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Farmers Protest : पंजाब से मिला दिल्ली पुलिस को सबसे बड़ा चैलेंज, लक्खा सिधाना बोला- आ रहा हूं कुंडली बॉर्डर

Lakha Sidhana News वीडियो में लक्खा ने कहा कि वह भी साथियों के साथ नौ अप्रैल को ही संगरूर के मस्तुआना साहिब गुरुद्वारा से दिल्ली (कुंडली बार्डर) के लिए चलेगा और बड़ी संख्या में युवाओं के साथ आंदोलन में शामिल होगा।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 08 Apr 2021 04:30 PM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 05:00 PM (IST)
Farmers Protest : पंजाब से मिला दिल्ली पुलिस को सबसे बड़ा चैलेंज, लक्खा सिधाना बोला- आ रहा हूं कुंडली बॉर्डर
Lakha Sidhana News: 26 जनवरी को लाल किले पर झंडा फहराने का आरोपित है सिधाना।

सोनीपत [संजय निधि]। Lakha Sidhana News: 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा का आरोपित लक्खा सिधाना ने ऐलान किया है कि वह 10 अप्रैल को 24 घंटे के लिए केएमपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेस-वे को जाम करने के आंदोलन में शामिल होगा। सिधाना पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। उसने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर पंजाब के लोगों से बड़ी संख्या में कृषि कानूनाें के विरोध में चल रहे आंदोलन और 10 अप्रैल के रोड जाम में शामिल होने की अपील की।

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नौ अप्रैल को कुंडली बाॅर्डर के लिए चलेगा लक्खा

अपनी वीडियो में लक्खा ने कहा कि वह भी साथियों के साथ नौ अप्रैल को ही संगरूर के मस्तुआना साहिब गुरुद्वारा से दिल्ली (कुंडली बार्डर) के लिए चलेगा और बड़ी संख्या में युवाओं के साथ आंदोलन में शामिल होगा। उसने कहा कि अगर सरकार से मांगें मनवानी है तो उस पर दबाव बनाना होगा और दबाव बनाने के लिए आंदोलन तेज करना होगा। लक्खा सिधाना के आने की सूचना पर पुलिस-प्रशासन भी सतर्क हो गया है। 

Farmers Protest : पंजाब से मिला दिल्ली पुलिस को सबसे बड़ा चैलेंज, लक्खा सिधाना बोला- आ रहा हूं कुंडली बॉर्डर

पुलिस ने कहा- नहीं मिली कोई इनपुट

हालांकि, पुलिस की ओर से इस संबंध में किसी तरह की जानकारी होने से इनकार किया जा रहा है। उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने बताया कि फिलहाल लक्खा के आने के संबंध में कोई इनपुट नहीं है। यदि पुलिस का इनामी आरोपित यहां आता है तो पुलिस नियमानुसार कार्रवाई जरूर करेगी।

पहले किया परहेज, अब भीड़ जुटाने का सहारा

दिल्ली और लाल किले पर हुई हिंसा के बाद आंदोलन कमजोर पड़ने लगा था। आंदोलन स्थल भीड़ कम हो गई। इसके बाद संयुक्त मोर्चा ने हिंसा के लिए लक्खा सिधाना और दीप सिद्धू को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि इनसे माेर्चा का कोई वास्ता नहीं है और इन्होंने सरकार के इशारे पर आंदोलन को खराब करने की साजिश की है। इसके बाद आंदोलन स्थल से युवाओं की भीड़ कम होने लगी और आंदोलन बिखरता दिखने लगा तो मोर्चा ने कुछ पहले ही ऐलान कर दिया कि उन्हें सिधाना से कोई आपत्ति नहीं है। हिंसा सरकार की साजिश थी। यदि सिधाना आंदोलन स्थल पर आना चाहे तो स्वागत है। यही नहीं माेर्चा ने चेतावनी भी कि पुलिस सिधाना को गिरफ्तार करने की कोशिश न करे।

यह भी जानें-

- 26 जनवरी को लाल किले पर झंडा फहराने का आरोपित है सिधाना

- पुलिस ने रखा है एक लाख का इनाम

- 9 अप्रैल को संगरूर के मस्तुआना साहिब गुरुद्वारा से बड़ी संख्या में युवाओं के साथ कुंडली बार्डर आने का ऐलान

- इंटरनेट मीडिया पर डाला वीडियो

-पंजाब के लागों से लोगों से बड़ी संख्या में आंदोलन स्थल पर पहुंचने का आह्वान

- 10 अप्रैल को 24 घंटे के लिए केएमपी एक्सप्रेस-वे जाम करने के आंदोलन में शामिल होने की बात कही

- सरकार पर बातचीत का दबाव बनाने के लिए आंदोलन को बड़े पैमाने पर लेकर जाने की अपील


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