नाबालिग साली से जीजा ने किया दुष्कर्म, प्रेग्नेंट होने पर कराया अबॉर्शन; कुछ महीनों बाद इंफेक्शन से मौत
Haryana News हरियाणा के करनाल (Karnal Crime News) में नाबालिग से दुष्कर्म के बाद गर्भपात कराया गया। गर्भपात के दौरान पेट में भ्रूण का अंश रह गया जिससे इंफेक्शन हुआ और पीड़िता की मौत हो गई। फास्ट ट्रैक कोर्ट ने दोषी जीजा को 22 साल की सजा सुनाई है। दोषी के भाई और भाभी को भी सजा सुनाई गई है।
जागरण संवाददाता, करनाल। Haryana Crime News: हरियाणा के करनाल के अतंर्गत घरौंडा निवासी नाबालिग से दुष्कर्म करने के मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने दोषी जीजा को 22 साल की सजा सुनाने के साथ 30 हजार रुपये जुर्माना लगाया है।
दोषी के भाई और भाभी ने नाबालिग का गर्भपात कराया। ऐसे में दोषी भाई को 12 साल की सजा सुनाई गई। 20 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा भाभी को दस साल की सजा सुनाई गई और 15 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया है।
गर्भपात के दौरान नाबालिग के पेट में भ्रूण का अंश रह गया। इसके चलते उसे इंफेक्शन हुआ और गर्भपात के करीब चार महीने बाद उसकी मौत हो गई थी।
13 साल की थी नाबालिग
उप जिला न्यायवादी जंगबहादुर सिंह ने बताया कि घरौंडा निवासी एक विधवा ने सात जून 2021 को थाने में शिकायत देकर बताया था कि उनकी 13 वर्षीय बेटी को उत्तर प्रदेश के शामली के गांव भूरा निवासी उनका बड़ा दामाद अशफाक अपने साथ ले गया था।
कुछ समय बाद दामाद उनकी बेटी को घर वापस छोड़ गया। बेटी के गुमसुम रहने पर उन्होंने पूछताछ की तो उसने बताया कि जीजा ने उसके साथ दुष्कर्म किया है और अब वह गर्भवती है।
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गर्भपात के बाद बेटी को गया घर छोड़ने
इस बारे में अशफाक से पूछताछ की तो उसने किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। मई 2021 को अशफाक का बड़ा भाई महताब उनकी बेटी को शामली ले गया। यहां महताब और उसकी पत्नी सन्नो ने किसी चिकित्सक से बेटी का गर्भपात कराया। गर्भपात के बाद वे बेटी को वापस उनके घर छोड़ गए।
जून महीने में बेटी की तबीयत बिगड़ी तो उन्होंने उसे पानीपत के एक अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सक ने बताया कि गर्भपात के दौरान नाबालिग के पेट में भ्रूण का अंश बचा हुुआ है। पुलिस ने आरोपितों पर केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू की।
दस वर्षीय बालिका को अगवा करने का आरोप
उधर, कर्ण लेक से दस वर्षीय बालिका को अगवा करने का मामला सामने आया है। बालिका की मां ने राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान में दूध पैकिंग का काम करने वाले युवक पर आरोप लगाया है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू की है।
बिहार के समस्तीपुर जिले के एक गांव निवासी महिला ने बताया कि वह वर्तमान में परिवार के साथ सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में रहती है। उनके पास एक बेटा व पांच बेटी हैं।
18 नवंबर को वह अपने बच्चों के साथ कर्ण पार्क में घूमने आई थी। उसकी समय गांव सांभली निवासी ललित पंडित उनकी दस वर्षीय बेटी को उठाकर ले गया। ललित पंडित एनडीआरआइ में दूध पैकिंग का काम करता है। पुलिस ने केस दर्ज करके आरोपित की तलाश शुरू की है।
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