रोहतक के कुश्ती अखाड़े में ताबड़तोड़ फायरिंग, दो कोचों व यूपी की महिला पहलवान सहित पांच मरे
हरियाणा के राेहतक मेें बड़ी घटना हाे गई। रोहतक के एक कुश्ती अखाड़ें में अचानक फायरिंग हो गई। इसमें दो कुश्ती कोच और एक महिला पहलवान सहित पांच लोगों के मारे जाने की सूचना है। इस घटना से शहर में हड़कंप मच गया।
रोहतक, जेएनएन। शहर के एक कुश्ती अखाड़े में अचानक फायरिंग से हड़कंप मच गया। जाट कॉलेज के पास एक अखाड़ा में हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में पांच लाेगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। मारे गए लोगाें में तीन कुश्ती काेच और एक महिला पहलवान शामिल हैंं। घटना में मारी गई महिला पहलवान उत्तर प्रदेश के मथुरा की बताई जाती है। घटना का कारण पुरानी रंजिश को बताया जा रहा है। घायलों को निकट के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। फायरिंग कुश्ती कोच सुखवेंद्र मोर ने अपने कुछ साथियों के साथ की है। उसकी अखाड़े के हेड कोच मनोज मलिक से कुद दिन पहले कहासुनी हुई थी।
मारे गए लोगों में एक उत्तर प्रदेश के मथुरा की महिला पहलवान भी शामिल
जानकारी के अनुसार, देर शाम जाट कॉलेज के पीछे स्थित अखाड़े में एक कुश्ती कोच ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमें अखाड़ा संचालक और उसकी पत्नी सहित पांच लोगों की मौत हो गई। कई अन्य के घायल होने की सूचना है। वारदात की सूचना मिलने पर शहर में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और वारदात स्थल का जायजा लिया।
फायरिंग में मारे गए अखाड़े कें संचालक मनोज मलिक और उसकी पत्नी साक्षी की फाइल फोटो।
मृतकों में अखाड़े का संचालक सोनीपत के सरगथला गांव निवासी मनोज मलिक, उसकी पत्नी साक्षी, उत्तर प्रदेश के मथुरा की महिला पहलवान पूजा, रोहतक के मांडोठी गांव निवासी कोच सतीश कुमार और गांव मोखरा निवासी प्रदीप मलिक शामिल हैं। देव कालोनी स्थित अखाड़े के कोच निंदाना निवासी अमरजीत सिंह और कोच मनोज कुमार का बेटा तीन वर्षीय सरताज घायल हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, सोनीपत जिले के ही सरगथल गांव निवासी 35 वर्षीय मनोज मलिक जाट कालेज के अखाड़े में हेड कोच थे। मनोज की पत्नी साक्षी रेलवे में क्लर्क थी। मनोज अपनी पत्नी और तीन साल के बेटे सरताज के साथ देव कालोनी में रहते थे। रोजाना की तरह शाम को वह पत्नी और बेटे के साथ जाट कालेज के ट्रैक पर घूमने के लिए गए थे। सुखवेंद्र अखाड़े के ऊपर वाली मंजिल पर रहता था। उसने मनोज और उसके परिवार को रात साढ़े नौ बजे अपने कमरे में बुलाया और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
बताया जाता है कि मनोज को तीन गोलियां लगीं। उसकी पत्नी व बेटे को भी एक-एक गोली लगी। उसके बाद सुखवेंद्र ने कमरे में ताला लगाया और चाबी लेकर वहां से भाग गया। प्रत्यदर्शियों ने बताया कि गोली की आवाज सुनकर अखाड़े में नीचे बैठे अन्य कोच और खिलाड़ी ऊपर की तरफ दौड़े। तभी सुखवेंद्र ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी और निकल भागा। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन मनोज मलिक की पत्नी साक्षी, उत्तर प्रदेश के मथुरा की रहने वाली पहलवान पूजा और रोहतक के गांव मोखरा निवासी कोच प्रदीप की जान जा चुकी थी। मनोज और झज्जर के गांव मांडोठी निवासी कोच सतीश दलाल को एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उन्हें भी बचाया नहीं जा सका।
घटना के बाद जांच करती पुलिस। (जागरण)
घटना की जानकारी होते ही एसपी राहुल शर्मा, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए। पुलिस अखाड़े के सभी एंट्री प्वाइंट के अलावा प्रमुख रास्तों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगालने में जुटी है। घटना को अंजाम देने के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस संबंधित परिवारों से संपर्क में जुटी हुई है।
घटना का कारण मुख्य अभियुक्त सुखवेंद्र मोर और मारे गए कोच मनोज में विवाद बताया जा रहा है। सुखवेंद्र सोनीपत के बरोदा का रहने वाला है। वारदात के बाद अभियुक्त और उसके साथ आए हमलावर भाग निकले। पुलिस अखाड़े के सभी एंट्री प्वाइंट के अलावा प्रमुख रास्तों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगालने में जुटी है।
मौके पहलवानों का जमावड़ा
घटना की जानकारी होते ही जाट कालेज में जिलेभर के पहलवान और कोच का जमावड़ा हो गया। इसके साथ ही खिलाड़ियों व शहर के प्रमुख लोग भी पहुंच गए। तत्काल ही घटना को अंजाम देने वाले हमलावरों को पकड़ने की मांग उठने लगी। वहीं, एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि हमें घटना की सूचना मिली तो मौके पहुंचकर जांच शुरू कर दी। पूरे मामले में तथ्य जुटाने के लिए टीम गठित कर दी है।
बरोदा में पुलिस अलर्ट
उधर, गोहाना क्षेत्र के बरोदा थाने की पुलिस गांव बरोदा के सुखवेंद्र मोर द्वारा रोहतक में वारदात को अंजाम देने के बाद अलर्ट हो गई। पुलिस ने गांव बरोदा में पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया और सुखवेंद्र के बारे में जानकारी जुटाई। पुलिस के अनुसार गांव बरोदा में स्थिति सामान्य है। बरोदा थाना के प्रभारी बदन सिंह गांव में पहुंचे। थाना प्रभारी के अनुसार गांव में किसी तरह की घटना नहीं हुई। पुलिस ग्रामीणों ने सुखवेंद्र मोर के बारे में जानकारी जुटा रही है।
रोहतक की घटना से गांव बरोदा के ग्रामीण हतप्रभ
सुखमेंद्र द्वारा रोहतक में वारदात को अंजाम देने के बाद ग्रामीण हतप्रभ है। ग्रामीणों का कहना है कि सुखवेंद्र को बचपन से ही कुश्ती का शौक था। वह कई प्रतियोगिताओं में भाग ले चुका है। सुखवेंद्र ने करीब दो साल पहले अखाड़े में हिस्सा किया था और वह अखाड़े का कोच था। सुखवेंद्र के पिता मेहर सिंह सेना से सेवानिवृत्त हैं और गांव में रहते हैं। सुखवेंद्र अक्सर गांव आता-जाता रहता था। सुखविंद्र और उसकी पत्नी को मेहर सिंह अपनी चल-अचल संपत्ति बेदखल कर रखा है। सुखवेंद्र के एक ढाई साल का बेटा है।
मौत से जूझ रहे कोच अमरजीत और मासूम सरताज
हालत गंभीर होने पर घायल मेहर सिंह अखाड़े के कोच अमरजीत को गुरुग्राम रेफर कर दिया गया। मनोज के तीन साल के बेटे सरताज पीजीआइएमएस रोहतक के आइसीयू में है।
कई दिन पहले हुई थी कहासुनी
बताया जा रहा है कि अखाड़े को एक साल के लिए चलाने के लिए दिया जाता है। फिलहाल मनोज मलिक हेड कोच के पद पर थे। उससे पहले सुखवेंद्र मोर अखाड़े का हेड कोच था। इसी वजह से सुखवेंद्र उनसे रंजिश रखता था। अखाड़े में प्रैक्टिस करने वाले पहलवानों के अनुसार कई दिन पहले भी उनके बीच कहासुनी हुई थी। उस समय मामला शांत हो गया, लेकिन सुखवेंद्र अंदर ही अंदर रंजिश रखे हुए था।
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'' गोलीकांड में पांच लोगों की मौत हुई है और एक बच्चे समेत दो लोग घायल है। वारदात के पीछे क्या वजह है, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। प्राथमिक जांच में अखाड़े को लेकर ही रंजिश की बात आ रही है। अभियुक्त को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है
- राहुल शर्मा, एसपी, रोहतक।
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