50 लाख लोगों से ठगी, Actor श्रेयस तलपड़े समेत दो बॉलीवुड सितारों पर FIR; सोनू सूद से भी निकला कनेक्शन
हरियाणा में 50 लोगों से ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में एक्टर श्रेयस तलपड़े समेत 13 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस की जांच में पता चला कि इस केस में दो एक्टर का नाम जुड़ा है और दोनों बॉलीवुड एक्टर्स ने इस कंपनी में इंवेस्टमेंट के लिए प्रमोशन किया था। आगे विस्तार से जानिए पूरा मामला क्या है।
दीपक गिजवाल, सोनीपत। हरियाणा में 50 लाख लोगों से ठगी का मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश में रजिस्टर्ड कंपनी से जुड़े एक्टर श्रेयस तलपड़े सहित 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। दोनों बॉलीवुड एक्टर्स ने इस कंपनी में इंवेस्टमेंट के लिए प्रमोशन किया था।
वहीं, बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद भी इस कंपनी के कार्यक्रम में चीफ गेस्ट बनकर आ चुके हैं। शिकायतकर्ता ने प्रदेश भर में 50 लाख से ज्यादा लोगों से करोड़ों की ठगी की शिकायत दी है। प्रदेश में कंपनी के 250 कार्यालय थे। ठगी की पोल खुलने लगी तो कार्यालयों पर ताला लगाकर अधिकारी गायब हो गए।
योजनाओं में इंवेस्टमेंट का दिया ऑफर
शिकायतकर्ता विपुल कुमार ने बताया कि ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट कोआपरेटिव सोसाइटी बहु-राज्य सहकारी समिति अधिनियम के तहत मध्य प्रदेश के इंदौर में रजिस्टर्ड थी। जो 16 सितंबर 2016 से हरियाणा समेत देश के कई राज्यों काम कर रही थी। सोसाइटी ने लोगों को फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) और आवर्ती जमा (आरडी) योजनाओं में इंवेस्टमेंट का ऑफर दिया।
बड़े रिटर्न का दिया था लालच
इसके लिए निवेशकों को बड़े रिटर्न का लालच भी दिया गया। इस दौरान एजेंटों को बड़े-बड़े इंसेंटिव देकर ज्यादा से ज्यादा लोगों से पैसे जमा कराए गए। सोसाइटी ने मल्टी-लेवल मार्केटिंग का मॉडल अपनाया, जिसमें एजेंटों को नए निवेशकों को जोड़ने पर विशेष प्रोत्साहन दिया जाता था।
2016 से 2023 तक सही ढंग से किया काम
सोसाइटी ने शुरुआत में खुद को एक विश्वसनीय वित्तीय संस्था के रूप में पेश किया। उसने लोगों को भरोसा दिलाया कि उनका पैसा सुरक्षित रहेगा। समय पर मैच्योरिटी की राशि का भुगतान किया जाएगा। विपुल ने पुलिस को दी शिकायत में खुद बताया कि इस सोसाइटी ने साल 2016 से 2023 तक सही ढंग से काम किया। लोगों को इंवेस्टमेंट के मैच्योर होने पर उन्हें रकम भी लौटाई गई।
2023 में एजेंट्स के इंसेंटिव रोक दिए गए
इसके अलावा नए निवेशक जोड़ने वाले एजेंट्स को भी उनका इंसेंटिव टाइम पर दिया गया। 2023 में एजेंट्स के इंसेंटिव रोक दिए गए। फिर निवेशकों की मैच्योर हो चुकी रकम का भुगतान भी बाधित होने लगा। पूछे जाने पर हमेशा सोसाइटी के अधिकारी "सिस्टम अपग्रेडेशन" का बहाना बनाते थे। निवेशकों और एजेंट्स ने जब इन समस्याओं को लेकर सोसाइटी के अधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्हें झूठे आश्वासन दिए।
वहीं, धीरे-धीरे लोगों ने सोसाइटी के लोगों पर ठगी के आरोप लगाने शुरू किए तो सोसाइटी के मालिकों ने अपने एजेंटों और निवेशकों से सभी संपर्क के माध्यम बंद कर दिए। इतना ही नहीं जब लोग दफ्तरों में जाकर हंगामा करने लगे तो उन्होंने अपने सभी दफ्तरों पर ताला लगा दिया और सभी अधिकारी कर्मचारी लोगों के करोड़ों रुपये फरार हो गए।
लोगों से छह साल तक जमा करवाएं रुपये
पुलिस में दी शिकायत के मुताबिक कंपनी ने छह साल तक लोगों से पैसे जमा कराए। उन्हें फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) समेत दूसरे तरीके से कंपनी में पैसा लगाने पर मोटे रिटर्न का झांसा दिया गया था। लोगों का भरोसा जीतने के लिए महंगे और बड़े होटलों में सेमिनार कराए। मल्टीलेवल मार्केटिंग की तर्ज पर इंसेंटिव के बहाने एजेंट बनाए गए। जिनके जरिए लोगों को जोड़ा गया। शुरू में कंपनी ने कुछ लोगों को पैसे दिए भी, लेकिन जब करोड़ों रुपये जमा हो गए तो फरार हो गए।
प्रदेश में 250 ऑफिस खोले थे कंपनी ने
विपुल के अनुसार, हरियाणा में इस सोसाइटी का हेड ऑफिस महेंद्रगढ़ में था। सोसाइटी ने पैसे जमा कराने के लिए अपने सुविधा केंद्र बनाए थे। इस प्रकार से पूरे हरियाणा में 250 से ज्यादा केंद्र काम कर रहे थे। पानीपत जैसे कुछ बड़े शहरों में सोसाइटी के चेस्ट ब्रांच खोली गई थी। कुछ शहरों में सोसाइटी ने खुद की एंबुलेंस सेवा के साथ साथ मोबाइल एटीएम वैन भी शुरू कर दी थी।
प्रदेश में 50 लाख लोग-एजेंट जुड़े थे कंपनी से
विपुल ने बताया कि उन्होंने अकेले एक हजार से ज्यादा अकाउंट खुलवाए थे, जिनमें से अभी किसी के भी रुपए सोसाइटी ने नहीं लौटाए हैं। उनका कहना है कि पूरे हरियाणा में 50 लाख से ज्यादा लोग सोसाइटी से जुड़े हुए हैं। इनमें एजेंट व निवेशक दोनों शामिल हैं। एजेंट फ्रेंचाइजी लेकर घर पर ही बैठ कर काम करते थे। सारा काम आनलाइन होता था।
कंपनी अधिकारियों को कोर्ट में 25 जनवरी को देना है जवाब
सोसाइटी में नए लोगों को जोड़ने के लिए कई कार्यक्रम होते थे। इसके लिए बड़े-बड़े होटलों में ट्रेनिंग के नाम पर पार्टीज भी होती थीं। जिसमें एजेंटों को भी बुलाया जाता था। इन कार्यक्रमों का आयोजन कर सोसाइटी ने एजेंटों को भरोसा दिलाया कि उनका पैसा सुरक्षित है। कुछ निवेशक ने इस मामले में हाइकोर्ट में भी याचिका दायर की थी। जिस पर 25 जनवरी को कोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई भी होनी है, जिसमें सोसाइटी के अधिकारियों को जवाब देना होगा कि वो लोगों के पैसे कैसे लौटाएंगे।
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दो एक्टर सहित, 13 के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने विपुल की शिकायत पर संचालक नरेंद्र नेगी, समीर अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, परीक्षित पारसे, आरके शेट्टी, राजेश टैगोर (मुख्य ट्रेनर), संजय मुदगिल (मुख्य ट्रेनर), बॉलीवुड एक्टर श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ (ब्रांड एंबेसडर, जिन्होंने सोसाइटी को प्रमोट किया), पप्पू शर्मा (हरियाणा हैड), आकाश श्रीवास्तव (हरियाणा हैड), रामकवार झा (चेस्ट ब्रांच) और शबाबै हुसैन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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