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    ऑपरेशन सिंदूर में बलिदानी के परिवार पर पलवल में क्यों हुआ हमला ? क्रिया कर्म की रकम पर हुए बवाल में नौ घायल

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 09:18 PM (IST)

    पलवल के मोहम्मदपुर गांव में बलिदानी लांस नायक दिनेश शर्मा के परिवार पर सरपंच के पिता पर हमले का आरोप है जिसमें नौ लोग घायल हो गए। यह विवाद पैसे के लेन-देन और गांव के नामकरण को लेकर है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक ने कहा कि नामकरण की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी और सरकार परिवार के साथ है।

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    बलिदानी के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा। जागरण

    जागरण संवाददाता, पलवल। ऑपरेशन सिंदूर में देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले बलिदानी लांस नायक दिनेश शर्मा के घर पर पैसे के लेनदेन को लेकर सरपंच के पिता सहित दो दर्जन से अधिक लोगों ने बीते सोमवार रात को हमला कर दिया।

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    हमले में परिवार के नौ लोग घायल हो गए। हसनपुर थाना प्रभारी दिनेश कुमार के अनुसार मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उनका कहना है गहनता से जांच की जा रही है।

    मामले में जो भी दोषी होगा, उसे गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें छह मई को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जम्मू-कश्मीर के बारामुला में पाकिस्तान से हो रही गोलीबारी में बलिदानी लांस नायक दिनेश शर्मा बलिदान हो गए थे।

    जिले के मोहम्मदपुर गांव में रहने वाले बलिदानी के पिता दयाचंद शर्मा द्वारा पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार गांव के सरपंच युग पुरुष और उसके पिता भूपराम पाठक ने बलिदानी दिनेश शर्मा की श्रद्धांजलि और क्रिया कर्म पर 52 हजार रुपये खर्च किए थे।

    जिसे दयाचंद ने लौटा दिया था, लेकिन भूपराम पाठक ने इन आरोपों को गलत बताया और कहा कि उन्हें सिर्फ दस हजार रुपये मिले हैं। इसके बाद, दयाचंद शर्मा ने 22 सितंबर को 52 हजार रुपये के लेनदेन का पूरा ब्योरा पेश किया।

    इससे सरपंच और उसके स्वजन उनसे रंजिश रखने लगे। शिकायतकर्ता के अनुसार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मोहम्मदपुर गांव का नाम उनके पुत्र दिनेश शर्मा के नाम पर रखने की घोषणा की थी।

    इसको लेकर भी सरपंच पक्ष लगातार विरोध कर रहा था। दयाचंद शर्मा ने आरोप लगाया है कि सरपंच पक्ष द्वारा लगातार उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही थीं।

    इस विवाद को लेकर सोमवार रात को भूपराम पाठक, हेमदत्त पाठक, सुरेश, कृष्ण, बालादेवी, भूपेंद्र, जुगेंद्र, नारायण, अनिल, सोनू, लखन, दिनेश, हरी ओम, प्रीति समेत 25-30 लोगों ने उनके घरों पर लाठी, डंडे, फरसे से हमला कर दिया।

    हमलावरों के पास अवैध हथियार कट्टा और पिस्तौल भी थी। इस हमले में उनका भतीजा सत्यवीर, सत्यवीर का पुत्र शिवम और मोहित, सत्यवीर की पत्नी रेखा देवी, भतीजे प्रेम राज की पत्नी जसवंती, भतीजा धर्म प्रकाश, मुन्नी देवी और रेखा घायल हो गए।

    उन्होंने तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को फोन किया, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की गाड़ी को देखकर हमलावर भाग गए।

    उधर, मामले में सरपंच युगपुरुष के पिता भूपराम पाठक ने बताया कि उनका इस झगड़े से कोई लेना-देना नहीं है। उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। आरोपियों से उनके परिवार का कोई लेना-देना नहीं है।

    शीघ्र ही नामकरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी: मुकेश वशिष्ठ

    बलिदानी दिनेश शर्मा के पिता दयाचंद शर्मा द्वारा गांव के नामकरण को लेकर लगाए गए आरोपों पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मीडिया समन्वयक मुकेश वशिष्ठ ने बताया कि अब तक जिला प्रशासन को बलिदानी दिनेश शर्मा के नाम पर पार्क, विद्यालय का नामकरण, मुख्य द्वार और सभी शहीद स्मारक संबंधी प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।

    इसके अतिरिक्त, गांव में स्मारक निर्माण के लिए 25 लाख रुपये और हाल निर्माण के लिए दस लाख रुपये की राशि मंजूर हो चुकी है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही ग्राम सभा बुलाकर सर्वसम्मति से गांव के नामकरण की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी।

    मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का विश्वास है कि पूरा गांव और क्षेत्र बलिदानी के परिवार के साथ खड़ा है। शीघ्र ही ग्राम सभा बुलाकर सर्वसम्मति से गांव के नामकरण की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी। हरियाणा सरकार बलिदानियों और उनके परिवारों के सम्मान और कल्याण के लिए पूर्णतः कृतसंकल्पित है।

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