सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान में विदेशी परिंदों का आगमन 10-15 दिनों में शुरू होने की उम्मीद
सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान में 10-15 दिनों में विदेशी पक्षियों का आगमन शुरू होने की उम्मीद है। इस बार अच्छी बारिश से झील लबालब है। 7 अक्टूबर तक प्रवेश निशुल्क रहेगा। उद्यान में ग्रे लैग गूज कामन टील जैसे कई दुर्लभ पक्षी आएंगे जिससे जैव विविधता बढ़ेगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगेगा इसलिए नियमों का पालन करें।

संवाद सहयोगी, बादशाहपुर। सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान में विदेशी पक्षियों का आगमन अगले 10 से 15 दिनों में शुरू होने की उम्मीद है। हर साल की तरह इस बार भी साइबेरिया, यूरोप और एशिया के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में प्रवासी पक्षी यहां पहुंचने की उम्मीद हैं।
इन परिंदों का कलरफुल नजारा न सिर्फ प्रकृति प्रेमियों को लुभाता है, बल्कि पक्षी विशेषज्ञों और छात्रों के लिए भी अध्ययन का विशेष अवसर प्रदान करता है। इस बार वर्षा अच्छी होने के कारण झील पानी से लबालब है। रोजाना पांच क्यूसेक नहरी पानी भी पहुंच रहा है।
वन्य जीव विभाग ने इस सीजन को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए उद्यान में प्रवेश नियमों में बदलाव किया है। विभाग ने घोषणा की है कि 7 अक्टूबर तक सभी पर्यटकों के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को उद्यान की सैर कराना और उन्हें पक्षियों व पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। इसके अलावा, विभाग ने दर्शकों की सुविधा के लिए उद्यान में सफाई, बैठने की व्यवस्था और गाइड की सेवाओं को भी मजबूत किया है।
सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान हर साल सर्दियों के मौसम में हजारों विदेशी पक्षियों की शरणस्थली बनती है। इन परिंदों में ग्रे लैग गूज, कामन टील, पेंटेड स्टार्क, बार हेडेड गूज, शावलर और पेलिकन जैसे कई दुर्लभ प्रजाति शामिल हैं। इनके आगमन से न केवल स्थानीय जैव विविधता समृद्ध होती है। बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है।
नियमों का उल्लंघन करने पर हो सकता है जुर्माना
वन्य जीव विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि नियम उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। विशेष रूप से ये नियम उल्लंघन करने पर 1,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
- उद्यान में प्लास्टिक बैग, पालीथीन बोतलें इत्यादि लेकर जाना वर्जित है।
- म्यूजिक बजाना व शोर करना मना
- मानव भोजन देने से पक्षियों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए यह पूरी तरह मना है।
- पिकनिक व खेल-कूद आदि सामाजिक गतिविधियां करने की अनुमति नहीं है।
लगातार वर्षा से उद्यान के भीतर सड़कें खराब हो गई थीं। सभी को ठीक कर लिया गया है ताकि पर्यटकों को चलने में परेशानी न हो। जैसे ही मौसम ठंडा होगा, विदेशी परिंदे आने शुरू हो जाएंगे। उम्मीद है कि 10 से 15 दिनों में विदेशी परिंदे आने शुरू हो जाएंगे।
- रामकुमार जांगड़ा, मंडलीय वन्यजीव अधिकारी
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