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    'जरूरत पड़ी तो उनसे भी बात करेंगे', दीपक बाबरिया और उदयभान के विवाद में भूपेंद्र हुड्डा की एंट्री

    Updated: Wed, 25 Dec 2024 06:33 PM (IST)

    हरियाणा कांग्रेस में जिला प्रभारियों की सूची को लेकर हुए विवाद में अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी कूद पड़े हैं। हुड्डा ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान कई कांग्रेस नेता पार्टी छोड़कर चले गए थे जिस कारण जिला प्रभारियों की सूची में मामूली बदलाव कर उसे अपडेट किया गया है। जरूरत पड़ी तो इस बारे में दीपक बाबरिया से बात करेंगे।

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    हरियाणा में कांग्रेस के जिला प्रभारियों की सूची को लेकर विवाद हो रहा है। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया द्वारा जिला प्रभारियों की सूची रद्द करने के विवाद में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी कूद पड़े हैं।

    हुड्डा ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान कई कांग्रेस नेता पार्टी छोड़कर चले गए थे, जिस कारण जिला प्रभारियों की सूची में मामूली बदलाव कर उसे अपडेट किया गया है।

    जरूरत पड़ी तो इस बारे में बारे में बाबरिया से करेंगे बात: हुड्डा

    उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस के जिला प्रभारियों की सूची नए सिरे से नहीं बनाई गई है। कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने भी इस सूची को रद्द नहीं किया। अगर जरूरत पड़ी तो दीपक बाबरिया से इस बारे में बात कर ली जाएगी।

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    हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने 18 दिसंबर को एक परिपत्र जारी कर जिला प्रभारियों की सूची घोषित की थी। इस सूची में सात जिलों हिसार, कुरुक्षेत्र, नूंह, पलवल, पंचकूला, रोहतक और रेवाड़ी के प्रभारी बदले गए थे। बाकी जिलों के प्रभारियों के नाम में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ था।

    बाबरिया और उदयभान में चुनावी नतीजों के बाद से तनातनी

    छह विधायकों और 14 पूर्व विधायकों तथा पूर्व मंत्रियों को जिला प्रभारी का दायित्व सौंपा गया है। 24 दिसंबर को कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने इस सूची पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि उनसे इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है, इसलिए यह सूची अमान्य घोषित की जाती है। दीपक बाबरिया और उदयभान में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से तनातनी चल रही है।

    चौधरी उदयभान द्वारा घोषित सूची में अधिकतर जिला प्रभारी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक हैं, जिन पर कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला को ऐतराज था।

    हुड्डा ने जताई हरियाणा में कांग्रेस का संगठन बनने की उम्मीद

    हुड्डा ने बुधवार को नई दिल्ली में उम्मीद जताई कि हरियाणा कांग्रेस का संगठन जल्दी बन सकता है। हुड्डा द्वारा इसका दावा करने के मजबूत मायने हैं। हुड्डा ने हाईकमान से कहा है कि राज्य में कांग्रेस का संगठन नहीं बनने से कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति है।

    हालांकि, विधानसभा चुनाव के दौरान हुड्डा ने कहा था कि कांग्रेस का संगठन बनता रहेगा, पार्टी ने जिला प्रभारियों की सूची जारी कर रखी है, जो कि हर जिले में चुनाव लड़वाने का काम करेंगे।

    ईवीएम पर फिर फोड़ा ठिकरा

    पूर्व मुख्यमंत्री ने हरियाणा में कांग्रेस की मजबूती का भी दावा किया है। उन्होंने कहा कि भले ही ईवीएम की गड़बड़ी से भाजपा चुनाव जीत गई और कांग्रेस हार गई, लेकिन कांग्रेस का वोट प्रतिशत भाजपा के एकदम बराबर है। कांग्रेस को भाजपा से सिर्फ 0.89 प्रतिशत कम वोट मिले हैं।

    इसलिए कांग्रेस को कमजोर कहने वाले गलत सोच के आदमी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का लोकतंत्र में यकीन नहीं है। लोगों ने कांग्रेस को हराया नहीं, बल्कि जिताया है। लोगों में इस बात का दुख है कि प्रजातंत्र का मजाक बनाकर ईवीएम के सहारे जन भावनाओं को कुचलने का काम किया गया है।

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