35 फीट ऊंचे रावन के पुतले का दहन किया जाएगा। धर्मशाला में रंगारंग आतिशबाजी का भी आयोजन होगा। धर्मशाला में ही पुलिस मैदान सहित गमरू मैदान, दाड़ी मैदान व जोराबर स्टेडियम में रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाएगा।

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    जिला भर में हो रहा भव्य आयोजन

    नूरपुर, पालमपुर, कांगड़ा, देहरा आदि बड़े शहरों में भी यह आयोजन होता आ रहा है। इस बार भी रावण के पुतलों का दहन किया जाएगा। कई पंचायतों व गांवों में ग्रामीण भी अपने स्तर पर भी आयोजन करते हैं। इस बार भी भव्य आयोजन हो रहा है। जयसिंहपुर में राज्यस्तरीय दशहरा उत्सव का आयोजन होता है। यहां पर 35 फीट का पुतला जलाया जाएगा। वहीं लंका दहन व रावण के पुतलों को जलाने के साथ-साथ आकर्षक आतिशबाजी भी होगी। राज्यस्तरीय दशहरा उत्सव के लिए पुतले हरियाणा के महेंद्र पाल ने बनाए हैं।

    बनेर नदी में दुर्गा माता की प्रतिमा का किया विसर्जन

    गगल, संवाद सहयोगी।  गगल एयरपोर्ट पर नवरात्रों के उपलक्ष में नौ दिन से चल रही दुर्गा माता की पूजा-अर्चना आज संपन्न हो गई। गगल एयरपोर्ट के डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह व वरिष्ठ प्रबंधक शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस बार भी गगल एयरपोर्ट पर नवरात्रों में दुर्गा माता की प्रतिमा की स्थापना होती है और नौ दिन पूजा-अर्चना की जाती है पूजा अर्चना के बाद सुबह कन्या पूजन और उसके बाद भंडारे का आयोजन किया जाता है और एयरपोर्ट के तमाम कर्मचारी व अधिकारी गण दुर्गा माता की प्रतिमा को एयरपोर्ट से बनेर तक शोभायात्रा के रूप में झांकी निकाली जाती है और फिर बनेर नदी में दुर्गा मां की प्रतिमा को विसर्जन किया जाता है।

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