दानिश से कैसे मिली थी ज्योति मल्होत्रा, किसकी मदद से पहली बार पहुंची थी पाकिस्तान? जांच में नए नाम का खुलासा
पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में हिसार की ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra ISI Spy) से एनआईए आईबी और एमआई पूछताछ कर रही हैं। जांच एजेंसियां ज्योति के पाकिस्तानी कनेक्शन आतंकवाद से लिंक और दानिश से संपर्क के बारे में जानकारी जुटा रही हैं। कुरुक्षेत्र के हरकीरत ने ज्योति को दानिश से मिलवाया था जिसके बाद वह जत्थे के साथ पहली बार पाकिस्तान गई।

जागरण टीम l हिसार/पानीपत। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ी गई हिसार निवासी ज्योति मल्होत्रा से सोमवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), आइबी और मिलिट्री इंटेलीजेंस (एमआई) ने पूछताछ की। ज्योति से पाकिस्तानी कनेक्शन (Jyoti Malhotra ISI Spy) के साथ आतंकवाद से लिंक और पाकिस्तान हाई कमीशन के अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से संपर्क पर पूछताछ कर रही है।
ISI से हुए उसके संपर्क और सूचनाओं का क्या अदान-प्रदान हुआ, उस पर जांच एजेंसियां पूरी जानकारी एकत्र करने में लगी हुई है। ज्योति का दानिश से कनेक्शन का बड़ा राजफाश हुआ है। कुरुक्षेत्र से हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (एचएसजीएमसी) के आईटी सेल के अध्यक्ष हरकीरत ने ज्योति को दानिश से मिलवाया था। उसके बाद ज्योति का वीजा लगने के बाद हरकीरत ने एक जत्थे के साथ पहली बार पाकिस्तान भेजा था।
नहीं मिले अभी कोई पुख्ता सबूत
रविवार को हिसार पुलिस ने हरकीरत से भी पूछताछ की थी और उसका मोबाइल जब्त किया था। पूछताछ के बाद हरकीरत को घर भेज दिया था। वहीं, ज्योति की तरफ से पाकिस्तान को सीधे कोई खुफिया जानकारी देने के अभी तक पुलिस को ठोस सबूत नहीं मिले हैं।
वहीं, रविवार रात पौने दो बजे पुलिस की एक टीम ज्योति को उसके न्यू अग्रसेन कॉलोनी स्थित घर ले गई और 15 मिनट रुकने के बाद कपड़े लेकर वापस आ गई। ज्योति की पिता से बातचीत नहीं हुई जबकि उसने अपने ताऊ को जल्द घर आने की बात कही थी।
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दादूवाल बोले- हरकीरत हमारा पदाधिकारी, हम भी अपने स्तर पर कराएंगे जांच
हिसार एसटीएफ की पूछताछ के बाद हरकीरत सिंह सोमवार को कुरुक्षेत्र में एचएसजीएमसी के कार्यालय में नहीं पहुंचे। वे अपने पिता को बीमारी के कारण उपचार के लिए लेकर गए थे। सायं को एचएसजीएमसी के धर्म प्रचार कमेटी के चेयरमैन संत बलजीत सिंह दादूवाल मुख्यालय पहुंचे।
एचएसजीएमसी ने इस मामले में जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। दादूवाल ने कहा कि जो व्यक्ति दोषी होगा उस पर कार्रवाई जरूरी है, मगर जो निर्दोष है उसे बेवजह तंग न किया जाए।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गुरुद्वारों की सेवा संभाल के समय हरकीरत सिंह सुपरवाइजर के पद पर तैनात थे। वह पुराने कर्मचारी हैं। एचएसजीएमसी बनने के बाद उन्हें आइटी सेल के अध्यक्ष का पद सौंपा गया था। वह जिला प्रशासन के साथ संगत के दस्तावेज की फाइल तैयार करवाते थे।
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