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    Palwal: "साहब! घर में कोई कमाने वाला नहीं, राशन भी नहीं मिलता"; PPP में महिला की दिखा दी गई 6 लाख रुपये आय

    By Ankur AgnihotriEdited By: Shyamji Tiwari
    Updated: Mon, 06 Feb 2023 08:46 PM (IST)

    हरियाणा के पलवल में सोमवार को प्रखंड कार्यालय में लगाए गए शिविर में कई लोग अपनी अपनी फरियाद लेकर आए। इस दौरान एक महिला फरियाद में कहा कि साहब घर में कोई कमाने वाला नहीं है राशन भी नहीं मिलता है।

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    "साहब घर में कोई कमाने वाला नहीं, राशन भी नहीं मिलता",

    पलवल, जागरण संवाददाता। साहब! मेरे घर में कोई कमाने वाला नहीं। जीवन यापन के लिए राशन मिलता था। अब मेरी आय परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में साढ़े छह लाख से ज्यादा दर्शा दी। कई बार सीएचसी सेंटर पर ठीक कराने के लिए आवेदन किया, लेकिन हुआ कुछ नहीं। राशन मिलना भी बंद हो गया। मेरी फरियाद को सुना जाए तथा मेरा बीपीएल कार्ड बनवाया जाए।

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    लोगों की पीपीपी में त्रुटियां

    यह व्यथा थी अंधोप से आई सुमन की, जो सोमवार को प्रखंड कार्यालय में अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार मीणा के समक्ष अपना दुखड़ा सुना रही थी। सुमन जैसे सैकड़ों लोग पीपीपी में त्रुटियों को लेकर सोमवार को प्रखंड कार्यालय में लगाए गए शिविर में यही शिकायतें लेकर पहुंचे। उन्होंने उपायुक्त को अपनी समस्या से रूबरू कराया।

    बता दें कि प्रखंड कार्यालय में प्रशासन की तरफ से परिवार पहचान पत्र में हुई त्रुटियों को लेकर एक विशेष शिविर लगाया गया था। इस शिविर में अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार मीणा ने खुद ग्रामीण आंचल से आए लोगों की परिवार पहचान पत्र से संबंधित शिकायतें सुनीं। लोगों के लिए लगाए गए इस शिविर में करीब 1500 लोग अपने परिवार पहचान पत्र में त्रुटियों को ठीक कराने आए।

    पीपीपी में दिखा दी गई ज्यादा आय

    शिविर में 95 प्रतिशत लोग वे थे, जिनकी आय परिवार पहचान पत्र में ज्यादा दिखाई गई है। अंधोप की सुमन की आय करीब साढ़े छह लाख दर्ज की गई, जबकि उसके पास आय के नाम पर केवल विधवा पेंशन मिलती है। कृष्णा की वार्षिक आय 48,000 हजार बताई गई है, लेकिन उसकी आय भी ढाई लाख से ऊपर पीपीपी में अंकित कर दी गई।

    संतोष के कोई कमाने वाला नहीं, फिर आय साढ़े छह लाख दर्शाई गई। अंधोप की सीमा की भी यह कहानी है। उसके परिवार में कोई कमाने वाले नहीं, लेकिन वैरिफाई करने वाले अधिकारियों ने उसे ढाई लाख से पांच लाख के स्लेब में डाल दिया। मलाई के नसरू की आय पीपीपी में 50 हजार से 75 हजार दर्शाई गई, लेकिन पहले बीपीएल था, आय कम होने के बाद भी बीपीएल कार्ड नहीं बना। जान मोहम्मद, मामूर, अकरम और न जाने कितने ग्रामीण परिवार पहचान पत्र में आय वैरिफिकेशन करने वाले अधिकारियों को कोसते नजर आए।

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    न मिलता राशन, न कोई कमाने वाले

    एक फरियादी कृष्णा ने बताया कि मेरे कोई कमाने वाला नहीं, फिर आय ज्यादा दिखा दी। राशन मिलना भी बंद हो गया। वहीं सीमा का कहना है कि कई बार सीएचसी सेंटर पर इस बारे में अपील लगाई थी, लेकिन अभी तक उसका नतीजा कुछ नहीं। एक अन्य फरियादी संतोष कुमारी ने कहा कि जिन लोगों की आय ज्यादा है, उनकी कम दिखाई हुई। हमारी आय कम है, उसे ज्यादा दिखाया गया है।

    पलवल के अतिरिक्त उपायुक्त हितेश मीणा ने कहा कि सभी लोगों की आपत्तियां दर्ज की गई है। जिनकी आय वैरिफिकेशन होनी है, उसमें करीब 15 दिनों का समय लगेगा। आय वैरिफिकेशन का कार्य पांच सदस्य टीम द्वारा किया जाता है। अन्य त्रुटियों को जल्द टीक करा दिया जाएगा।

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