रोहतक PGI छात्रा से छेड़छाड़, परीक्षा अधीक्षक व स्टेशनरी डिस्ट्रीब्यूटर पर आरोप
रोहतक पीजीआइ में बी-फार्मेसी की छात्रा से छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। उसने परीक्षा अधीक्षक और स्टेशनरी डिस्ट्रीब्यूटर पर अारोप लगाया है।
जेएनएन, रोहतक। यहां पीजीआइएमएस में बी फार्मेसी की छात्रा ने अपने साथ छेड़छाड़ का अाराेप लगाया है। उसने कहा है कि पीजीआइएमएस के परीक्षा अधीक्षक और स्टेशनरी डिस्ट्रीब्यूटर ने उसके साथ छेड़छाड़ किया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस आरोप से पीजीआइ में सनसनी फैल गई।
परीक्षा में आंसरशीट पर लिखा यूएमसी, बाद में हटाने के नाम पर सुनसान जगह पर बुला
सोनीपत जिले के एक गांव की रहने वाली इस छात्रा ने पुलिस को बताया कि वह पीजीआइ में बी-फार्मेसी फाइनल वर्ष की छात्रा है। उसका परीक्षा परिणाम हमेशा शानदार रहा है। उसने बताया कि 14 जून को उसका बायो फार्मास्यूटिक्स का पेपर था। छात्रा का कहना है कि उसने अपने रोल नंबर के पास कुछ इक्वेशन लिख ली थी, ताकि वह भूल न जाए। परीक्षा के दौरान परीक्षा अधीक्षक देवेंद्र हाल में आए और इसी बात को लेकर उसकी कॉपी को अपने कब्जे में ले लिया। वह उसकी चेकिंग करने की बात करने लगे।
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सोनीपत निवासी बी-फार्मेसी की छात्रा की शिकायत पर केस दर्ज
छात्रा ने उन्हें बताया कि यह तो गेट पर भी चेक हो गया है, लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं सुनी और उत्तर पुस्तिका पर यूएमसी लिख दिया गया। बाद में स्टेशनरी डिस्ट्रीब्यूटर हरपाल आए और उन्होंने कहा कि वह उनसे मिल ले, सब ठीक हो जाएगा। वह परीक्षा अधीक्षक देवेंद्र से मिली तो उन्होंने कहा कि वह हरपाल से मिल ले।
छात्रा ने आरोप लगाया कि हरपाल ने उसे अकेले बुलाया। वह वहां पहुंची तो वह उसे इमरजेंसी के पास में एक सुनसान स्थान पर ले गया। हरपाल ने उससे गलत प्रस्ताव किय और कहा कि यदि वह उनकी बात मानेगी तो उसका काम हो जाएगा। छात्र ने उनकी बात मानने से इन्कार कर दिया और वहां से जाने लगी।
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छात्रा का कहना है कि इस पर हरपाल ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ अश्लील हरकत की। वह किसी तरह वहां से भाग निकली और परिजनों को पूरी बात बताई। इस घटना के बाद भी हरपाल छात्रा को फोन करता रहा और अपना काम कराने के लिए बोलता रहा। उसने पुलिस से मांग की है कि चाहे उसकी यूएमसी न हटे, लेकिन ऐसे अधिकारियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
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उधर, स्टेशनरी डिस्ट्रीब्यूटर हरपाल ने कहा कि उन पर लगाए गए सभी आरोप गलत और झूठे हैं। वह तो छात्रा की मदद कर रहे थे।
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'' छात्रा के बयानों पर केस दर्ज कर लिया है। केस परीक्षा अधीक्षक व स्टेशनरी डिस्ट्रीब्यूटर के खिलाफ दर्ज किया गया है। दोनों को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है। छात्रा की हर तरह से मदद की जाएगी।
-राकेश सैनी, एसआइ, पीजीआइ एसएचओ।
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