Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Hisar News: निगम कर्मचारियों का वेतन अटका, बायोमेट्रिक हाजिरी चेक होने के बाद ही मिलेगी सैलरी

    Updated: Thu, 06 Mar 2025 02:51 PM (IST)

    हरियाणा के हिसार नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए अब सुस्ती और लेट-लतीफी की आदत बदलना जरूरी हो गया है। निगमायुक्त नीरज ने सरकार के आदेशों का पालन अनिवार्य कर दिया है। इसके तहत निगम स्टाफ को वेतन चाहिए तो उन्हें बायोमेट्रिक हाजिरी लगानी ही होगी। अतिरिक्त निगम आयुक्त (एएमसी) डॉ. प्रदीप हुड्डा ने वेतन जारी करने की फाइल लौटाते हुए ऑफिस स्टाफ की हाजिरी तलब की है।

    Hero Image
    बायोमेट्रिक मशीन में अटेंडेंस लगाना हुआ अनिवार्य

    जागरण संवाददाता, हिसार। नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को सुस्त व लेट-लतीफ की अपनी चाल अब बदलनी ही होगी। निगमायुक्त नीरज ने सरकार के आदेशों की पालना अनिवार्य कर दी है। जिसके कारण पूर्व में निगम स्टाफ को स्थिति स्पष्ट कर दी थी कि वेतन चाहिए तो बायामेट्रिक हाजिरी लगाओ।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    निगमायुक्त की सख्ती के बाद अतिरिक्त निगम आयुक्त (एएमसी) डॉ. प्रदीप हुड्डा ने वेतन जारी करने की बुधवार को फाइल लौटाते हुए ऑफिस स्टाफ की हाजिरी तलब कर ली है। ऐसे में बिना किसी ठोस कारण के कार्यालय में तैनात स्टाफ ने बायोमेट्रिक हाजिरी नहीं लगाई हुई है तो उनका वेतन कटने या अन्य कार्रवाई की गाज गिरने की संभावना पैदा हो गई है। ऐसे में अब निगम स्टाफ को सरकार के बायोमेट्रिक प्रणाली की पाबंदी में बंधना ही होगा।

    व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए स्टाफ को दिया था समय

    निगम प्रशासन ने स्टाफ को बायोमेट्रिक हाजिरी के आदेश की पालना के लिए समय दिया था। प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देश पर शहरी स्थानीय निकाय विभाग (यूएलबी) की ओर से 20 दिसंबर 2023 को आदेश जारी कर बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य की थी।

    इस आदेश पर अतिरिक्त निगम आयुक्त की ओर से 29 दिसंबर 2023 को आदेश जारी किए गए थे कि बायोमेट्रिक के आधार पर ही वेतन जारी होगा। लेकिन कई निगमकर्मी इन आदेशों का उल्लंघन करते रहे।

    यह भी पढ़ें-'जीजा बोलो नहीं तो...' जींद में कुछ लोगों ने श्रमिक पर बनाया दबाव, तेजदार हथियार से किया हमला

    जनवरी 2025 में निगमायुक्त ने स्टाफ को दिशा-निर्देश दिये थे कि बायोमेट्रिक हाजिरी लगाओ, इसके बावजूद कई कर्मी बायोमेट्रिक लगाने में सुस्ती कहें या लापरवाही बरतते रहे। अब एएमसी ने फरवरी के वेतन के लिये बायोमेट्रिक हाजिरी मांग ली है।

    पहले चरण में फील्ड स्टाफ को दी है राहत

    फील्ड में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों और माली के पद पर फील्ड में कार्य करने वाले स्टाफ को अभी बायोमेट्रिक में कुछ राहत अवश्य दी गई है। सख्ती करते हुए पहले चरण में उन स्टाफ की हाजिरी चेक की जा रही है जो कार्यालय में काम करते है इसके बावजूद भी बायोमेट्रिक नहीं लगा रहे है।

    आरटीआई में मांगी थी सूचना

    अग्रसेन कॉलोनी निवासी रविंद्र बिश्नोई ने सूचना के अधिकार-2005 में सूचना मांगी। उन्हें सूचना मिली कि पीए, स्टेनो, सीनियर अकाउंट ऑफिसर, अनुभाग अधिकारी, एक्सइएन, जेई, कानूनी सहायक, लिपिक, ड्राफ्टमैन, पंप आपरेटर, पशु अटेंडेंट, माली, इलेक्ट्रिशियन, सुपरवाइजर, अकाउंटेंट, बेलदार, चपड़ासी, सहायक, ड्राइवर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, एक्सपर्ट सहित कई पदों पर आसीन करीब 485 अधिकारी व कर्मचारी बायोमेट्रिक हाजिरी से परहेज कर रहे है।

    दैनिक जागरण ने दो जनवरी 2025 को (पीए से चपरासी तक 485 कर्मचारी बायोमेट्रिक से कर रहे परहेज, कागजी औपचारिकता बना सरकारी आदेश) शीर्षक से समाचार प्रकाशित बायोमेट्रिक की गफलतबाजी को उजागर किया। इसके बाद बायोमेट्रिक हाजिरी पर निगम प्रशासन की लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है। - डॉ प्रदीप हुड्डा, अतिरिक्त निगमायुक्त, हिसार ने बताया कि निगम कार्यालय में कार्य करने वाले स्टाफ की बायोमेट्रिक हाजिरी मांगी है। उनके बाद वेतन जारी किया जाएगा।

    यह भी पढ़ें- 'कुछ छिपाया जा रहा है...', Himani Murder Case की जांच को लेकर ऐसा क्यों बोली मृतका की मां?