Himachal News: केसीसी बैंक के एमडी का एक माह के भीतर ही क्यों हो गया तबादला, अलग तरह की चर्चाएं शुरू
KCC Bank News हिमाचल प्रदेश का कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक फिर से चर्चा में है। एक महीने के भीतर ही एमडी का तबादला हो गया है। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने केसीसीबी के एमडी को कार्यमुक्त करने का आदेश जारी कर दिया है। संदीप कुमार को पदमुक्त कर दिया गया है और जफर इकवाल को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।

जागरण संवाददाता, धर्मशाला। KCC Bank News, हिमाचल प्रदेश का कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सीमित (केसीसीबी) फिर सुर्खियों में आ गया है। एक माह के भीतर ही एमडी का तबादला हो गया है। मंगलवार को मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने केसीसीबी के एमडी को रिलीव करने का आदेश जारी कर दिया।
संदीप कुमार पदमुक्त किए
नगर निगम धर्मशाला के आयुक्त व स्मार्ट सिटी के प्रबंध निदेशक जफर इकवाल को केसीसीबी के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। इस पद पर तैनात 2010 के आइएएस संदीप कुमार को पदमुक्त किया है।
कुछ दिन पहले किया था बीओडी को भंग
कुछ दिन पहले ही बैंक की बीओडी को भंग किया था और विभिन्न बिंदुओं का हवाला देते हुए बीओडी सदस्यों को जवाब देने के लिए कहा था। बीओडी के सदस्यों ने जवाब देने के लिए छह अक्टूबर तक का समय मांगा है। इनमें से कुछ सदस्यों ने 30 सितंबर को जवाब दे दिया है।
कुछ समय पहले ही एमडी के पद पर संदीप कुमार को तैनात किया था। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ओटीएस मामले में दस्तावेज मांगे थे, जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय को उपलब्ध करवाया था और जांच जारी है। अब इस घटनाक्रम के बीच में अचानक से एमडी संदीप कुमार को रिलीव करने के आदेश आए हैं।
यह भी पढ़ें- KCCB की निलंबित BOD वित्तीय अनियमितता पर आखिर क्यों खामोश? तय समय के बाद भी नहीं दिया जवाब
तबादले के बाद तेज हुई चर्चाएं
एमडी संदीप कुमार के तबादले से लोगों में कई चर्चाएं हैं। संदीप कुमार ने एमडी का पदभार संभालने के बाद भंग हुई बीओडी व ओटीएस के मामलों पर उपभोक्ताओं को आश्वस्त किया था कि बैंक लाभ में है और ओटीएस को लेकर फैलाई जा रही बातों में न आएं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।