हिमाचल में पैराग्लाइडिंग के नियम हुए कड़े, पायलटों को प्रशिक्षण भी देगा प्रशासन, इन 3 दस्तावेज के बिना उड़ान भरी तो नपेंगे
Himachal Paragliding Rules बिलासपुर में पैराग्लाइडिंग को लेकर प्रशासन ने नियम सख्त कर दिए हैं। बिना लाइसेंस और बीमा के उड़ान भरने पर कार्रवाई होगी। जिला समिति से स्वीकृति लेना अनिवार्य है। प्रशासन स्थानीय युवाओं को पायलट प्रशिक्षण देने के लिए आर्थिक मदद भी करेगा। बिलासपुर को सुरक्षित एयरो स्पोर्ट्स केंद्र बनाने का लक्ष्य है।

जागरण संवाददाता, बिलासपुर। Himachal Paragliding Rules, हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर में वाटर स्पोटर्स को बढ़ावा देने के साथ-साथ जिला प्रशासन पैराग्लाइडिंग के उत्थान पर भी फोक्स कर रहा है। बंदला घाटी टेक आफ साइट को आधार बनाकर बिलासपुर में पैराग्लाइडिंग गतिविधियों को बढ़ावा मिला है।
इसी का परिणाम है कि गत मार्च माह के दौरान बिलासपुर में अंतरराष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी कप का आयोजन हुआ है।
प्रशासन ने सख्त किए नियम
अब बिलासपुर में पैराग्लाइडिंग को लेकर प्रशासन ने नियम सख्त करने का निर्णय लिया है। अब पैराग्लाइडिंग शिविरों या प्रशिक्षण के दौरान वही पायलट उड़ान भर सकेंगे, जिनके पास मान्य लाइसेंस, बीमा और बंधपत्र (बान्ड) होंगे और इनकी जांच की जाएगी।
जिला समिति से स्वीकृति जरूरी
बुधवार को एयरो स्पोर्ट्स से जुड़ी जिलास्तरीय समिति की बैठक उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में यह फैसला लिया गया कि बिलासपुर जिले में पैराग्लाइडिंग की किसी भी गतिविधि या प्रशिक्षण शिविर शुरू करने से पहले जिला समिति से स्वीकृति लेना जरूरी होगा।
समिति में ये होंगे सदस्य
इस समिति के अध्यक्ष डीसी बिलासपुर होंगे। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मनाली स्थित पर्वतारोहण और संबद्ध खेल संस्थान (अभिमास) के निदेशक, जिला पर्यटन अधिकारी, वन मंडल अधिकारी, संबंधित एसडीएम और स्थानीय एयरो स्पोर्ट्स संघ के प्रतिनिधि भी सदस्य होंगे।
पायलटों के शुल्क पर भी चर्चा की
बैठक में पायलटों से लिए जाने वाले न्यूनतम शुल्क और फीस संरचना पर भी चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन स्थानीय युवाओं को पायलट प्रशिक्षण देने के लिए आगे आएगा। शुरुआती दौर में प्रत्येक बैच से एक-एक पायलट को जिला प्रशासन की ओर से आर्थिक मदद देकर प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि बिलासपुर के अधिक से अधिक युवा एयरो स्पोर्ट्स से जुड़ें और उन्हें रोजगार के अवसर भी मिलें।
उन्नत पायलट प्रशिक्षण में जुटेंगे 70 प्रशिक्षु
उन्होंने बताया कि बिलासपुर में पहली अक्टूबर तक उन्नत पायलट प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसमें हिमाचल प्रदेश के लगभग 70 पेशेवर पायलट भाग ले रहे हैं। इसमें हिमाचल के अलावा जम्मू-कश्मीर से भी 20 से अधिक पायलट हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रशिक्षण के बाद 12 से 15 अक्टूबर तक पुणे की एक संस्था भी बिलासपुर में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगी। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि बिलासपुर को एक सुरक्षित और सुव्यवस्थित एयरो स्पोर्ट्स केंद्र के रूप में विकसित किया जाए। इससे न केवल स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार मिलेगा बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
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ये रहे उपस्थित
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक संदीप धवल, अतिरिक्त उपायुक्त ओमकांत ठाकुर, सहायक आयुक्त नरेंद्र अहलूवालिया, जिला पर्यटन अधिकारी रजनीश शर्मा अभिमास संस्थान मनाली के प्रभारी गिमौर सिंह, कलूर पैराग्लाइडिंग संघ के अध्यक्ष पुनीत चंदेल तथा पर्यटन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
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