Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कभी यहां युधिष्ठिर ने नवग्रह कुंडों की स्‍थाापित किया था, देखते-देखते हो गए गायब

    By Anurag ShuklaEdited By:
    Updated: Thu, 04 Feb 2021 11:57 AM (IST)

    कैथल में पांडवों में सबसे बड़े भाई युधिष्ठिर ने शहर में नौ अलग-अलग जगहों पर नवग्रह कुंडों की स्थापना की थी। नौ कुंडों में चार कुंड विलुप्‍त हो चुके हैं। अभी पांच स्थापित हैं। नव ग्रह कुंडों के विलुप्त होने का मामला हिंदू महासंघ ने उठाया।

    Hero Image
    कैथल में नवग्रह कुंड, जिनमें से चार अब विलुप्‍त हो चुके हैं।

    कैथल, जेएनएन। कैथल में स्थापित महाभारतकालीन नवग्रह कुंडों के विलुप्त होने के मामले में अखिल भारतीय हिंदू महासंघ ने सीएम विंडों में शिकायत दी है। इस शिकायत में कुंडों पर किए गए अवैध कब्जों को हटवाने की मांग की है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि यदि कुंडों की जानकारी को लेकर जांच की जाएगी तो शहर में वर्तमान में भी यह नवग्रह कुंड खोजने पर मिल सकते हैं। महासंघ के चेयरमैन सतपाल गुप्ता ने बताया कि समिति की ओर से पिछले दस सालों से विलुप्त हुए पांच कुंडों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन सरकार की अनदेखी के चलते इसकी जानकारी नहीं जुटाई जा सकी है।  

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह है नवग्रह कुंडों का इतिहास

    बता दें कि पांडवों के सबसे बड़े भाई महाराज युधिष्ठिर द्वारा शहर में नौ अलग-अलग जगहों पर नवग्रह कुंडों की स्थापना की गई थी। इनकी स्थापना 3100 ईसा पूर्व तब हुई जब महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था। युधिष्टर ने युद्ध में शहीद हुए पितरों की आत्मा की शांति के लिए कैथल में नवग्रह कुंडों की स्थापना की। इनकी विशेषता यह है कि ब्रह्मांड में जिस अक्षांस और कोण पर यह नवग्रह हैं, कैथल में उन्हीं स्थानों पर स्थापित किए गए हैं।

    वर्तमान में यह है स्थिति

    नवग्रह कुंडाें में वर्तमान समय में सूर्य कुंड कैथल के केंद्र में माता गेट पर, शनि कुंड परशुराम चौक से आगे, शुक्र कुंड माता गेट के पास, गुरु कुंड परशुराम चौक से आगे बुध कुंड वाल्मीकि चौक की ओर और मंगल, राहु केतु कुंड पुरानी जेल के पास स्थापित हैं। वर्तमान में सूर्य, शनि, बृहस्पति, बुध कुंड तो आज भी मौजूद हैं। जबकि चंद्र, मंगल, राहु, केतु, शुक्र कुंड का अस्तित्व समाप्त हो गया है। जिसे आज के समय में तलाशने की आवश्यकता है।

    पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

    ये भी पढ़ें: जींद की कंडेला महापंचायत में मंच टूटा, भाकियू नेता राकेश टिकैत भी थे मौजूद, बाल-बाल बचे

    ये भी पढ़ें: यंगिस्‍तान की कहानियां पढि़ए, कोविड संक्रमण अवसर बन गया, पहले ही प्रयास में यूं बन गए चार्टर्ड एकाउंटेंट

    ये भी पढ़ें: सेफ हाउस से बाहर आया खौफनाक सच, प्रेमी जोड़ों ने हाईकोर्ट के जस्टिस के नाम लिखी चिट्ठी में दर्दनाक खुलासा