अफसरों ने हनीप्रीत को चार लोगों को सौंपा था, अब वे भी गायब
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गोद ली बेटी हनीप्रीत के गायब होने से पहले राेहतक में पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने चार लोगों के सुपुर्द किया था। अब ये चार लोग भी लापता हैं।
जेएनएन, रोहतक। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की गोद ली बेटी हनीप्रीत को 25 अगस्त को ही पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने सुनारिया जेल से चार लोगों की सुपुर्दगी में भेजा था। अफसरों ने एक कमांडो को भी साथ में भेजा था। बाद में पता चला कि हनीप्रीत भीड़ जुटाकर हंगामा करा सकती है तो रातभर उसकी तलाश की गई, लेकिन वह हाथ नहीं आई।
बताया जाता है कि वह शहर के आर्य नगर में मीटिंग कर चुपचाप निकल गई। अब पुलिस को वे चार लोग भी नहीं मिल रहे हैं, जिनके साथ हनीप्रीत को भेजा गया था। पुलिस को हनीप्रीत के साथ ही उन चार लोगों की भी तलाश है।
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25 अगस्त को सीबीआइ अदालत के फैसले के बाद पंचकूला से हेलीकॉप्टर में हनीप्रीत भी गुरमीत राम रहीम के साथ पीटीसी सुनारिया पहुंची थी। अधिकारियों ने पीटीसी सुनारिया के गेस्ट हाउस से गुरमीत को तो जेल में भेज दिया गया, जबकि हनीप्रीत को वापस भेजने का निर्णय किया।
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इसके बाद, पुलिस अफसरों ने गुरमीत राम रहीम के चार अनुयायियों को गेस्ट हाउस में ही बुलाया और उनके साथ हनीप्रीत को भेज दिया। ये चार लोग फतेहाबाद, रोहतक, हिसार, झज्जर के रहने वाले बताए गए हैं। बकायदा इन लोगों ने कोरे कागज पर अपना पूरा पता भी लिखा हुआ है।
इन लोगों के साथ भेजा गया
1. विकास कुमार, फतेहाबाद
2. संजय पुत्र रामजीदास निवासी आर्यनगर, रोहतक
3. वेदप्रकाश पुत्र छोटूराम निवासी राजली, हिसार
4. जितेंद्र कुमार पुत्र फकीरचंद निवासी किला कॉलोनी, झज्जर
चारों ने कागज पर यह लिखा
''हम बाबा राम रहीम की बेटी हनीप्रीत इंसां को आज 25 अगस्त को अपने साथ सही सलामत अपनी जिम्मेदारी और हनीप्रीत की मर्जी से लेकर जा रहे हैं। उन्हें उनके घर पहुंचाने की जिम्मेदारी हमारी है।''
हनीप्रीत ने यह लिखकर दिया
'हनीप्रीत ने भी अफसरों को कोरे कागज पर लिखकर दिया - '' मैं हनीप्रीत पुत्री गुरमीत राम रहीम सही सलामत विकास निवासी मकान नंबर 03/783 फतेहाबाद के साथ जा रही हूं।'' हनीप्रीत ने अपने हस्ताक्षर भी किए हैं।
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