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    रेवाड़ी: विक्टोरिया पदक विजेता की जमीन से फर्जीवाड़े का मामला, खरीद-फरोख्त में शामिल सात पर एफआईआर दर्ज

    Updated: Thu, 25 Dec 2025 10:42 PM (IST)

    रेवाड़ी में विक्टोरिया पदक विजेता की जमीन से जुड़े फर्जीवाड़े के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह मा ...और पढ़ें

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    FIR

    संवाद सहयोगी, कोसली। गांव बास रतनथल में विक्टोरिया पदक विजेता की जमीन की फर्जी खरीद-फरोख्त के मामले में शहरी स्थानीय निकाय एवं राजस्व मंत्री विपुल गोयल के आदेश के करीब एक माह बाद सात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।

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    दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने पर टूटी नींद

    29 नवंबर की कष्ट निवारण समिति की बैठक में मंत्री ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे, लेकिन कोसली ने 26 दिसंबर को होने वाले कष्ट निवारण समिति की बैठक से ठीक एक दिन पूर्व मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में 21 दिसंबर को दैनिक जागरण ने 'मंत्री के आदेश दरकिनार, 20 दिन बाद भी क्रेता-विक्रेता पर एफआईआर दर्ज नहीं' शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया था। इसके बाद कोसली पुलिस हरकत में आई।

    बता दें कि 29 नवंबर को बालभवन में आयोजित जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में गांव बास रतनथल के रहने वाले राज विजय पुत्र इंद्रसिंह ने बताया कि उसके दादा स्वतंत्रता सेनानी व विक्टोरिया पदक विजेता द्वारा वर्षों पूर्व पांच एकड़ जमीन खरीदी गई थी। वह सभी भाई सेना में नौकरी करते थे।

    क्रेता व विक्रेताओं सहित अधिकारी को भी जिम्मेदार पाया

    इस बीच कुछ लोगों तहसीलदार से मिलीभगत होकर कुछ लोगों ने फर्जी विक्रेता बनाकर बेच दिया गया था। काफी शिकायतों के बाद की गई जांच की गई, जिसमें क्रेता व विक्रेताओं सहित अधिकारी को भी जिम्मेदार पाया गया था।

    इस पर संज्ञान लेते हुए मंत्री ने जून 2025 में सेवानिवृत हो चुके तहसीलदार जितेंद्र को जार्चशीट करने के साथ ही करीब चार क्रेता व 10 विक्रेताओं के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए थे। मंत्री के आदेशों पर कार्रवाई के लिए शिकायतकर्ता राज विजय सिंह संबंधित अधिकारियों के पास भी कई चक्कर काटे थे।

    इन लोगों पर दर्ज किया मुकदमा

    कोसली के संयुक्त सब रजिस्ट्रार ने उपमंडल अधिकारी के आदेश पर बास रतनथल गांव के सात लोगों पर गलत जानकारी देकर रजिस्टरी कराने का आरोप लगाते हुए कोसली थाने में मामला दर्ज कराया है। इनमें बास रतनथल गांव के सतपाल, बसंत पाल, प्रदीप, भूपेन्द्र, सविता, महीपाल व लक्ष्मी शामिल है।

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