Move to Jagran APP

यमुनानगर: मूलभूत सुविधाओं से जूझ रही 24 कॉलोनियों को नगर निगम करेगा नियमित, शहरी निकाय विभाग को भेजा प्रस्ताव

यमुनानगर नगर निगम (Yamunanagar Municipal Corporation) 92 कॉलोनी के बाद 24 नई कॉलोनियों को नियमित करने की तैयारी में है। इसके लिए नगर निगम ने शहरी स्थानीय निकाय विभाग को लिस्ट भेज दी है। वहीं इन नई कॉलोनी के बनने से लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया होनी शुरू हो जाएंगी। वहीं मेयर का कहना है कि जल्द ही शहरी स्थानीय निकाय विभाग से मंजूरी मिलने की उम्मीद है।

By Sanjeev kumarEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Sun, 24 Sep 2023 06:20 PM (IST)
Hero Image
शहर में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचे मेयर मदन चौहान।
यमुनानगर, संजीव कांबोज: 92 कॉलोनियों के बाद 24 नई कॉलोनियों को नियमित किए जाने की तैयारी है। नगर निगम ने इनकी लिस्ट शहरी स्थानीय निकाय विभाग को भेज दी है। शहरी की अन्य कॉलोनियों को नियमित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। सरकार की ओर से निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाली कालोनियों को नियमित कर दिया जाएगा। इससे पहले नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी की 69 कॉलोनियों को नियमित किया गया था। इन कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं दिए जाने की शुरुआत भी हो चुकी है। बता दें कि इन कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित कर शहर की सरकार बड़े वोट बैंक को साधने का प्रयास किया जा रहा है। इनमें से अधिकांश कॉलोनियां रादौर विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आती हैं।

पहले ये कॉलोनियां हो चुकी नियमित

नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी एरिया में बसी विभिन्न अवैध कॉलोनियों को नियमित किए जाने को लेकर निगम प्रशासन लगातार प्रयास है। साल 2018 में कॉलोनियों को नियमित किए जाने की शुरुआत हुई थी। सबसे पहले 69 कॉलोनियों को नियमित किया गया था। इन कॉलोनियों में विकास कार्यों के टेंडर की शुरुआत हो चुकी है। उसके बाद नगर निगम की ओर से 42 कॉलोनियों की लिस्ट शहरी स्थानीय निकाय विभाग को भेजी गई। इनमें से 35 कॉलोनियां नियमित हुई। ये कॉलोनियां नियमित होने के बाद 52 कॉलोनियों की लिस्ट भेजी गई। इनमें से 36 कॉलोनियां नियमित हुई। अब 24 कॉलोनियों की लिस्ट शहरी स्थानीय निकाय विभाग को भेजी गई। अन्य कॉलोनियों को नियमित किए जाने के लिए सर्वे चल रहा है। उम्मीद है जल्दी ही और भी कॉलोनियां नियमित होंगी।

पहले निगम स्तर पर सर्वेक्षण

कॉलोनियों को नियमित किए जाने से पहले नगर निगम स्तर पर सर्वेक्षण किया जाता है। कॉलोनियों में सड़कों चौड़ाई, एरिया व घरों के ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन तारों सहित अन्य कई पहलुओं की जांच की जाती है। जो कॉलोनियां नियमों को पूरा करती हैं, उनको नियमित कर दिया जाता है। नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी के साथ-साथ बीते दिनों नपा साढौरा की कॉलोनियों को भी नियमित किया जा चुका है, लेकिन नपा रादौर की एक भी कॉलोनी को नियमित नहीं किया गया। रादौर विधानसभा क्षेत्र में आने वाली नगर निगम की कई कॉलोनियां नियमित हो चुकी हैं।

ये भी पढ़ें: हरियाणा के इस जिले को मिल रही मेडिकल कॉलेज की सौगात, CM मनोहर कल करेंगे भूमि पूजन; 3 राज्यों को मिलेगा लाभ

ये सुविधाएं मिल सकेंगी

नगर निगम एरिया में अवैध रूप से कालोनियों को काटे जाने का सिलसिला बे-रोकटोक जारी है। इनमें मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। हालांकि, कुछ कालोनियों में अमृत योजना के तहत सीवरेज लाइनें जरूर बिछा दी गई, लेकिन सड़कें कच्ची पड़ी हैं। स्ट्रीट लाइट और पेजयल की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। सस्ते के लालच में लोग यहां प्लॉट खरीद लेते हैं। कलोनाइजरों की ओर से सुविधाएं देने का आश्वासन भी दिया जाता है, बाद में इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता है। अवैध रूप से काटी जा रही कुछ कालोनियों में जिला नगर योजनाकार विभाग की ओर से पीला पंजा भी चलाया जा चुका है।

नहीं मिल पाई मूलभूत सुविधाएं

नगर निगम के मेयर मदन चौहान ने कहा कि निगम क्षेत्र में ऐसी कॉलोनियों की संख्या कम नहीं हैं जो 25-30 वर्ष से बसी हुई हैं। इनमें मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। सड़कें कच्ची पड़ी हैं। पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं हैं। कॉलोनीवासियों की शिकायत यह है कि जब वे निगम को हर तरह का टैक्स अदा कर रहे हैं तो उनको मूलभूत सुविधाओं से महरूम क्यों रखा जा रहा है। जन प्रतिनिधि कई बार इनके विरोध का सामना भी कर चुके हैं। क्योंकि ऐसी अधिकांश कालोनियों में लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं। शहर की हर कालोनी में मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाना ही हमारी प्राथमिकता है। इसी को लेकर कॉलोनियों को नियमित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इससे पहले भी नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी की सर्वाधिक कॉलोनियों को नियमित किया जा चुका है।

ये भी पढ़ें: Asian Games: भिवानी के ASI की बेटी प्रीति पंवार ने मुक्केबाजी में दिखाया जलवा, हार्ड हिटिंग से जीतेंगी गोल्ड!

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।