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    शराब पिलाकर किया बेहोश, फिर बक्से में बंद कर ले ली जान; अखबार में विज्ञापन पढ़ शिकार तलाशती थी हिमाचली देवी

    शाहाबाद के नराता राम हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी महिला को पंजाब के जालंधर से गिरफ्तार किया गया है। हिमाचली देवी नाम की इस महिला ने पहले नराता राम से शादी की और फिर उनकी हत्या कर दी। उसने नराता राम के पैसे हड़प लिए और उनके मोबाइल से तीन लाख रुपये की शॉपिंग की। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है।

    By Brijesh Dwivedi Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sat, 28 Dec 2024 01:31 PM (IST)
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    पुलिस की अपराध शाखा दो ने हिमाचली देवी को किया गिरफ्तार। (सौ. पुलिस प्रवक्ता)

    जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। पुलिस की अपराध शाखा दो की टीम ने शाहाबाद की अमर कालोनी में लोहे के बक्से से मिले नराता राम की लाश के मामले में आरोपित महिला को पंजाब के जालंधर जिले के गदईपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है।

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    पुलिस पूछताछ में हिमाचली देवी ने बताया कि पहले नराता राम से शादी की। इसके बाद नराता राम से पैसा काबू करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी। हत्या के बाद नराता राम का मोबाइल भी साथ ले गई थी, वहीं उसने गूगल पे से तीन लाख रुपये की शॉपिंग की थी।

    इन हत्याओं को भी ऐसे ही दिया था अंजाम

    आरोपित ने इसी तरह पंजाब के जालंधर में कुलवंत खत्री की भी हत्या के बाद शव बक्से में बंद कर दिया था। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में इसी तरह वारदात को अंजाम दिया था। पीड़ित को बक्से में बंद नहीं कर पाई थी जिस कारण वह बच गया था। वह पहली बार पकड़ी गई है। पुलिस ने महिला को रिमांड के बाद शुक्रवार को अदालत में पेश किया जहां से उसे उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

    रेलवे से रिटायर्ड थे नराता राम

    शाहाबाद के गांव जलुबी निवासी राकेश कुमार ने तीन जून को शाहाबाद थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पिता नराता राम रेलवे से रिटायर्ड हो चुके हैं। रिटायर्ड होने के बाद उन्होंने दूसरी शादी की थी, लेकिन कुछ समय बाद उनकी दूसरी पत्नी उनको छोड़कर चली गई थी। कुछ समय बाद उसके पिता एक अन्य महिला के साथ घर से कहीं चले गए।

    उन्होंने अपने पिता की काफी जगह तलाश की, परंतु उनका कुछ पता ना चला। जिसकी शिकायत पर शाहाबाद थाना पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज करके जांच उपनिरीक्षक ओम प्रकाश को सौंपी थी। सात दिसंबर को राकेश कुमार को पता चला था कि उसके पिता की मोटरसाइकिल अमर कालोनी स्थित मकान में खड़ी है। यह मकान भी नराता राम का था। वह मकान पर पहुंचे तो वहां बदबू आ रही थी।

    जिस पर जांच की तो नराता राम की लाश मकान में लोहे के बक्शे में बंद मिली थी। पुलिस ने मामले में हत्या की धारा जोड़ कर जांच पुलिस की अपराध शाखा दो को सौंपी थी। यह मकान नराता राम का था जो उसने बाद में खरीदी थी। वह बेटे से अलग रह रहा था।

    हिमाचली देवी को जालंधर से किया गया था गिरफ्तार

    पुलिस की अपराध शाखा-दो प्रभारी निरीक्षक मोहन लाल के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक सुरेंद्र कुमार, निरीक्षक रणधीर सिंह, लखन सिंह, हवलदार प्रदीप कुमार व महिला सिपाही रितु की टीम ने हत्या की आरोपित जालंधर निवासी हिमाचली देवी उर्फ ज्योति को आठ दिन पहले गिरफ्तार कर लिया था।

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    अखबार में वैवाहिक विज्ञापन पढ़ तलाशती थी शिकार

    पुलिस की अपराध शाखा-दो प्रभारी निरीक्षक मोहन लाल ने बताया कि आरोपित हिमाचली देवी उर्फ ज्योति के खिलाफ जालंधर पंजाब में इसी तरह का हत्या का मामला दर्ज है। जिसमें आरोपित ने कुलवंत खत्री की हत्या की थी। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में भी आरोपित ने इसी प्रकार की घटना को अंजाम दिया था, लेकिन उसमें पीड़ित बच गया था।

    उन्होंने बताया कि महिला ने मृतक नराता राम का अखबार में शादी का विज्ञापन पढ़ा तथा उसके संपर्क में आई थी। बाद में महिला ने नराता राम से शादी कर ली थी। वारदात के दिन आरोपित ने नराता राम को नशीली गोलियां की ओवर डोज दी थी तथा उसे मरा हुआ समझकर लोहे के बक्शे में बंद करके पंजाब भाग गई थी।

    आरोपित ने नराता राम का मोबाइल फोन साथ ले गई तथा गूगल-पे के माध्यम से करीब तीन लाख रुपये की खरीददारी की थी। आजमगढ़ में जहां घटना का अंजाम दिया था उसका ठीक से पता नहीं बता पा रही है।

    पहले शराब पिलाती फिर एलप्रेक्स मिला करती थी बेहाश

    पुलिस की अपराध शाखा-दो प्रभारी निरीक्षक मोहन लाल बताया कि आरोपित महिला ने बताया कि जब लगता था कि जिस व्यक्ति के साथ वह रही है उस पर विश्वास करने लगा है। इसके बाद वह उसके सारे पैसे अपने कब्जे में कर लेती थी। इसके बाद वह उनके साथ खुद शराब पीती थी।

    जब उस व्यक्ति को नशा हो जाता तो उसके शराब में एलप्रेक्स की गोली मिला उसे बेहाेश कर देती थी। इसके बाद वह बक्से में बंद कर फरार हो जाती थी। इसी तरह नवराता और कुलवंत खत्री की हत्या की थी। आजमगढ़ में वारदात को अंजाम दिया लेकिन वहां पीड़ित को बक्शे में बंद नहीं कर पाई थी। वह व्यक्ति बच गया था।

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