गन कल्चर के गाने बैन करने पर सिंगर्स ने मोर्चा खोला, सरकार भी झुकने को तैयार नहीं; CM बोले- कानून भी बनाएंगे
हरियाणा सरकार ने गानों में गन कल्चर को बढ़ावा देने पर सख्त रुख अपनाया है। मशहूर हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा (Singer Masoom Sharma) के कई गाने यूट्यूब से बैन कर दिए गए हैं। वहीं अमित सैनी रोहतकिया का एक गाना बीच में ही रुकवा दिया गया। इस पर हरियाणवी कलाकारों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की इस कार्रवाई से हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री पर बुरा असर पड़ेगा।
जागरण टीम, चंडीगढ़/रोहतक। हरियाणवी गानों में गन कल्चर को लेकर कलाकारों के बीच चल रही आपसी लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही। कलाकारों ने मोर्चा खोल दिया है। वहीं, इस मामले में हरियाणा सरकार ने हस्तक्षेप किया है। चंडीगढ़ में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो गन कल्चर वाले गानों के विरुद्ध विधानसभा में कानून बनाया जाएगा।
गानों और गायकों की तैयार हो रही लिस्ट
दूसरी तरफ, हरियाणा पुलिस के साइबर सेल की ओर से ऐसे गानों व गायकों की लिस्ट तैयार की जा रही है, जिसमें गन कल्चर को प्रोत्साहन मिल रहा है। इन गानों में शराब, बंदूक और हथियारों का प्रदर्शन किया गया है।
अभी तक इंटरनेट मीडिया से नौ गानों को हटाया जा चुका है, जिसमें संयोगवश जींद के जुलाना के ब्राह्मणवास के रहने गायक मासूम शर्मा के सात गाने शामिल हैं। गानों पर प्रतिबंध के मामले में कलाकार भी इंटरनेट मीडिया पर लगातार अपनी राय रख रहे हैं।
गायक मासूम शर्मा ने कहा कि यदि उन्हें सरकार से न्याय नहीं मिलता है तो हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। गायक अमित सैनी रोहतकिया ने भाईचारा बनाने को लेकर राय दी है। हर्ष छिक्कारा ने भी एक गायक के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है।
कोई दफ्तर नहीं खाली कराया, वहीं बैठा हूं: फौगाट
मुख्यमंत्री के ओएसडी पब्लिसिटी गजेंद्र फौगाट भी हरियाणवी गायक हैं। इंटरनेट मीडिया पर बहस छिड़ पड़ी कि प्रतिस्पर्धा के चलते मासूम शर्मा के गाने गजेंद्र फौगाट ने हटवाए हैं। विवाद बढ़ने पर रविवार को एक लेटर भी जारी हुआ था कि गजेंद्र फौगाट से सरकार ने दफ्तर खाली करवा लिया है।
इस पर सोमवार को गजेंद्र फौगाट ने कहा-मुझसे कोई दफ्तर खाली नहीं कराया गया है, वहीं बैठा हूं। मीडिया में मेरे से संबंधित खबरों को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि दफ्तर खाली कराने जैसा कोई लेटर तक जारी नहीं हुआ है। जहां तक गन कल्चर के गानों की बात है तो मुझे भी गन कल्चर के गानों को प्रलोभन दिया गया था, लेकिन मैंने समझौता नहीं किया।
गन कल्चर पर ऐसे बढ़ता गया विवाद
शादियों में बढ़ती हर्ष फायरिंग के बाद से डीजे के गानों को लेकर सबसे पहले 2015 में सर्व खाप पंचायत रोहतक, झज्जर और सोनीपत ने आपत्ति उठाई थी। कई तरह के प्रस्ताव भी पारित किए गए। कलाकारों के बीच बढ़ते तनाव और गानों के विरोध को लेकर पूर्व सीएम मनोहर लाल ने भी ऐसे गानों को समाज के लिए हानिकारक बताया था।
अब सरकार ने गन कल्चर और गुंडागर्दी को बढ़ावा देने वाले गानों पर रोक लगाने का फैसला किया है। इसके बाद पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ चर्चा हुई थी। पुलिस महानिदेशक के अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने गन कल्चर के विरुद्ध अभियान चलाने की अनुमति प्रदान कर दी थी।
अमित सैनी का गाना रुकवाया, मासूम का माइक छीना
भिवानी में रविवार रात एक शो के दौरान अमित सैनी रोहतकिया का ‘302’ गाना बीच में ही रुकवा दिया गया था। इससे पहले शनिवार रात गुरुग्राम में मासूम शर्मा को भी बैन किया गाना ‘एक खटोला जेल के भीतर...’ गाने से पुलिस ने रोका था। उनका माइक तक छीन लिया गया था।
फूहड़ व गंदा गाना कोई भी गा रहा हो, उस पर रोक लगनी चाहिए। समाज के अंदर ऐसे गाने नहीं बनाने चाहिए, जिससे संस्कारों को नुकसान पहुंचे।
डॉ. कृष्ण मिढा, डिप्टी स्पीकर
इंटरनेट मीडिया पर छिड़ा गन कल्चर का विवाद
सहज सहज करके बात मेरे ऊपर आकै रुकेगी, बोलना भी आवे हैं। इंटरव्यू देने भी आवे हैं। बस भाईचारा खराब नहीं करना चाहता। भाई भी कहवै है हर बात भी मारे हैं। भाई आप दोनों ही मेरे बड़े भाई हो एक न खुश करन खातिर दूसरे ने गाली नी दे सकता, भाई तू गाना की बात करें, मैं बहुत कुछ खोकै बैठा हूं, फिलहाल तकलीफ में हूं।
अमित सैनी रोहतकिया, हरियाणवी गायक
सरकार की तरफ से उठाए गए कदम में मेरा भी गाना डिलीट हुआ है। गानों में गाली-गलौज गलत है। यदि वेस्टर्न को सरकार गलत मानती है तो कलाकार कहां जाएगा। कालेज में होने वाले यूथ फेस्टिवल में भी वेस्टर्न पोप चलते हैं। सरकार को कमेटी बनानी चाहिए।
- नरेंद्र भगाना, हरियाणवी कलाकार
मुझे सरकार से न्याय की उम्मीद है। न्याय नहीं मिला तो आखिरी हथियार हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का है। इससे भी बात नहीं बनी तो प्रदेश और देश छोड़ने पर मजबूर हो जाऊंगा। क्योंकि मुझे टारगेट कर गाने डिलीट किए गए हैं। मेरे समेत कई कलाकारों ने हरियाणा की मनोरंजन इंडस्ट्री को उठाने के लिए संघर्ष किया है। अब इस तरह की कार्रवाई से बुरा प्रभाव पड़ेगा।
- मासूस शर्मा, हरियाणवी गायक
यो हरियाणा है प्रधान लुकन ने जगह नहीं मिलेगी। अपमान का बदला हरेक इंसान लेने की फिराक में रहता है। खैर जो भी होया बोहत बढ़िया होया। उड़ता तीर कदे-कदे अपने ही घाव गंभीर कर दिया करैं।
-हर्ष छिक्कारा, हरियाणवी कलाकार
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