अब खिलाड़ियों को बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने पर ही मिलेगा खुराक भत्ता, रेवाड़ी में 15 अगस्त से नया नियम लागू
रेवाड़ी जिले में खेल नर्सरियों के खिलाड़ियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। खेल विभाग ने सभी नर्सरी प्रमुखों को 15 अगस्त तक बायोमेट ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। अब खिलाड़ियों को रजिस्टर में लगी उपस्थिति से मान्य नहीं होगी। सभी खिलाड़ियों को खेल मैदान पर बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज कराने होंगे। इसलिए केवल मैदान में पसीना बहाने मात्र से काम नहीं चलेगा समय पर बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं हुई तो दिक्कतें बढ़ सकती हैं। खेल विभाग की ओर से संचालित सभी खेल नर्सरियों के लिए यह अनिवार्य किया है। सरकारी संस्थान तथा ग्राम पंचायतों के खेल नर्सरियों के खिलाड़ियों के लिए यह व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
संस्था द्वारा स्वयं खरीद करनी होगी
आगामी 15 अगस्त से यह अनिवार्य होगा। अभी जिले में 50 खेल नर्सरियां संचालित हैं। इनमें से सभी पंचायत और राजकीय विद्यालयों में चल रही हैं। नए निर्देश अनुसार बायोमेट्रिक मशीन भी संबंधित संस्था द्वारा स्वयं खरीद करनी होगी।
जिला रेवाड़ी में जिन शिक्षण संस्थाओं व ग्राम पंचायतों द्वारा खेल नर्सरियां चलाई जा रही है वह बायोमेट्रिक मशीन का प्रबंध कर खेल नर्सरियों के सभी खिलाडियों की उपस्थिति 15 अगस्त से लगवाना सुनिश्चित करना होगा।
यह भी पढ़ें- Haryana School Closed: रेवाड़ी समेत हरियाणा में 26 जुलाई को बंद रहेंगे सभी स्कूल-कॉलेज, धारा 163 लागू
प्रशिक्षकों कर रहे मानदेय की भी प्रतीक्षा
इसके साथ यह भी सूचित किया जाता है कि नर्सरी पोर्टल पर नर्सरी हाजिरी एप के माध्यम से बायोमेट्रिक मशीन पर लगाई जाएगी। ऐसा नहीं होने पर खिलाड़ियों का मासिक खुराक भत्ता भी अटक सकता है। हालांकि इस साल आरंभ हुईं खेल नर्सरियों के खिलाड़ियों को अभी तक खुराक भत्ता नहीं मिला है। वहीं प्रशिक्षक मानदेय की भी प्रतीक्षा कर रहे हैं।
खेलों में ध्यान केंद्रित रहेगा
''खेल विभाग के प्रधान सचिव कार्यालय की ओर से जारी निर्देश अनुसार बायोमेट्रिक मशीन खरीदने और खिलाड़ियों की उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश हैं। इससे खिलाड़ियों की मैदान में उपस्थिति सुनिश्चित होने के साथ खेलों में ध्यान केंद्रित रहेगा। प्रशिक्षण संबंधी दिशा निर्देश उच्च अधिकारियों के माध्यम से जारी होंगे। सभी नर्सरी मुखियाओं को इस बारे में अवगत कराया गया है।''
-ममता देवी, जिला खेल अधिकारी
यह भी पढ़ें- रेवाड़ी में मात्र छह माह में 5372 लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा, बंदर और सांप के काटने के मामले भी बढ़े

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।