विदेश में नौकरी के लिए पहुंचे चंबा के युवा बना लिए बंधक, आर्मी की मदद से बची जान; पुलिस के पास गिरोह का पर्दाफाश
चंबा के दो युवकों को विदेश में नौकरी का लालच देकर थाईलैंड में बंधक बनाया गया। माफिया गिरोह ने उनसे जबरन काम करवाया और फिरौती मांगी। थाईलैंड आर्मी की मदद से युवकों ने जान बचाई और भारतीय दूतावास ने उन्हें सुरक्षित वापस लाने में मदद की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

चंबा के दो युवकों को विदेश में नौकरी के नाम पर बंधक बना लिया गया। प्रतीकात्मक फोटो
संवाद सहयोगी, चंबा। हिमाचल प्रदेश चंबा के दो युवकों को विदेश में सुनहरे भविष्य का सपना दिखाकर थाईलैंड भेजा गया, लेकिन वास्तविकता एक भयावह फिल्म से कम नहीं थी। माफिया गिरोह ने नौकरी और अच्छे पैकेज का लालच देकर दोनों को बंधक बना लिया, उनसे जबरन काम करवाया और फिरौती की मांग की।
थाईलैंड आर्मी से मदद मांग कर जान बचाई
दोनों युवक म्यांमार-थाईलैंड सीमा तक भागे और थाई आर्मी के सामने आत्मसमर्पण कर जान बचाई। भारतीय दूतावास की मदद से दोनों युवकों को सुरक्षित वापस लाया गया।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी
पुलिस ने इस मामले में कठोर धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
पहले मामले में करन सिंह निवासी भालोगी ने शिकायत में बताया कि चंबा में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के दौरान उसकी मित्रता देवेंद्र उर्फ डिशु और उसके दो साथियों से हुई। उसे विदेश में अच्छी नौकरी दिलाने का वादा किया। 80,000 रुपये नकद ले लिए।
थाईलैंड एयरपोर्ट पर हथियारबंद लोग उठा ले गए
यश नामक व्यक्ति की मदद से करन को थाईलैंड भेजा। थाईलैंड एयरपोर्ट पर हथियारबंद लोग उसे उठा ले गए और बंदूक के दम पर कंपनी में काम करने को मजबूर किया।
माफिया ने परिवार से की पांच लाख की मांग
माफिया ने दावा किया कि उन्होंने करन को खरीदा है और उसके परिवार से पांच लाख रुपये की मांग की। मौका पाकर वह कुछ अन्य भारतीयों के साथ भाग निकला।
अमन से भी हुई इसी तरह ठगी
दूसरे मामले में अमन निवासी कर्मोग ने भी यही कहानी दोहराई। अमन ने बताया कि होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के दौरान उसकी भी जान-पहचान देवेंद्र, डिशु और दो साथियों से हुई। आरोपितों ने अमन से 77,000 रुपये नकद ले लिए। थाईलैंड पहुंचते ही अमन को भी हथियारबंद गिरोह ने उठा लिया। इस मामले में एसपी विजय कुमार सकलानी ने बताया कि मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।