'कुछ छिपाया जा रहा है...', Himani Murder Case की जांच को लेकर ऐसा क्यों बोली मृतका की मां?
हिमानी नरवाल हत्याकांड (Himani Murder Case) में मृतका की मां जांच से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि कुछ तो मिस है जिसे छिपाया जा रहा है। आरोपित सचिन ने पहले तीन मोबाइल फोन लैपटॉप व गहने और सामान लेकर उन्हें अपने काबू किया और फिर झज्जर में अपनी दुकान पहुंचा दिया। सीधे तौर पर उसे ठिकाने लगाना यह बड़ा सवाल है।
जागरण संवाददाता, रोहतक। कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल हत्याकांड (Himani Murder Case) के मामले में बुधवार को पुलिस आरोपित सचिन को लेकर विजय नगर स्थित हिमानी के मकान पर पहुंची। फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सरोज दहिया भी पुलिस टीम के साथ रहीं।
दोपहर एक बजकर 15 मिनट पर जैसे ही पुलिस आरोपित सचिन को लेकर हिमानी के मकान में आई, शोक सभा में बैठी हिमानी की मां सविता अचानक चीखकर बेहोश हो गई। हिमानी की मां का कहना है कि वो जांच से संतुष्ट नहीं हैं।
आवेश में आकर आरोपी ने घोंटा हिमानी का गला
आरोपित सचिन ने पुलिस के सामने सीन री-क्रिएटर को इशारों से ही बताया कि 28 फरवरी को दोपहर से ही हिमानी (Himani Murder Case) के साथ पैसे के लेनदेन को लेकर झगड़ा चल रहा था। शाम को 5 बजे अपने कमरे के अंदर हिमानी बेड पर लेटी हुई थी। मैं बढ़ते कर्जे के कारण आवेश में आ गया और तभी गुस्से में आकर हिमानी के पीछे से गले में चार्जर की केबल डाल दी और उसका गला घोंट दिया।
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यह केबल वहीं पर चार्जर के साकेट में लगी थी। कुछ देर तो हिमानी (Himani Murder Case) ने बचाव के लिए प्रयास भी किया। हिमानी ने चीखने और छटपटाने का प्रयास किया, लेकिन कमरा अंदर होने के कारण बाहर तक आवाज नहीं जाती थी।
हिमानी नरवाल के हत्याकांड में पुलिस ने आरोपित से करवाया सीन री-क्रिएट।
स्टोर में छिपाया था सूटकेस
हिमानी (Himani Murder Case) के दम तोड़ने के बाद सचिन ने उसके हाथों की अंगुलियों से अंगूठी और गले से चेन निकाली। इसके बाद वह स्टोर में गया। वहां पर रखे हुए सूटकेस को देखा, लेकिन अलमारी पर रखा सूटकेस काफी ऊंचा था। इसके लिए सचिन ने देखा कि पास में एक छोटी टेबल रखी हुई है तो उसे लगाकर नीले सूटकेस को उतार लिया।
सचिन ने पुलिस को बताया कि जब सूटकेस में हिमानी को डालने लगा तो उसके हाथ बाहर आ रहे थे, तभी उसी की चुन्नी से उन्हें बांध दिया और सूटकेस में ही डाल दिया गया। तब तक बाडी सही तरीके से मुड़ रही थी। डर के कारण जल्दबाजी में पहले तो सूटकेस बंद कर दिया।
बाद में देखा कि बेड पर पड़ी रजाई पर हिमानी के मुंह से निकला खून भी लगा हुआ है तो उस रजाई के कवर को भी सूटकेस में ही पैक कर दिया। सूटकेस को स्टोर में ही छिपाया था। जाते समय मकान में दो जगह ही ताले लगाए। बाद में स्कूटी के जरिए सामान लेकर झज्जर चला गया।
पूरे मामले में कुछ तो मिस है: हिमानी की मां
हिमानी नरवाल (Himani Murder Case) की मां सविता रानी ने बताया कि वह पुलिस की कार्रवाई से कतई संतुष्ट नहीं हैं। मान लिया कि दोनों का झगड़ा भी हुआ, तो मारने वाला बौखलाकर बॉडी को ठिकाने लगा सकता है, लेकिन जिस तरीके से आरोपित ने पहले तीन मोबाइल फोन, लैपटॉप व गहने और सामान लेकर उन्हें अपने काबू किया और फिर झज्जर में अपनी दुकान पहुंचा दिया।
हिमानी के हत्यारोपित को देखकर बेहोश हुई मां सविता को सांत्वना देती महिलाएं व अन्य।
सीधे तौर पर उसे ठिकाने लगाना यह बड़ा सवाल है। फिर उसकी हिम्मत देखो कि वह हमारी स्कूटी भी ले गया, चाबी भी ले गया। फिर मजे से टहलता हुआ गली से जा रहा है।
उसकी हमें आज भी पीछे से बैक की सीसी फुटेज वीडियो ही दिखाई जा रही है कि वह यही आरोपित है या कोई और। अब किसे पेश किया है। इस पूरे मामले में असल मास्टरमाइंड कौन है? पूरे मामले में कुछ तो मिस है, जिसे छिपाया जा रहा है।
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