नफे सिंह हत्याकांड: सात नामजद आरोपितों से आज होगी पूछताछ, सीबीआई ने थमाए नोटिस
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात एक अधिकारी की भूमिका संदिग्ध होने के साथ ही उन्हें दो बार दिया नोटिस जारी किया गया। लेकिन वो पूछताछ में शामिल नहीं हो सका। सीबीआई आज सात नामजद आरोपितों से पूछताछ करेगी। इन सातों आरोपितों से बारी-बारी से पूछताछ होगी। पूछताछ के लिए सीबीआइ ने हत्याकांड से जुड़े प्रश्नों की लंबी फेहरिस्त तैयार की है।

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। इनेलो के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक नफे सिंह राठी हत्याकांड में सीबीआई की ओर से मंगलवार को सात नामजद आरोपितों से पूछताछ की जाएगी। इसके लिए सीबीआई ने एफआईआर में नामजद सभी सातों आरोपितों को नोटिस दिया है। इनमें पूर्व विधायक नरेश कौशिक, चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, उसके चाचा ससुर पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी, देवर कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र शतीश नंबरदार, पोता गौरव राठी व राहुल के नाम शामिल हैं।
सातों आरोपियों से होगी बारी-बारी से पूछताछ
बहादुरगढ़ के लोक निर्माण विभाग में सीबीआई की ओर से बनाए गए कैंप कार्यालय में इन सातों आरोपितों से बारी-बारी से पूछताछ होगी। पूछताछ के लिए सीबीआइ ने हत्याकांड से जुड़े प्रश्नों की लंबी फेहरिस्त तैयार की है। इन सभी प्रश्नों के जवाब सीबीआई इन सातों आरोपितों से मांगेगी। उधर, इस मामले में गिरफ्तार आरोपितों से मिले लिंक के आधार पर जटवाड़ा निवासी मनीष राठी व मनोज राठी से भी सीबीआई की ओर से पूछताछ की जाएगी। इनमें से एक फिलहाल विदेश में बताया जा रहा है।
साथ ही नफे राठी के पुत्र जितेंद्र राठी के शक के आधार पर जिन लोगों के नाम बाद में इस मामले में जोड़े गए थे, उनसे सीबीआइ की ओर से बाद में पूछताछ की जाएगी। फिलहाल इन्हें सीबीआई की ओर से नोटिस नहीं दिए गए हैं। इनमें नप के वाइस चेयरमैन राजपाल उर्फ पालेराम शर्मा, कांग्रेस नेता विजेंद्र राठी व उनके पुत्र संदीप राठी का नाम शामिल है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात एक अधिकारी की भूमिका संदिग्ध
सीबीआई की ओर से नफे सिंह हत्याकांड की अब तक की गई जांच में दिल्ली पुलिस की भूमिका काफी संदिग्ध मिल रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सैल में तैनात एक अधिकारी पर सीबीआई का शक गहराता जा रहा है। स्पेशल सेल में तैनात एक अधिकारी सीबीआई की जांच में शामिल नहीं हो रहा है। सीबीआई की ओर से उसे दो बार नोटिस दिए जा चुके हैं लेकिन अब तक वह पूछताछ के लिए सीबीआई टीम के सामने हाजिर नहीं हुआ है। ऐसे में सीबीआइ की ओर से अब स्पेशल सेल के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है और संबंधित अधिकारी को जांच में शामिल होने के आदेश देने की मांग की गई है।
25 फरवरी को हुई थी नफे सिंह की गोली मारकर हत्या
अगर फिर भी स्पेशल सेल में तैनात दिल्ली पुलिस का यह अधिकारी सीबीआई की जांच में शामिल नहीं होता है तो सीबीआई की ओर से नियमानुसार कार्रवाई करके उससे पूछताछ करेगी। गौरतलब है कि लाइनपार थाना क्षेत्र के अंतर्गत सांखौल-बराही मार्ग के रेलवे फाटक के पास 25 फरवरी को नफे सिंह की गोलियों से भूनकर हत्या की गई थी। हमले में उनके साथ पार्टी कार्यकर्ता जयकिशन दलाल भी मारे गए थे, जबकि गाड़ी चालक और सुरक्षाकर्मी जख्मी हो गए थे। इस मामले में पुलिस की ओर से शूटर सौरव और आशीष के अलावा अमित गुलिया और धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया गया था।
धर्मेंद्र को पुलिस ने शूटरों को कार मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अमित गुलिया दिल्ली की जेल में बंद था। वह गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग से जुड़ा हुआ है और अमित गुलिया की भी इस हत्याकांड की संलिप्तता पाई गई थी। ऐसे में सीबीआई ने अब तक की कार्रवाई के आधार पर इन चारों आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट तैयार की है जिसे जल्द ही अदालत में दाखिल किया जाएगा।
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