Asian Games: भिवानी के ASI की बेटी प्रीति पंवार ने मुक्केबाजी में दिखाया जलवा, हार्ड हिटिंग से जीतेंगी गोल्ड!
Asian Games भिवानी की मुक्केबाज प्रीति साई पंवार ने दो राउंड में एकतरफा जीत हासिल करने के बाद अपना प्रतिभा का परिचय दिया। वहीं अब उनका मुकाबला 30 सितंबर को कजाकिस्तान के खिलाड़ी से होगा। वहीं भिवानी के एएसआई ने अपनी बेटी की कामयाबी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनकी बेटी देश के लिए जरूर गोल्ड लेकर आएगी।
सुरेश मेहरा, भिवानी: हरियाणा पुलिस में एएसआई सोमबीर की हार्ड हिटर मुक्केबाज बेटी प्रीति साई पंवार ने अपनी पहली ही फाइट में अपने जज्बे का कमला दिखा दिया। पहले मुकाबले में जॉर्डन की अलाहसनात को तीसरे राउंड में रिंग से बाहर कर दिया। अपने 54 किलो भार वर्ग के मुकाबले के पहले दो राउंड में भिवानी की यह मुक्केबाज 5-0, 5-0 अंकों से आगे रही। तीसरे राउंड का मुकाबला रेफरी ने रोक दिया और प्रीति को विजेता घोषित कर दिया।
भिवानी की इस मुक्केबाज का अगला मुकाबला 30 सितंबर को कजाकिस्तान की मुक्केबाज से होगा। यह मुकाबला अहम इसलिए भी होगा कि जिस मुक्केबाज से मुकाबला होगा वह एशियन चैंपियनशिप की गोल्ड मेडलिस्ट है।
भिवानी के गांव बडेसरा की हार्ड हिटर एशियन गेम्स में पहली बार एंट्री की शुरूआत भी दमदार रही। इस मुक्केबाज से विशेष उम्मीद इसलिए भी हैं कि एशियन गेम्स के लिए अर्जुन अवार्डी से लेकर चार-चार बार की नेशनल चैंपियन मुक्केबाजों को हराकर एशियन गेम्स में पहुंची है। साल 2017 में इस मुक्केबाज ने खेलना शुरू किया था और उसके बाद पीछे मुड़ कर नहीं देखा। इन्होंने नामी गिरामी मुक्केबाजों को हराकर खुद को साबित किया है। अब एशियन गेम्स में भी वह खेल प्रेमियों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगी इसका खेल प्रेमियों को भरोसा है।
कोच की प्रेरणा लेकर अब निकली लक्ष्य पाने की राह पर
54 किलो भार वर्ग में खेलने वाली मुक्केबाज प्रीति साई पंवार की प्रेरणा उनके कोच विनोद राजा हैं। उनसे ही वह बॉक्सिंग की बारीकियां सीखकर एशियन गेम्स की रिंग में दो-दो हाथ करने के लिए पहुंची है। यहीं से वह ओलंपिक का टिकट भी पक्का करेंगी ऐसा उनके कोच और स्वजन को भी भरोसा है। एशियन गेम्स तक के सफर तक पहुंचने के लिए उन्होंने कई नामी गिरामी खिलाड़ियों को रिंग से बाहर किया है। इनमें रोहतक की चार बार की नेशनल चैम्पियन और जुलाना की अर्जुन अवार्डी मुक्केबाज शामिल हैं।
भिवानी की विश्व की गोल्ड मेडलिस्ट को भी वह रिंग से बाहर कर चुकी हैं। उनका लक्ष्य एशियन गेम्स और ओलंपिक जैसे खेल महाकुंभ में पदक जीतना है।
पंजों के बल आगे बढ़ प्रतिद्वंद्वी पर करती हैं वार
प्रीति पंवार पहली बार एशियन गेम्स की मुक्केबाजी रिंग में उतरी तो अपने चिर परिचित अंदाज में हार्ड हिटिंग शुरू कर दी। उनके सामने जॉर्डन की मुक्केबाज टिक नहीं पाई। कोच विनोद राजा ने बताया कि रिंग में पंजों के बल आगे बढ़ कर जब गांव बडेसरा की यह हार्ड हीटर प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज पर वार करती हैं तो वह उसके सामने टिक नहीं पाती। ऐसा उन्होंने अपने पहले मुकाबले में करके भी दिखा दिया है। आने वाले दूसरे मुकाबलों में भी वह इसी अंदाज में आगे बढ़ते हुए गोल्डन पंच लगाएंगी।
माता-पिता बोले-बेटी खेल प्रेमियों की उम्मीदों पर उतरेगी खरा
मुक्केबाज प्रीति के पिता एएसआई सोमबीर सिंह और मां शमीन देवी ने कहा कि बेटी पर पूरा भरोसा है। वह एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने के साथ ओलिंपिक के लिए भी टिकट पक्का करेंगी। हमें बेटी पर गर्व है। हरियाणवी खिलाड़ियों एशियन गेम्स में अच्छी शुरूआत की है। प्रदेश बॉक्सिंग संघ के अध्यक्ष मेजर सत्यपाल सिंधु और सचिव रविंद्र पानू ने हरियाणवी खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।