Manimahesh Yatra: 13 सेक्टर में बांटा क्षेत्र, हर श्रद्धालु की होगी जांच, यात्रा के दौरान इन 9 बातों का जरूर रखें ध्यान
Manimahesh Yatra 2025 मणिमहेश यात्रा 16 अगस्त से शुरू होगी जिसके लिए 800 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। यात्रा मार्ग को 13 सेक्टरों में बांटा गया है और सीमाओं पर जांच बढ़ा दी गई है। किसी भी आपदा से निपटने के लिए टोल-फ्री नंबर जारी किया गया है और बचाव दल तैनात किए गए हैं।

संवाद सहयोगी, चबा। Manimahesh Yatra 2025, उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के दौरान 800 से अधिक पुलिस व होमगार्ड के जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। पहले से सील जिला की सीमाओं पर यात्रा नजदीक आने पर चौकसी बढ़ा दी गई है। जन्माष्टमी का पर्व नजदीक आते ही बढ़ी यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने विभिन्न पड़ावों पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती कर दी है।
वहीं 16 अगस्त जन्माष्टमी से शुरू होने वाली अधिकारियों यात्रा के दौरान जिला मुख्यालय चंबा से मणिमहेश डल झील तक मार्ग में हर जगह खाकी का पहरा रहेगा। 16 अगस्त को होने वाले जन्माष्टमी के छोटे शाही स्नान से अधिकारिक यात्रा शुरू होगी, जो कि 31 अगस्त राधाअष्टमी तक चलेगी। अधिकारिक यात्रा शुरू होने से दो दिन पहले ही प्रदेशभर से पुलिस की अलग-अलग बटालियन के जवान मणिमहेश यात्रा के दौरान ड्यूटी पर तैनात हो जाएंगे। मौजूदा समय में चंबा पुलिस सहित होमगार्ड के जवान यात्रा के दौरान विभिन्न तरह की व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं।
13 सेक्टर बनाए गए
मणिमहेश ट्रस्ट व प्रशासन की ओर से यात्रा को लेकर लगभग तैयारियां पूरी कर ली हैं। यात्रा को लेकर जिला मुख्यालय चंबा से मणिमहेश तक 13 सेक्टर बनाए गए हैं। इसे लेकर करियां, धरवाला खड़ामुख, के अलावा लूणा से सावनपुर, सावनपुर से पट्टीनाला, पुराना बस स्टैंड से भरमाणी, चौरासी, हेलीपैड, बाड़ी और मलकोता, पट्टीनाला से सांधी, हडसर सेक्टर सांधी से हडसर, कुगती ब्रिज, हड़सर से धनछो सेक्टर, सुंदरासी सेक्टर धनछो से सुंदरासी, गौरीकुंड सेक्टर सुंदरासी से धामघोड़ी और गौरीकुंड, डल झील सेक्टर गौरीकुंड से लेकर डल झील तक बनाया है।
छनछो से डल झील सेक्टर तक चार अधिकारी व जवान तैनात रहेंगे
छनछो से डल झील सेक्टर तक चार-चार अधिकारियों और कर्मचारियों व अन्य सेक्टरों में तीन-तीन अधिकारी व कर्मचारियों के अलावा सुरक्षा जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा पुलिस की ओर से भरमौर व हड़सर में अलग से कंट्रोल रूम भी स्थापित किए हैं।
चेक पोस्ट पर जांच के बाद दिया जा रहा प्रवेश
जम्मू-कश्मीर के अलावा मणिमहेश यात्रा पर देश-विदेश के श्रद्धालु आते हैं। लिहाजा पुलिस की ओर से जम्मू-कश्मीर व अन्य राज्यों के साथ लगती सीमाओं सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। भद्रवाह से मणिमहेश यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सलूणी के लंगेर क्षेत्र में स्थापित चेकपोस्ट में चैकिग की जा रही है। इसके अलावा खैरी, तुनुहट्टी लाहडू में भी जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है।
आपदा की सूचना के लिए टोल फ्री नंबर जारी
यात्रा के दौरान किसी तरह की आपदा के समय श्रद्धालु आपदा प्रबंधन को टोल फ्री नंबर 1077 व वाट्सएप नंबर 98166-98166 पर जानकारी दे सकते हैं। यात्रा के दौरान किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबंधित खेल संस्थान भरमौर स्थित केंद्र के 60 जवान, एनडीआरएफ के 35 वहीं 36 लोग एसडीआरएफ के भी सेवाएं देंगे।
श्रद्धालुओं को इन बातों का रखना होगा ध्यान
- यात्रा के दौरान श्रद्धालु अपना पहचान पत्र साथ रखें।
- स्वास्थ्य जांच करवाने के बाद ही मणिमहेश यात्रा पर निकलना जरूरी।
- किसी भी तरह की स्वास्थ्य दिक्कत होने पर यात्रा पर जाने से करें परहेज
- डेढ़ माह से अधिक की गर्भवती व दमा बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों यात्रा से परहेज करना चाहिए।
- श्रद्धालु यात्रा के लिए प्रशासन की ओर से जो मार्ग निर्धारित किया है, उसी से यात्रा करें।
- किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए नजदीकी स्वास्थ्य शिविर में संपर्क करें।
- यात्रा के दौरान किसी भी तरह की आपदा, दिक्कत व परेशानी के चलते प्रशासन से संपर्क करें।
- बेस कैंप हड़सर से सुबह चार बजे से पहले और शाम पांच बजे के बाद यात्रा न करें।
- किसी भी प्रकार का नशा, द्रव्य, शराब, मास आदि का सेवन कर यात्रा न करें।
क्या कहते हैं अधिकारी
मणिमहेश यात्रा के दौरान 800 से अधिक पुलिस व होम गार्ड के जवान मुख्यालय से लेकर मणिमहेश तक जगह-जगह अपनी सेवाएं देंगे। अलग अगल बटालियन के यह लोग यात्रा शुरू होने से दो दिन पहले ही निर्धारित स्थलों पहुंच जाएंगे। जन्माष्टमी का पर्व नजदीक आते ही बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या के मध्य नजर यात्रा मार्ग पर जगह-जगह पुलिस सहित होम गार्ड के जवानों की तैनाती कर दी है।
-अभिषेक यादव पुलिस अधीक्षक चंबा।
मणिमहेश यात्रा को लेकर तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। यात्रा के मध्य नजर क्षेत्र को 13 सेक्टर में बांटा गया है। जहां कहीं भी कुछ कमियां हैं, उन्हें दुरूस्त किया जा रहा है। जन्माष्टमी के नजदीक आते ही ही सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ स्वास्थ्य सुविधाएं भी शुरू कर दी गई हैं। 16 अगस्त से शुरू होने वाली अधिकारिक यात्रा के दौरान किसी भी तरह की आपदा से निपटाने के लिए 131 पर्वतारोहरण संस्थान, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के जवान रहेंगे। इसके लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है।
-कुलवीर सिंह राणा एडीएम भरमौर।
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