Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हमीरपुर में अब मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला, प्रबंधन को आई कई बार मेल; जांच की तो सामने आई चौकाने वाली बात

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Tue, 09 Dec 2025 11:33 AM (IST)

    हमीरपुर के डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है। कॉलेज प्रबंधन को प्रशिक्षु डॉक्टर से रैगिंग की ई-मेल मिलने के बाद आंतरिक जांच ...और पढ़ें

    Hero Image

    हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में रैगिंग की शिकायत आई है। प्रतीकात्मक फोटो

    जागरण संवाददाता, हमीरपुर। जिला हमीरपुर में सैनिक स्कूल सुजानपुर के बाद अब मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है। डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कालेज हमीरपुर प्रबंधन को बार-बार प्रशिक्षु डाक्टर से रैगिंग की ई-मेल आने के बाद मामला गर्मा गया है।

    कालेज प्रबंधन ने जब आंतरिक जांच की तो पता चला कि प्रशिक्षु चिकित्सकों को संबंधित विभाग के एचओडी ने यह कहा गया था कि लैब में जो भी उपकरण उपयोग में लाए जा रहे हैं, उन्हें उसी जगह पर रखा जाए। 

    इसके बाद किसी ने ई-मेल के माध्यम से कालेज प्रशासन को यह शिकायत कर दी कि वहां रैगिंग हो रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जांच में क्या सामने आया

    मामला इतना बढ़ गया कि कालेज प्रबंधन को जांच बैठानी पड़ी। जांच में सामने आया है कि यह केवल एक टीचर और स्टूडेंट्स का मामला था, जिसे रैंगिग के साथ छोड़ दिया गया। कालेज प्रबंधन ने एसपी हमीरपुर के समक्ष मामला रखा है। अब साइबर सेल के माध्यम से यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर ई-मेल किसकी ओर से की गई थी।

    प्रिंसिपल बोले, कौन कर रहा बदनाम करने की कोशिश

    उधर, डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. रमेश भारती का कहना है कि जांच करने पर पाया गया कि एक ई-मेल पिछले माह व एक इस सप्ताह मिली है। ई-मेल किस माध्यम से और किसने भेजी है, इसको लेकर पुलिस विभाग से बात की गई है ताकि यह पता चल सके कि मेडिकल कालेज को रैगिंग के नाम पर कौन बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।

    120 प्रशिक्षु चिकित्सकों से की प्रबंधन ने बात

    ईमेल स्वास्थ्य उच्च अधिकारियों के नाम भी हैं। पुलिस अधीक्षक हमीरपुर के ध्यान में भी फर्जी ई-मेल का मामला रखा है। उन्होंने इस मामले को पुलिस विभाग के साइबर सेल शिमला को भेज कर पता लगाने की बात कही है। उन्होंने स्वयं 120 प्रशिक्षु चिकित्सकों से बातचीत की है। उन्होंने लिखित दिया है कि उन्होंने कोई भी रैगिंग शिकायत वाली ई-मेल उनके नाम नहीं लिखी है।

    यह भी पढ़ें: हिमाचल: क्रूरता की इंतहा, कुत्तों के आगे नोचने के लिए छोड़ दी जिंदा गाय; वायरल वीडियो के बाद जागा सिस्टम तो हुए कई खुलासे 

    यह भी पढ़ें: हिमाचल: कर्मचारियों को आठ तारीख को भी नहीं मिला वेतन, यूनियन ने दे दी आर-पार की लड़ाई की चेतावनी