फेसबुक पर दोस्ती, घर में कत्ल; सूटकेस में लाश... पढ़ें Himani Murder Case की पूरी क्राइम रिपोर्ट
रोहतक में हिमानी हत्याकांड (Himani Murder Case) की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने आरोपी सचिन को दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला कि पैसे के लेन-देन को लेकर झगड़े में सचिन ने हिमानी की हत्या की थी। उसने पहले चुन्नी से हाथ बांधे और फिर चार्जर के तार से गला घोंट दिया। आरोपी को तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक। कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल (Himani Murder Case) का हत्यारोपित उसका दोस्त ही निकला है। झज्जर जिले के गांव खैरपुर गांव निवासी 30 वर्षीय सचिन उर्फ ढिल्लू को रोहतक पुलिस ने दिल्ली के मुंडका से सोमवार को गिरफ्तार कर हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि पैसों के लेन-देन पर झगड़ा होने पर सचिन ने हिमानी की हत्या की।
चार्जर के तार से घोंटा हिमानी का गला
पहले चुन्नी से हाथ बांधे और उसके बाद चार्जर के तार से हिमानी (Himani Narwal Murder Case) का गला घोंटा। सचिन के हाथ में हल्की चोट आई, जिससे अनुमान है कि हिमानी ने अपने बचाव की कोशिश की थी। पुलिस ने सचिन को सोमवार को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है।
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फेसबुक के जरिए हुई थी दोस्ती
एडीजीपी केके राव ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि सचिन ने 10 साल पहले प्रेम विवाह किया था। वह दो बच्चों का पिता है। उसकी कानौंदा गांव में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है। वो डेढ़ साल पहले फेसबुक के जरिए हिमानी के संपर्क में आया था।
स्वजन के दिल्ली में रहने के कारण हिमानी घर में अकेली रहती थी, जहां सचिन आता रहता था। 27 फरवरी की रात 9 बजे से वह रोहतक के विजय नगर स्थित हिमानी के घर पर उसके साथ था।
तीन दिन पहले ही हिमानी ज्वेलर्स के पास पुरानी चेन और एडवांस के 70 हजार रुपये देकर नई चेन बनवाने ऑर्डर देकर आई थी। 28 फरवरी को दिन में पैसे के लेन-देन पर झगड़ा होने पर सचिन ने हिमानी की हत्या कर दी।
रात के अंधेरे में ऑटो से शव ले जाकर 25 किमी दूर सांपला में फेंका
हत्या के बाद हिमानी के हाथ से अंगूठियां उतारकर अलमारी के ऊपर रखे नीले रंग के सूटकेस में शव को पैक किया। हिमानी की स्कूटी से करीब 42 किलोमीटर दूर कानौंदा स्थित अपनी दुकान पर गया। यहां आभूषण, लैपटॉप व हिमानी के मोबाइल फोन को अपनी दुकान पर छिपा दिया।
इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए 28 फरवरी को ही रात करीब 10 बजे स्कूटी से वापस हिमानी के घर पहुंचा। रात करीब 11 बजे शव से भरा सूटकेस निकाला और एक आटो से रोहतक के दिल्ली बाईपास पहुंचा। वहां से 25 किमी दूर सांपला के लिए बस पकड़ी।
रात करीब 12 बजे सांपला बस स्टैंड के पास फ्लाईओवर के साथ लगते सुनसान क्षेत्र में सूटकेस को फेंककर अपने घर गया था। एक मार्च की सुबह तक घर में रहा। उसपर घरवालों को कोई शक नहीं हुआ। जब सुबह करीब 11 बजे जब पुलिस को सूटकेस में हिमानी का शव मिला और यह खबर फैल गई तो सचिन भी घर से निकल गया।
सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल फोन की लोकेशन से खुले राज
एसआईटी और रोहतक पुलिस की स्पेशल क्राइम की आठ टीमें हिमानी की हत्या की गुल्थी सुलझाने में जुटी थी। रोहतक के विजयनगर की गली नंबर छह में हिमानी के घर के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे की पुलिस ने फुटेज चेक की तो 24 सेकंड के वीडियो में आरोपित नीले रंग के सूटकेस को 28 फरवरी की रात पैदल ले जाता हुआ दिखाई दिया है।
वहीं, हिमानी के मोबाइल फोन को सचिन अपने साथ ले गया था, जिसको पुलिस ने ट्रेस पर लगाया। इसके बाद इनपुट मिलने पर सचिन को मुंडका से दबोच लिया।
हिमानी का भाई बोला- हत्यारे को फांसी हो
पुलिस ने जैसे ही आरोपित के गिरफ्तार करने की पुष्टि की तो मृतका के स्वजनों ने हिमानी के शव को सोमवार को चार बजे लिया। फिर शाम करीब साढ़े पांच वैश्य कॉलेज स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। शव को भाई जतिन ने मुखाग्नि दी। जतिन ने कहा कि उसकी बहन को न्याय नहीं मिला है। हत्यारे को फांसी होनी चाहिए।
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