हरियाणा में कैदियों के पुनर्वास की नई पहल, सात जिला जेलों के बाहर पेट्रोल पंप शुरू
सोनीपत से जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने हरियाणा की सात जिला जेलों के बाहर पेट्रोल-डीजल पंपों का ऑनलाइन उद्घाटन किया। इसका मुख्य उद्देश्य कैदियों के प ...और पढ़ें

कैबिनेट मंत्री डा. अरविंद शर्मा सोनीपत जेल परिसर से पेट्रोल पंपों का उद्घाटन करते हुए, साथ हैं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली व अन्य। जागरण
जागरण संवाददाता, सोनीपत। प्रदेश के सात जिला जेलों के बाहर बने पेट्रोल-डीजल पंपों का रविवार को सोनीपत से जेल मंत्री डाॅ. अरविंद शर्मा ने ऑनलाइन उद्घाटन किया। इन पंपों के शुरू करने का प्रमुख उद्देश्य कैदियों व बंदियों के पुनर्वास के साथ उनके व्यवहार में सुधार करना और उन्हें रोजगार उपलबध कराना है। मार्च तक चार अन्य जिला जेलों के बाद ऐसे पंप शुरू किया जाएंगे। हर पंप पर 10 से अधिक कैदियों व बंदियों को वाहनों में तेल भरने के काम में लगाया जाता है। उद्घाटन में मंत्री के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, मेयर राजीव जैन और जेल महानिदेशक आलोक कुमार राय भी मौजूद रहे।
पुख्ता सुरक्षा और अनुशासन का उदाहरण
रविवार को सोनीपत जिला जेल परिसर में पंप का उद्घाटन करते हुए कैबिनेट मंत्री डाॅ. अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा की जेल व्यवस्था अब केवल सजा तक सीमित नहीं रही, बल्कि सुधार, कौशल विकास और आत्मनिर्भरता का मजबूत माडल बनकर उभर रही हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश में अपराधियों पर शिकंजा कसा जा रहा है, जिससे आपराधिक गतिविधियों में कमी आ रही है। हरियाणा की जेलें आज देश में पुख्ता सुरक्षा और अनुशासन का उदाहरण बन चुकी हैं।
प्रोजेक्ट के तौर पर पंप की शुरुआत की गई
रविवार को सोनीपत से सोनीपत, करनाल, फरीदाबाद, हिसार, अंबाला, यमुनानगर और नूंह में पेट्रोल पंपों का उद्घाटन किया। यह पहल कैदियों को अच्छे आचरण के आधार पर रोजगार और कार्यानुभव उपलब्ध कराने की दिशा में अहम कदम मानी जा रही हैं। यहां पर वाहनों में तेल भरने के लिए ऐसे 10 कैदियों व बंदियों को लगाया गया है, जिनका आचरण और व्यवहार सबसे अच्छा वर्ष 2022 में कुरुक्षेत्र जेल के बाहर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पंप की शुरुआत की गई थी।
कैदी को रोजाना 100 रुपये पारिश्रमिक
इसकी सफलता के बाद प्रदेश की 11 जेलों में पंप स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। मार्च तक नारनौल, भिवानी, सिरसा और झज्जर जेल परिसरों में भी पंप स्थापित कर दिए जाएंगे। तेल भरने वाले हर कैदी को रोजाना 100 रुपये पारिश्रमिक दिया जाता है। सुबह से लेकर शाम तक पंपों पर तेल मिलता है। रात को ये पंप बंद रहते हैं। ये पंप इंडियन आयल कारपोरेशन की तरफ से बनाए गए हैं। इनका संचालन जेल प्रशासन करेगा। इस अवसर पर भाजपा नेता अनिल ठक्कर, जसबीर दोदवा, इंडियन आयल कारपोरेशन के डिविजनल हेड अनिल कुमार, जेल सलाहकार जगजीत सिंह, जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।
पाॅलिटेक्निक कोर्सों की शुरुआत की गई
डाॅ. शर्मा ने कहा कि सरकार का उद्देश्य कैदियों को केवल दंड देना नहीं, बल्कि मानवीय गरिमा के साथ सुधार का अवसर देना है। इसी सोच के तहत जेलों में शिक्षा, नवाचार और कौशल विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। हाल ही में देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत द्वारा गुरुग्राम जेल से आइटीआइ डिप्लोमा और पाॅलिटेक्निक कोर्सों की शुरुआत की गई, जिसे अब अन्य राज्य भी अपनाने लगे हैं। इससे कैदी जेल से बाहर आने के बाद सम्मानजनक रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। जेल महानिदेशक आलोक कुमार राय ने बताया कि प्रदेश की जेलों में 50 गैंगस्टरों को अलग-अलग स्थानों पर रखा गया है, ताकि उनका आपराधिक नेटवर्क न बन सके। सख्त सुरक्षा व्यवस्था के चलते अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
जल्द शुरू होगी सीएनजी व ईवी चार्जिंग प्वाइंट
सोनीपत जेल के बाहर बनाए गए पंप पर जल्द ही सीएनजी के दो प्वाइंट भी शुरू करने की योजना है। इसके लिए फाइल चली हुई है, जल्द ही मंजूरी मिलते ही इन्हें शुरू किया जाएगा। यहां पर चा प्वाइंट का स्पेस है। वहीं ईवी चार्जिंग के लिए दो प्वाइंट की जगह छोड़ी गई है। भविष्य में चार्जिंग प्वाइंट भी शुरू करने की योजना है।

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