मेवात में अधिकारियों की सजगता से बच गई नाबालिग की जिंदगी, बारात आने से पहले टीम ने पहुंचकर किया बड़ा काम
नूंह जिले के मालब गांव में महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी मधु जैन ने 16 वर्षीय नाबालिग लड़की की शादी रुकवाई। बारात आने से पहले टीम ने मौके पर पहुंचकर शादी रुकवाई और अभिभावकों से 18 वर्ष की आयु के बाद ही शादी करने का शपथ पत्र लिया। मधु जैन ने लोगों से हेल्पलाइन नंबर पर सूचना देने की अपील की।

जागरण संवाददाता, नूंह। सोमवार को महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी मधु जैन ने जिले के मालब गांव में होने जा रही एक 16 वर्षीय नाबालिग बच्ची की शादी को रुकवा दिया। दस्तावेजों की जांच करने पर शादी के समय लड़की की उम्र मात्र 16 वर्ष ही पाई गई।
बारात नूंह खंड के गांव गुंडवास से आनी थी। बारात आने से मात्र आधे घंटे पहले ही टीम के पहुंचने पर सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई। टीम संग मालब गांव पहुंची महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी मधु जैन ने अभिभावकों से बच्ची की उम्र 18 वर्ष पूरी होने पर ही शादी करने का लिखित में शपथ पत्र लिया।
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मधु जैन ने कहा कि बाल विवाह आज भी समाज में व्याप्त और गंभीर समस्या है। जो बच्चियों के स्वास्थ्य,शिक्षा और उनके उज्जवल भविष्य को गहरा आघात पहुंचा रही है। इसे समाप्त करने के लिए सरकार और सामाजिक संगठनों द्वारा भी निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन फिर भी लोग अंजान बने हुए हैं। जबकि अभिभावकों को सबसे पहले अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।
उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि इस तरह के कोई भी मामले संज्ञान में आने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1098,181 व शिकायत केंद्र पर भी जानकारी साझा की जा सकती है ताकि बच्चों के भविष्य को बचाया जा सके। उन्होंने अभिभावकों से यह लिखित रूप में लिया कि वह अपनी बच्चियों की शादी निर्धारित उम्र पूरी होने के बाद ही शादी करेंगे और उनकी पढ़ाई को भी जारी रखेंगे।
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