Haryana Board Exam: बोर्ड एग्जाम देने वालों के लिए जरूरी खबर, नायब सरकार ने अचानक बदल दिया यह नियम
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने निजी स्कूलों के स्टाफ को परीक्षा ड्यूटी से बाहर रखने का फैसला किया है। इस फैसले का फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन ने विरोध किया है। एसोसिएशन का कहना है कि इससे सरकार और निजी स्कूलों के रिश्तों में खटास पैदा होगी।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़।Haryana Board Exam: हरियाणा (Haryana News) में बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान निजी स्कूलों के स्टाफ की ड्यूटी नहीं लगेगी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए यह निर्णय लिया है।
सरकार के इस फैसले का किया जा रहा विरोध
बता दें कि फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन ने बोर्ड (Haryana Board Exam 2025) के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है। फेडरेशन ने कहा कि निजी स्कूलों के शिक्षकों तथा स्टाफ के प्रति अविश्वास की भावना से सरकार और निजी स्कूलों के रिश्तों में खटास पैदा होगी।
यह भी पढ़ें- 'हर 20 KM की दूरी पर कॉलेज...', कुमारी सैलजा ने जताई नाराजगी; बोलीं- जनता को गुमराह कर रही है सरकार
फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान डॉ. कुलभूषण शर्मा, महासचिव वरुण जैन और बलदेव सैनी ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के चेयरमैन आईएएस पंकज अग्रवाल को पत्र भेजकर बोर्ड के फैसले का विरोध किया है।
पहले भी जारी हो चुके हैं ऐसे निर्देश
उन्होंने चेयरमैन से पूछा है कि पहले भी कई बार ऐसा हुआ कि निजी स्कूलों के स्टाफ की ड्यूटी नहीं लगाई गई। तब क्या बोर्ड (Haryana Board Exam 2025) ऐसे सरकारी स्कूलों में नकल रोकने में कामयाब रहा है।
बता दें कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से समय-समय पर बोर्ड की परीक्षाओं में ड्यूटी के लिए निजी स्कूलों के शिक्षकों को नियुक्त नहीं करने के निर्देश जारी किए जाते रहे हैं।
परीक्षाओं में ड्यूटी से बचना शिक्षकों की बन गई है आदत
दरअसल, परीक्षाओं में ड्यूटी से बचना अक्सर शिक्षकों की आदत बन गई है। इसके विपरीत निजी स्कूलों के शिक्षक परीक्षा ड्यूटी के लिए स्वयं को आगे कर रहे हैं। हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड (Haryana Board Exam) ने मार्च 2019 में हुई 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षा में ड्यूटी से गैरहाजिर रहे प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों पर जुर्माना लगाया था।
बोर्ड (Haryana Board Exam News) ने इन स्कूलों पर 5-5 हजार रुपये जुर्माना लगाया था। इस फैसले का तब भी पुरजोर विरोध हुआ था। ऐसे फैसलों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए बोर्ड ने प्राइवेट स्कूलों को बोर्ड की परीक्षाओं में ड्यूटी से अलग ही रखने का फैसला किया है। हालांकि, सरकार के इस फैसले का फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा विरोध किया जा रहा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।