Panipat news: पानीपत के बड़े साइकेट्रिस्ट डॉ. सुदेश खुराना लापता, दो दिन बाद खुद ही लौटे
हरियाणा पानीपत के सुप्रीती अस्पताल के डॉ. सुदेश खुराना लापता हो गए हैं। वीरवार शाम साइकिल पर सैर पर निकले थे। उसके बाद से सुराग नहीं है। जीटी रोड पर उनकी साइकिल मिली। ट्रक चालक को सड़क पर मोबाइल पड़ा मिला। शनिवार सुबह खुद ही लौट आए।
पानीपत, जेएनएन। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए), पानीपत के पूर्व सचिव एवं मनोरोग विशेषज्ञ डा. सुदेश खुराना वीरवार की शाम छह बजे लापता हो गए। इस घटना से चिकित्सकों में हड़कंप मच गया। उनकी साइकिल जीटी रोड स्थित सागर ढ़ाबा के पास पड़ी मिली। उनका मोबाइल भी सड़क पर पड़ा था, उसे एक ट्रक चालक ने उठा लिया। ट्रक चालक ने करनाल पहुंचकर मोबाइल फोन मिलने की जानकारी पुलिस को दी। दो दिन बाद डॉ. सुदेश शनिवार को खुद ही लौट आए। घटना के बारे में अभी कुछ पता नहीं है। बताया जा रहा है कि वह अभी सो रहे हैं।
शहर के तमाम डॉक्टर एसपी पानीपत से मिलने लघु सचिवालय पहुंचने शुरू हो गए हैं। डा. सुदेश खुराना शहर के सुप्रसिद्ध डॉक्टर हैं। बरसत रोड पर उनका सुप्रीती अस्पताल है। वीरवार शाम वे रोजाना की तरह साइकिल पर टहलने निकले थे। रात्रि 11 बजे तक डा. खुराना घर नहीं लौटे तो उनकी पत्नी डा. प्रीति खुराना ने आइएमए पानीपत के अध्यक्ष डा. वेदप्रकाश और सचिव डा. राकेश खुराना को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस को भी सूचना दी गई। शनिवार सुबह वे खुद ही लौट आए।
टोल प्लाजा के निकट सागर ढाबा के पास मिली साइकिल
शुक्रवार की सुबह लापता डॉक्टर की साइकिल टोल प्लाजा के निकट सागर ढाबा के पास पड़ी मिली। मोबाइल फोन एक ट्रक चालक को मिला था। उसने करनाल पहुंचकर, मोबाइल फोन मिलने की बात साथियों को बताई। साथियों के कहने पर चालक ने मोबाइल फोन मिलने की जानकारी पानीपत पुलिस को दी है। घटना को लेकर चिकित्सकों में रोष है। एसपी शशांक कुमार सावन और डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स से मिलकर लापता चिकित्सक को तलाशने की गुहार लगाई। पुलिस अपहरण की आशंका से मामले की जांच में जुट गई।
नहीं किसी से दुश्मनी
डा. प्रीति खुराना ने वर्षों से हमारा अस्पताल है। आज तक किसी मरीज से कोई विवाद नहीं हुआ। किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। आमतौर पर एक-ड़ेढ घंटे टहलने के बाद वे घर लौट आते थे। वीरवार को नहीं लौटे तो उनके मोबाइल फोन पर कॉल की गई, वह बंद मिला।
मिलनसार स्वभाव के हैं डा. खुराना
डा. सुदेश खुराना काफी मिलनसार प्रवृत्ति के हैं। मनोरोग विषय पर तमाम संस्थानों में बतौर अतिथि लेक्चर देते रहे हैं। मनोरोगियों के उपचार में भी काउंसिलिंग को महत्व देते हुए, मेडिसिन देते हैं। आइएमए से जुड़े चिकित्सक भी उनका काफी सम्मान करते हैं।