Delhi-Gurugram Expressway की बदलेगी सूरत, 245 करोड़ का टेंडर जारी; पढ़ें पूरी पूरी डिटेल
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे के कायाकल्प का काम जुलाई से शुरू होगा। NHAI ने 245 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है। इस परियोजना में एक्सप्रेसवे की मरम् ...और पढ़ें

आदित्य राज, गुरुग्राम। वर्षों बाद दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे की तस्वीर बदलने जा रही है। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 245 करोड़ रुपये का टेंडर बुधवार को जारी कर दिया।
निर्माण कंपनियां 12 जून तक टेंडर में हिस्सा ले सकेंगी। 13 जून को टेंडर ओपन कर दिया जाएगा। अगले 15 दिनों में वर्क अलाट करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। जुलाई से जमीनी स्तर पर काम शुरू हो जाएगा। दो साल के भीतर एक्सप्रेसवे के कायाकल्प का लक्ष्य रखा गया है।
हालत काफी दयनीय
दिल्ली में धौलाकुआं के नजदीक से लेकर गुरुग्राम में खेड़कीदौला टोल प्लाजा तक 28 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है। इसमें 10 किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली में, जबकि 18 किलोमीटर गुरुग्राम इलाके में पड़ता है। दोनों हिस्सा बदहाल है। खासकर गुरुग्राम भाग की हालत काफी दयनीय है। न मुख्य मार्ग ठीक है, रेलिंग दुरुस्त है और न ही स्ट्रीट लाइटें सही से जलती हैं।
हीरो होंडा चौक से लेकर खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक तक दोनों तरफ की सर्विस लेन पूरी तरह खत्म हो चुकी है। पैदल भी नहीं चल सकते। एंट्री व एग्जिट का साइन बोर्ड तक दुरुस्त नहीं है। इसे लेकर दैनिक जागरण ने लगातार खबरें प्रकाशित कीं।
दैनिक जागरण की खबरों का जिला प्रशासन से लेकर एनएचएआई के उच्चाधिकारियों ने संज्ञान लिया। अब धरातल पर असर दिखने लगा है। टेंडर जारी होने के बाद तय हो गया कि अब जल्द ही एक्सप्रेसवे की तस्वीर बदली हुई दिखाई देगी। वर्ष 2008 में इसे चालू किया गया था।
फ्लाईओवर की भी की जाएगी मरम्मत
इसके बाद से कभी भी रखरखाव के ऊपर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। इस वजह से हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती चली गई। हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर के एक साइड में कई बार गड्ढे बन चुके हैं। पिछले कई महीनों से जयपुर-दिल्ली साइड की एक लेन बंद है। फ्लाईओवर की भी मरम्मत की जाएगी। सर्विस लेन को पूरी तरह ठीक किया जाएगा। जहां चौड़ाई बढ़ाने की आवश्यकता होगी, वहां बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। रेलिंग बेहतर की जाएगी।
वहीं, खास तौर पर नरसिंहपुर में जलभराव की जगह आरएमसी (रेडी-मिक्स कंक्रीट) का रोड बनाया जाएगा। जहां पर अधिक जलभराव की समस्या है, वहां सर्विस लेन को ऊपर उठाने का भी प्रयास होगा। स्ट्रीट लाइटों को बदलकर नई लाइटें लगाई जाएंगी।
एक्सप्रेसवे में बने हुए इतने अवैध कट
एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि दो साल के भीतर पूरी तस्वीर बदल जाएगी। किसी भी स्तर पर कमी नहीं दिखाई देगी। बता दें कि एक्सप्रेसवे में इतने अवैध कट बने हुए हैं। इस वजह से कहीं से भी वाहन चढ़ जाते हैं। इससे न केवल ट्रैफिक जाम लगता है, बल्कि हादसे भी होते हैं।
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लोगों का कहना है कि सबसे पहले अवैध कटों को बंद किया जाए, फिर मरम्मत का काम शुरू किया जाए। सेक्टर-40 के राजन वर्मा एवं नरेश कुमार कहते हैं कि सबसे पहले अवैध कटों के साथ-साथ रेलिंग को दुरुस्त किया जाए। इससे हादसे कम हो जाएंगे। रेलिंग दुरुस्त न होने से कहीं से भी कोई एक्सप्रेसवे पर चला जाता है।

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