हरियाणा से रोहिंग्या मुसलमानों का होगा सफाया, नायब सरकार लेगी CID की मदद; शुरू हुआ वेरिफिकेशन अभियान
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस और सीआईडी ने राज्य भर में अभियान चलाकर रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान शुरू कर दी है। सरकार ने इनकी वेरिफिकेशन के लिए 12 जनवरी 2025 तक की समय सीमा तय की है। सरकार के पास ऐसे इनपुट हैं कि नूंह में रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या बढ़ रही है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार प्रदेश में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी में है। इसके लिए राज्य पुलिस तथा सीआईडी ने प्रदेश भर में अभियान शुरू कर दिया है।
पुलिस की टीमें लगातार झुग्गी-झोपडियों में जाकर रोहिंग्या की पहचान कर रही है। आरएसएस के नेता कई बार सरकार से मांग कर चुके हैं कि न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश से रोहिंग्या मुसलमानों को बाहर किया जाना चाहिए। यह देश की सुरक्षा के सामने बड़ा खतरा हैं।
हरियाणा में 12 साल पहले बसाया गया था रोहिंग्या मुसलमानों को
मुख्यमंत्री नायब सैनी की तरफ से हाल ही में कानून-व्यवस्था को लेकर एक बैठक की गई थी, जिसमें उच्च अधिकारियों को इस बारे में ब्योरा एकत्र करने के निर्देश दिए गए हैं। आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद के नेता अपनी इस मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिल चुके हैं।
हरियाणा में करीब 12 साल पहले रेवाड़ी, नूंह, महेंद्रगढ़ और फरीदाबाद में बांग्लादेश से आए रोहिंग्या मुसलमानों को बसाया गया था। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट दिया है कि ये रोहिंग्या प्रदेश में अपराध और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
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12 जनवरी तक होगी वेरिफिकेशन
इसके बाद सरकार ने दिल्ली से सटे जिलों में पुलिस और सीआईडी को अलर्ट रहने के लिए कहा है। सरकार ने इनकी वेरिफिकेशन के लिए 12 जनवरी 2025 तक की समय सीमा तय की है।
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के खिलाफ विशेष अभियान चल रहा है, जिसके चलते इनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम व नूंह क्षेत्र में आने की आशंका जताई जा रही है।
नूंह में बढ़ रही है रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या
हरियाणा सरकार के पास ऐसे इनपुट हैं कि नूंह में रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या बढ़ती जा रही है। मेवात क्षेत्र में कुछ लोग इन रोहिंग्या मुसलमानों को शरण दे रहे हैं। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पूरे प्रदेश में 600 से 700 रोहिंग्या मुस्लिम परिवार रह रहे हैं। केवल नूंह में करीब दो हजार रोहिंग्या रहते हैं।
नूंह के अलावा फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल और यमुनानगर जिलों में इनके रहने के इनपुट सरकार के पास पहुंचे हैं। इनमें से कई के आधार कार्ड व राशन कार्ड तक बन चुके हैं। प्रदेश सरकार ने ऐसे संदिग्ध लोगों के राशनकार्ड और आधार कार्ड के साथ परिवार पहचान पत्र बनाने में भी सावधानी बरतने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
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