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    9 मार्च की रात 12 बजे से हिमाचल में थम जाएंगे बसों के पहिये, 72 घंटे के लिए चक्का जाम का एलान; जानिए क्या है वजह?

    Updated: Fri, 07 Mar 2025 12:59 PM (IST)

    हिमाचल (Himachal News) प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 9 मार्च से 72 घंटे का चक्का जाम करेंगे। इसके बाद भी अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। कर्मचारियों की मुख्य मांगों में 65 महीने के ओवरटाइम का भुगतान महंगाई भत्ते की किस्त जारी करना और संशोधित वेतनमान के सारे लाभ व एरियर जारी करना शामिल है।

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    हिमाचल में एचआरटीसी के कर्मचारी 72 घंटे हड़ताल पर रहेंगे। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल (Himachal News) प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। एचआरटीसी चालक परिचालक संघ नौ मार्च रात 12 बजे से बुधवार रात 12 बजे तक 72 घंटे का चक्का जाम करेगा।

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    उसके बाद भी निगम प्रबंधन मांगें नहीं मानेगा तो अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू होगी। प्रदेश में एचआरटीसी की 3180 बसें रोजाना 2684 रूट पर चलती हैं।

    संघ ने निगम के प्रबंध निदेशक को दिया नोटिस

    संघ ने निगम के प्रबंध निदेशक को नोटिस दे दिया है। इसमें कहा है कि नौ मार्च रात 12 बजे के बाद ऑनलाइन बुकिंग न की जाए। इससे पहले चालक परिचालक संघ के पदाधिकारियों ने वीरवार को शिमला के पुराने बस अड्डे पर गेट मीटिंग कर निगम प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।

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    आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के रात्रि भत्ते के लिए बजट जारी करने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक उसका भुगतान नहीं हुआ है।

    संघ के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने कहा कि 20 फरवरी को सरकार को मांगें पूरी करने का अल्टीमेटम दिया था। अब सरकार पांच करोड़ रुपये देने की बात कह रही है। उनकी 59 करोड़ रुपये की देनदारी एकमुश्त चुकता की जाए।

    प्रबंध निदेशक से बैठक में भी अड़ा रहा संघ

    संघ की चेतावनी के बाद निगम प्रबंधन हरकत में आ गया है। प्रबंध निदेशक डॉ. निपुण जिंदल ने वीरवार को संघ को वार्ता के लिए बुलाया। संघ अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने बताया कि तीन घंटे तक चली बैठक में मांगों पर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री की घोषणा का 59 करोड़ रुपये जारी नहीं हो जाता, आंदोलन वापस नहीं लेंगे।

    यह हैं मुख्य मांगें

    • 65 माह के ओवर टाइम का भुगतान किया जाए।
    • महंगाई भत्ते की किस्त जारी हो।
    • संशोधित वेतनमान के सारे लाभ व एरियर जारी किया जाए।
    • 4-9-14 का टाइम स्केल दिया जाए।
    • चालक और परिचालकों की पदोन्नतियां की जाएं।

    आज से जिला मुख्यालयों पर धरना देंगे पटवारी-कानूनगो

    वहीं, एक दूसरी खबर की बात करें तो प्रदेश में पटवारी एवं कानूनगो आज से जिला मुख्यालयों पर धरना देकर उपायुक्तों के माध्यम से सरकार को ज्ञापन सौंपेंगे।

    वीरवार को उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल यानी पेन डाउन स्ट्राइक छठे दिन भी जारी रही। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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