Haryana News: 'सब ठीक हो जाएगा....', लेकिन डॉक्टर की लापरवाही ने ले ली दो की जान, डिलीवरी के दौरान मां और बच्चे की मौत
गुहला-चीका के सार्थिक अस्पताल में प्रसव के दौरान एक 24 वर्षीय महिला और उसके नवजात शिशु की मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने अस्पताल की चिकित्सक और उनकी सहायक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच में जुट गई है।

संवाद सहयोगी, गुहला-चीका (कैथल)। चीका के सार्थिक अस्पताल में शनिवार की देर रात डिलीवरी के दौरान कल्लर माजरा गांव की 24 वर्षीय महिला सुनीता व नवजात की मौत हो गई। सुनीता के पिता सुखाराम व भाई जीतराम ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दी है।
इस पर पुलिस ने अस्पताल की चिकित्सक डॉ. अनु सिंह व उनकी सहायक सत्या देवी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सुनीता के भाई जीतराम ने बताया कि छह वर्ष पूर्व उसकी बहन की शादी कल्लर माजरा डेरा बाजीगर के रहने वाले विजय कुमार से हुई थी। सुनीता की तीन वर्ष की बेटी सीरत है। वे शनिवार सुबह करीब 11 बजे सुनीता को डिलीवरी के लिए सार्थिक नर्सिंग होम लेकर आए थे।
तीन-चार घंटे तक डॉक्टर व स्टाफ के दबाव के कारण बच्चे की जन्म से पहले ही मौत हो गई। उस वक्त भी डॉक्टर आश्वासन देते रहे कि बच्चा अगले 24 घंटे तक ठीक हो जाएगा। सुनीता को बहुत अधिक रक्तस्राव होने लगा तो उन्होंने उसे अपने परिचित के अस्पताल पटियाला में रेफर कर दिया।
अधिक खून बहने से हो गई मौत
अधिक खून निकल जाने के कारण अस्पताल पहुंचने से पहले ही सुनीता की मौत हो गई। जब वे शव लेकर वापस अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया तो डॉक्टर स्टाफ के साथ वहां से फरार हो गए।
स्वजन ने अस्पताल में तोड़फोड़ न करने की बात कही है, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है। थाना चीका प्रभारी सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि परिवार की ओर से शिकायत मिली है। पुलिस ने सुनीता और उसके नवजात बच्चे का पोस्टमार्टम करवाकर शव स्वजन को सौंप दिए हैं।
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