दिशा पटानी के घर फायरिंग केस में सोनीपत का युवक गिरफ्तार, बाइक ने खोला राज, हस्तियों को बनाते थे निशाना
सोनीपत के गन्नौर के राजपुर गांव का अनिल दिशा पटानी के घर के बाहर फायरिंग मामले में गिरफ्तार। बरेली पुलिस और एसओजी की टीम ने मुठभेड़ में रामनिवास नामक बदमाश को पकड़ा जिससे पूछताछ में अनिल का नाम सामने आया। अनिल कार मैकेनिक का काम करता है। पुलिस के अनुसार दोनों बॉलीवुड हस्तियों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। परिजनों ने अनिल पर लगे आरोपों को निराधार बताया।

जागरण संवाददाता, सोनीपत (गन्नौर)। बाॅलीवुड अभिनेत्री दिशा पटानी के घर के बाहर हुई फायरिंग मामले के मामले में सोनीपत में गन्नौर उपमंडल के राजपुर गांव का रहने वाला एक व्यक्ति भी गिरफ्तार किया गया है। इस ऑपरेशन में बरेली पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा राजस्थान के कुख्यात बदमाश पकड़ा गया है।
किच्छा नदी पर पुलिस ने घेरा
शुक्रवार देर शाम बरेली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने शाही थाना क्षेत्र के दुनका-बिहारीपुर रोड पर किच्छा नदी पुल के पास बदमाशों को घेर लिया। मुठभेड़ में 25 हजार रुपये का इनामी बदमाश रामनिवास के पैर में गोली लगी, जबकि उसके साथ मौजूद अनिल को पुलिस ने जिंदा पकड़ लिया। पुलिस ने मौके से 315 बोर का तमंचा, दो जिंदा और चार खोखे के अलावा स्पलेंडर बाइक बरामद की।
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नामचीन हस्तियों को बनाते हैं 'निशाना'
जांच में सामने आया कि इसी बाइक का इस्तेमाल दिशा पटानी के घर की रेकी में किया गया था। पुलिस के अनुसार, रामनिवास राजस्थान के ब्यावर जनपद के बेडकला गांव का रहने वाला है जबकि अनिल सोनीपत जिले के गन्नौर उपमंडल के गांव राजपुर का रहने वाला है। दोनों संगठित गिरोह बनाकर बालीवुड के जाने-माने लोगों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे।
मैकेनिक का काम करता है अनिल
अनिल कार मैकेनिक है और उसने केवल आठवीं तक पढ़ाई की है। करीब पांच साल पहले सड़क हादसे में उसकी दोनों हसलियां टूट गई थीं, जिसके बाद से वह बाइक नहीं चला पाता। वह कारों की मरम्मत और कभी-कभी टैक्सी बुकिंग का काम कर परिवार का खर्च चलाता था। अनिल शादीशुदा है और उसके परिवार में मां, पत्नी और तीन बच्चे हैं। पिता की मौत करीब दस साल पहले हो चुकी है।
परिजन बोले- आरोप निराधार
अनिल की गिरफ्तारी के बाद उसके परिवार का कहना है की अनिल पर लगे आरोप निराधार हैं। उनका कहना है कि अनिल बुधवार को घर से निकला था और तीन दिन से वापस नहीं आया था। वह मेहनत कर अपनी आजीविका कमाता है और कभी किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं रहा।
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