Gurugram News: मानसून से पहले जल निकासी टेस्टिंग में 18 अंडरपास पास, तीन रहे नाकाम; मॉक ड्रिल पूरी
गुरुग्राम में मानसून से पहले जल निकासी टेस्टिंग में 21 में से 18 अंडरपास पास हुए। NHAI के तीन अंडरपास टेस्टिंग में फेल हो गए। GMDA ने बाढ़ की तैयारी क ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर सिटी के 21 में से 18 अंडरपास मानसून में जलनिकासी के लिए तैयार हैं, लेकिन एनएचएआई के तीन अंडरपास टेस्टिंग में फेल हो गए। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने बाढ़ की तैयारियों के लिए किए जा रहे उपायों के तहत शहर के सभी 21 अंडरपासों की मॉक ड्रिल पूरी कर ली है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और पीडब्ल्यूडी से संबंधित सभी अंडरपासों की ड्रिल अधिकारियों द्वारा की गई है। अभ्यास के दौरानफायर टेंडर से रिसाइकिल किया गया पानी अंडरपास में भूमिगत संप में छोड़ा गया। संप के भर जाने के बाद, अंडरपास में स्थापित पंपों को चालू किया गया और उनकी प्रभावशीलता की जांच की गई। डीजी सेटों की कार्यप्रणाली की भी जांच की गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मानसून में पंपिंग मशीनरी के सुचारू संचालन के लिए पर्याप्त बिजली आपूर्ति हो।
यह पाया गया कि 18 अंडरपास में पंपिंग मशीनरी अपनी पूरी क्षमता से काम कर रही थी और अच्छी स्थिति में थी। ये पंप जमा हुए पानी को बाहर निकालने में कारगर थे और अभ्यास के दौरान जलभराव की किसी भी स्थिति को रोकने में सक्षम थे। इसके अलावा, इन अंडरपास में ड्रेनेज नेटवर्क भी मॉक ड्रिल के दौरान जलभराव की किसी भी स्थिति को रोकने में कारगर था।
उपाय नहीं किए तो डूबेंगे तीन अंडरपास
मॉक ड्रिल के दौरान यह भी पाया गया कि एनएचएआइ के तहत मेदांता, राजीव चौक और सेक्टर 84-36बी अंडरपास में स्थापित पंपिंग मशीनरी पूरी तरह कार्यात्मक नहीं थी। एनएचएआइ से कहा गया है कि वह इस समस्या को जल्द से जल्द ठीक करे ताकि मानसून में यह सुनिश्चित करना कि पंपिंग मशीनरी काम कर रही है।
धनवापुर अंडरपास में पंप ही नहीं लगे
इसके अतिरिक्त, धनवापुर अंडरपास में पंपिंग मशीनरी का कोई प्रविधान नहीं पाया गया और पीडब्ल्यूडी को भारी वर्षा के दौरान अंडरपास को किसी भी जलभराव की स्थिति से मुक्त रखने के लिए पर्याप्त क्षमता के पंप सेट लगाने के लिए सूचित किया गया है। सभी अंडरपास पर की गई मॉक ड्रिल बाढ़ की तैयारी के उपायों का हिस्सा थी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मानसून में नागरिकों को कोई असुविधा न हो और बिना किसी असुविधा के ट्रैफिक चलता रहे।
जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह ने कहा कि ज़्यादातर अंडरपास ज़रूरी मशीनरी और ड्रेनेज इंफ्रास्ट्रक्चर है। जहां जरूरत पाई गई, वहां आवश्यक कार्रवाई और सुधारात्मक उपाय करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं।

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