सोनीपत में कुश्ती के दंगल में कत्ल... अखाड़ा संचालक की गोली मारकर हत्या, बेटे से कहा- तेरा नंबर बाद में आएगा
सोनीपत के कुंडल गांव में महाशिवरात्रि के मौके पर आयोजित दंगल में एक अखाड़ा संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक पर सवार होकर आए दो युवकों ने वारदात को अंजाम दिया। पहलवान और दर्शक अपनी जान बचाकर भाग निकले। घायल को अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों ने प्लॉट के विवाद में हत्या करने का आरोप लगाया है।

संवाद सहयोगी, खरखौदा (सोनीपत)। महाशिवरात्रि पर सोनीपत के गांव कुंडल में दंगल में कुश्ती देख रहे अखाड़ा संचालक की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। बाइक पर आए दो युवकों ने चेहरे व पेट में गोलियां मारकर वारदात को अंजाम दिया। जिस समय हत्या की गई उस समय 1000-1200 लोग दंगल में कुश्ती देख रहे थे।
बताया गया कि गोलियां चलते ही पहलवान और दर्शक अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले। घायल को खरखौदा के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक के चाचा ने गांव के युवक व उसके भांजे के खिलाफ शिकायत दी है। परिजनों ने प्लॉट के विवाद में हत्या करने के आरोप लगाए हैं।
गांव सोहटी के पहलवान 38 वर्षीय राकेश राणा सोहटी धाम में अखाड़ा चलाते थे। वह गोहाना के गांव बनवासा में आर्यन के नाम से स्कूल व अकादमी भी चलाते थे। राकेश राणा बुधवार को गांव कुंडल के सरकारी स्कूल में महाशिवरात्रि पर आयोजित दंगल में अपने बेटे आर्यन के साथ कुश्ती देखने गए थे। उसका बेटा आर्यन भी पहलवान है।
(अखाड़ा संचालक राकेश का फाइल फोटो। जागरण फोटो)
बुधवार शाम दंगल में 1000-1200 से अधिक लोग दंगल देख रहे थे। तभी बाइक पर सवार होकर दो युवक दंगल में पहुंचे। उन्होंने बेटे आर्यन की कुश्ती देखने को उठे राकेश राणा पर फायरिंग कर दी। इस दौरान दो गोलियां राकेश के पेट में व एक चेहरे पर मुंह के पास लगी। इससे वह लहूलुहान होकर गिर गए।
हथियार लहराते हुए फरार हो गए आरोपी
वहीं, फायरिंग होते ही दंगल में पहलवान और दर्शक अपनी जान बचाने के लिए स्कूल की चारदीवारी कूदकर भाग निकले। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर भीड़ के बीच हथियार लहराते हुए फरार हो गए।
सूचना के बाद खरखौदा थाना पुलिस ने गांव कुंडल में घटनास्थल का मुआयना किया। परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव के ही मनोज और उसके भांजे ने राकेश राणा की हत्या की है। उनका राकेश से प्लॉट को लेकर विवाद चल रहा था। छह महीने पहले भी दोनों का झगड़ा चल रहा था।
बेटे से कहा- तू अभी जा, तेरा नंबर बाद में आएगा
उधर, अखाडा संचालक की गोली मारकर हत्या के मामले में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पिता पर हमला होता देख बेटा आर्यन भी अपने पिता को बचाने आया तो हमलावरों ने पिस्टल तानकर उससे कहा कि तू अभी जा, तेरा नंबर बाद में आएगा। राकेश अपने 10 वर्षीय बेटे आर्यन को दंगल में कुश्ती लड़वाने के लिए लेकर पहुंचे थे। राकेश की हत्या के आरोप परिवार के लोगों पर ही लग रहे हैं।
बताया गया कि राकेश के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। वह अपने पिता का इकलौता बेटा था, मृतक राकेश की एक बहन है। राकेश के दादा अमर सिंह भी नामी पहलवान रह चुके हैं। वारदात के बाद से ही परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
रोहतक में रहता है परिवार, सोहटी धाम में है अखाड़ा
बीते कई वर्ष से राकेश राणा ने गांव में न रहकर रोहतक में अपनी रिहायश की हुई है, वहीं पर रहते हुए वह सोहटी धाम में अपना अखाड़ा चलाते थे। जहां से राकेश राणा बुधवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर कुंडल गांव में आयोजित किए जा रहे दंगल में पहुंचे थे। इसी दौरान हुए हमले में उनकी जान चली गई।
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