हरियाणा की हार को भुला नहीं पा रही कांग्रेस, EVM पर अभी भी सवाल; फिर हाई कोर्ट जाने की तैयारी
हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के कई उम्मीदवार पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में ईवीएम को चुनौती देने जा रहे हैं। पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल की अध्यक्षता में गठित कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। अब तक 16 उम्मीदवार ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हाई कोर्ट में याचिकाएं दाखिल कर चुके हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। विधानसभा चुनाव हारे कांग्रेस के कुछ और प्रत्याशी पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में ईवीएम को चुनौती देंगे। पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल की अध्यक्षता में गठित कमेटी की शनिवार को नई दिल्ली में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। अब तक कांग्रेस के 16 उम्मीदवार ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हाई कोर्ट में याचिकाएं दाखिल कर चुके हैं।
कांग्रेस की बैठक में ये नेता रहे मौजूद
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पहली बार नई दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की बड़ी बैठक हुई। हार में ईवीएम की भूमिका और कथित धांधली से जुड़े तथ्य जुटाने के लिए बनाई गई आठ सदस्यीय कमेटी की बैठक में हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया व सह प्रभारी जितेंद्र बघेल भी मौजूद रहे।
नतीजों के बाद पहली बैठक में शामिल हुए बाबरिया
चुनावी नतीजों के बाद यह पहली बैठक थी, जिसमें बाबरिया शामिल हुए। विधानसभा चुनाव में प्रचार से भी उन्होंने दूरी बना ली थी। बाबरिया पर टिकट आवंटन सही नहीं करने और एक ग्रुप विशेष की सुनवाई करने के आरोप भी लगे थे।
बाद में बाबरिया ने खुद को बीमार बताते हुए चुनाव प्रचार से किनारा कर लिया था। नतीजों के बाद अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने प्रभारी पद से इस्तीफा देने की पेशकश भी कर दी थी, लेकिन पार्टी ने उनका इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया है।
कुछ और उम्मीदवार जाएंगे हाई कोर्ट
बैठक में दलाल कमेटी के पास अभी तक आए तथ्यों पर चर्चा की गई। कांग्रेस उम्मीदवारों द्वारा ईवीएम में गड़बड़, चुनाव में धांधली, चुनाव आयोग की भूमिका व सरकार पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग सहित कई आरोपों के साथ हाई कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई हैं।
इनमें प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान, करण सिंह दलाल, नीरज शर्मा, विजय प्रताप सिंह, लखन सिंगला, अनिल मान, धर्म गोंदर, मनीषा सांगवान, अमित सिहाग, सुभाष गांगोली व जयवीर सिंह वाल्मीकि शामिल हैं। बैठक में तय हुआ कि पार्टी के कुछ और उम्मीदवार अभी हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
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फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक कल
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस हाईकमान द्वारा बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक रविवार को नई दिल्ली में होगी। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता वाली इस कमेटी में अजय माकन और हरीश चौधरी सदस्य हैं, जो बैठक में रहेंगे।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान के अलावा हरियाणा के पांचों सांसदों को भी आमंत्रित किया है। इनमें कुमारी सैलजा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, जयप्रकाश ‘जेपी’, वरुण चौधरी व सतपाल ब्रह्मचारी शामिल हैं। बैठक में केवल सांसद ही बुलाए गए हैं, विधायकों को इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया है।
जनता की अदालत में भी जाएंगे- दलाल
पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने कहा कि चुनावी नतीजों को चुनौती और ईवीएम में गड़बड़ की आशंका के साथ कांग्रेस के 16 उम्मीदवारों ने हाई कोर्ट में याचिकाएं दायर की हुई हैं। इन सभी उम्मीदवारों के साथ बैठक में विचार-विमर्श करके आगे की रणनीति बनाई गई।
हरियाणा के इतिहास में यह पहला मौका है जब चुनावी नतीजों को एक साथ इतने लोगों ने चुनौती दी है। हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ जनता की अदालत में भी यह मुद्दा लेकर जाएंगे। लोगों को बताएंगे कि हरियाणा में जनता की नहीं, ईवीएम की सरकार है। 2025 इस सरकार का आखिरी साल होगा। चुनाव आयोग एकतरफा कार्रवाई कर रहा है।
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