Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Karnal Crime News: लॉरेंस बिश्नोई के भाई ने दो करोड़ की रंगदारी के लिए चलवाई गोली, करनाल STF ने दो शूटर्स किए गिरफ्तार

    By Kapil KumarEdited By: Deepak Saxena
    Updated: Sat, 18 Nov 2023 04:41 PM (IST)

    कुरुक्षेत्र निवासी इमीग्रेशन एजेंट पर रंगदारी के लिए गोली चलवाने के मामले पर करनाल एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल की है। करनाल एसटीएफ ने घरौंडा इलाके से लॉरेंस बिश्नोई के दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने दोनों शूटरों को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। रंगदारी मांगने वाले आरोपी अमेरिका से अपने गैंग का संचालन कर रहे हैं।

    Hero Image
    लॉरेंस बिश्नोई के भाई ने दो करोड़ की रंगदारी के लिए चलवाई गोली, करनाल STF ने दो शूटर्स किए गिरफ्तार।

    जागरण संवाददाता, करनाल। कुरुक्षेत्र में इमीग्रेशन एजेंट पर गोली चलाने के मामले में करनाल एसटीएफ ने घरौंडा क्षेत्र से लॉरेंस बिश्नोई के दो शूटर पकड़े हैं। शूटर जिले के गांव कालरम के रहने वाले हैं। दोनों ने नौ नवंबर को कुरुक्षेत्र में सेक्टर-तीन में घर के बाहर खड़े एजेंट पर सीधी गोली चलाई थी, जिसमें वह बाल-बाल बचा। एजेंट से लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई और उसके साथियों ने दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। एसटीएफ दोनों शूटरों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    करनाल एसटीएफ प्रभारी दीपेंद्र सिंह राणा ने बताया कि कुरुक्षेत्र के सेक्टर-तीन निवासी सतेंद्रपाल का सेक्टर-10 में इमीग्रेशन सेंटर हैं। उन्हें बीते दो महीने से लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नाई व उसके साथी आशू और गिल्ली की तरफ से यूएस नंबर से कॉल करके दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी जा रही है। ये सभी आरोपित अमेरिका में बैठे हैं। रंगदारी न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई, जिसके बाद सतेंद्रपाल को सुरक्षा मुहैया कराई गई।

    STF को सौंपी गई जांच

    मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई। बीती नौ नवंबर को बाइक सवार दो युवकों ने घर के बाहर खड़े सतेंद्रपाल पर गोलियां चलाई। हमले में वह बाल-बाल बचे। इसके बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी। जांच के दौरान गोली चलाने के मामले में करनाल के कालरम निवासी दीपेंद्र उर्फ दिप्पी और अमन का नाम सामने आया।

    एसटीएफ ने शुक्रवार शाम को दोनों को घरौंडा बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास एक 32 बोर की अवैध पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। एसटीएफ प्रभारी ने बताया कि दोनों आरोपितों को न्यायालय में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा। आरोपितों का आपराधिक रिकॉर्ड, हथियार और लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ने के संबंध में पूछताछ की जाएगी।

    ये भी पढ़ें: 'भ्रष्टाचार के लिए हुआ JJP-BJP गठबंधन', प्राइवेट सेक्टर में 75% आरक्षण रद्द होने पर जमकर सियासत; दीपेंद्र हुड्डा बोले- ढकोसला था कानून

    16 नवंबर को एजेंट के घर फेंकी गई थी पर्ची

    एसटीएफ प्रभारी दीपेंद्र सिंह राणा ने बताया कि गोली चलाने के बाद 16 नवंबर को एजेंट सतेंद्र पाल के घर पर्ची फेंकी गई। इस पर लॉरेंस ग्रुप वार्निंग लिखा था। रंगदारी में लारेंस बिश्नोई का नाम सामने आने पर जांच और तेज की गई।

    इंटरनेट मीडिया के जरिये लॉरेंस के संपर्क में आए शूटर

    दीपेंद्र सिंह राणा ने बताया कि क्षेत्र में लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क करीब करीब समाप्त हो चुका है। पहले काला जठेड़ी उसका गुर्गा था। वहीं उसे शूटर उपलब्ध कराता था। अब लारेंस ग्रुप इंटरनेट मीडिया के माध्यम से 18-19 साल के युवकों को ग्रुप से जोड़ रहा है। इन युवकों को रुपयों का लालच देकर आपराधिक वारदात कराई जा रही है।

    दिया था पांच लाख रुपये का लालच

    एजेंट सतेंद्रपाल ने बदमाशों को रंगदारी नहीं दी। इसके बाद अनमोल बिश्नोई की ओर से अनेक फोन कॉल आए। पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की। इससे भी बिश्नोई तैश में आया। इसी के चलते उसने दीपक और अमन के माध्यम से उसपर गोली चलाई। हालांकि दोनों शूटरों ने सतेंद्रपाल पर सीधी गोली चलाई थी यानी शूटर उसे डराना नहीं, मारना चाहते थे लेकिन वह बाल बाल बच गया। अनमोल बिश्नोई ने शूटरों को गोली चलाने के लिए उनके अकाउंट में पांच लाख रुपये डालने का लालच दिया था। अभी तक वह दोनों के अकाउंट में दस हजार रुपये ही डाल पाया था।

    ये भी पढ़ें: जहरीली हवा: फतेहाबाद में फिर AQI 400 के पार, 501 पहुंची फायर लोकेशन; 275 किसानों पर लगाया जुर्माना फिर भी जला रहे पराली