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दुर्घटना संभावित 61 प्वाइंट का निरीक्षण कर खामियां दूर करेगी कमेटी

सड़कों पर जिन 61 दुर्घटना संभावित जगहों पर सबसे ज्यादा हादसों में लोगों की जान जाती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 05:32 AM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 05:32 AM (IST)
दुर्घटना संभावित 61 प्वाइंट का निरीक्षण कर खामियां दूर करेगी कमेटी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सड़कों पर जिन 61 दुर्घटना संभावित जगहों पर सबसे ज्यादा हादसों में लोगों की जान जाती है उसकी खामियों को अब संबंधित विभागों के एचओडी मिलकर दूर करेंगे। इससे एक तो एचओडी की जिम्मेदारी बढ़ेगी और साथ ही उन्हें यह भी पता रहेगा कि किस सड़क में क्या खामी है। वे छोटे कर्मचारियों पर जिम्मेदारी नहीं डाल सकेंगे। दुर्घटनाओं को कम करने के लिए पीडब्ल्यूडी, एनएचएआइ, नगर निगम, मार्केटिग बोर्ड और वन विभाग के एचओडी की एक संयुक्त कमेटी बनाई जाएगी। ये अधिकारी एक-एक प्वाइंट पर जाकर देखेंगे कि उनसे संबंधित वहां कौन सा काम होना है। अपने कर्मचारियों को आदेश देकर खामी को दूर किया जाएगा। सात माह में 91 मौत, 159 घायल

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एक जनवरी से लेकर 31 जुलाई 2020 तक सात माह में जिला में 206 सड़क हादसे हुए। इन हादसों में 91 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा जबकि 159 घायल हो गए। जबकि गत वर्ष सड़क हादसे, मौत व घायलों का आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा था। क्योंकि मार्च माह में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन हो गया था। तीन माह तक तो लोग अपने घरों से नहीं निकले। सड़कों पर वाहन नहीं चले। इसलिए हादसे भी कम हुए। एक जनवरी से 31 मार्च तक तीन माह में हुए हादसों पर गौर करें तो 76 हादसों में 33 लोगों की जान गई ओर 64 घायल हुए। अगली मीटिग से पहले देनी होगी रिपोर्ट

अक्टूबर माह में रोड सेफ्टी की मीटिग होगी। इसलिए उस मीटिग से पहले उक्त विभागों के एचओडी को अपनी रिपोर्ट एडीसी कम आरटीए सचिव को देनी होगी कि उन्होंने दुर्घटना संभावित स्थानों पर क्या काम किया है। जो काम नहीं हो पाए उसका कारण क्या रहा। ऐसा पहली बार हुआ है जब जिला प्रशासन सड़क दुर्घटनों व खामियों को दूर करने के प्रति इतना गंभीर है। बीते माह हुई मीटिग के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी भी अलर्ट दिख रहे हैं। सड़कों पर चेतावनी बोर्ड, सूचना बोर्ड, सड़कों पर कैटआइ लगाने व अन्य उपायों पर काम किया जा रहा है। कोहरे में होते हैं ज्यादा हादसे

अगले माह से सर्दी शुरू हो जाएगी। नवंबर से जनवरी तक जो घना कोहरा पड़ता है उसमें सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। क्योंकि कोहरे में कुछ भी दिखाई नहीं देता। खासकर रात को। वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगे हों, सड़कों पर सेंटर और एज लाइन, कैटआइ व ब्रेकर पर पेंट हो तो हादसों को कम किया जा सकता है। क्योंकि सर्दी आने में कुछ ही समय बचा है तो संबंधित विभागों के अधिकारियों को अभी से तैयारी करनी होगी।

एचओडी की कमेटी बनेगी : रणजीत कौर

एडीसी कम आरटीए सचिव रणजीत कौर ने बताया कि 61 दुर्घटना संभावित जगहों की खामियों को दूर करने के लिए संबंधित विभागों के एचओडी की कमेटी बनाई है। कमेटी मौके पर जाकर खामियों का निरीक्षण करेगी और इन्हें दूर कर अपनी रिपोर्ट देगी। सड़क सुरक्षा में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


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