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    Gurugram News: भूकंप और औद्योगिक दुर्घटनाओं के हालात में बचाव के लिए साइबर सिटी में होगी मॉक ड्रिल

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 04:11 PM (IST)

    गुरुग्राम में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने 29 जुलाई से 1 अगस्त 2025 तक भूकंप और औद्योगिक दुर्घटनाओं पर मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य आपदा प्रबंधन की तैयारियों को मजबूत करना है। इस दौरान विभिन्न विभागों के बीच समन्वय संसाधनों की उपलब्धता और आपातकालीन प्रतिक्रिया योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। दिल्ली में एक संगोष्ठी होगी जिसमें आपदा प्रबंधन योजनाओं की समीक्षा की जाएगी।

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    भूकंप एवं औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव को आयोजित की जाएगी माॅक ड्रिल।

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। जिला आपदा प्रबंधन की तैयारियों को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को लघु सचिवालय के एनआईसी कक्ष में समन्वय बैठक आयोजित की गई।

    जिसकी अध्यक्षता जिला राजस्व अधिकारी विजय यादव ने की। इसमें आपदा प्रबंधन से जुड़ी विभिन्न तैयारियों, संसाधनों की उपलब्धता और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को मजबूत बनाने जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।

    इससे पहले वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य एवं सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रिटा.) सैयद अता हुसैन द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए।

    बैठक में जिला राजस्व अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि 29 जुलाई से एक अगस्त 2025 तक होने वाले ‘अभ्यास सुरक्षा चक्र’ के लिए आपसी तालमेल, संसाधन जुटाने और आपातकालीन प्रतिक्रिया योजनाओं को मजबूत करें।

    यह अभ्यास हमारी वास्तविक तैयारी की परीक्षा है और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को मजबूत करने का अवसर भी। 29 जुलाई को दिल्ली में संगोष्ठी सत्र आयोजित होगा, जिसमें आपदा प्रबंधन से जुड़ी विभागीय योजनाओं की समीक्षा की जाएगी।

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    30 जुलाई को टेबल-टाप एक्सरसाइज होगी, जिसमें भूकंप और रासायनिक दुर्घटना जैसी स्थितियों पर प्रतिक्रिया अभ्यास होगा। 31 जुलाई को सिमुलेशन साइटों की तैयारी, रेडियो और सैटेलाइट संचार की जांच की जाएगी। एक अगस्त को माॅक एक्सरसाइज आयोजित होगी।

    अभ्यास में भूकंप (काल्पनिक 6.5 तीव्रता का झटका) और औद्योगिक/रासायनिक दुर्घटना के परिदृश्यों को शामिल किया जाएगा। इसका उद्देश्य आपदा के समय त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया क्षमता की जांच करना है।

    दिल्ली और एनसीआर उच्च भूकंपीय जोखिम क्षेत्र में आते हैं, इसलिए यह ड्रिल केवल पूर्वाभ्यास नहीं बल्कि वास्तविक तैयारियों की खामियों को पहचानने का एक अवसर है। गुरुग्राम में पांच प्रमुख साइट्स जिनमें स्कूल, सरकारी कार्यालय, रिहायशी क्षेत्र, अस्पताल और उद्योग शामिल हैं।

    एक अगस्त को सामुदायिक प्रतिक्रिया का लाइव स्ट्रीमिंग और विशेषज्ञ बलों (एनडीआरएफ /एसडीआरएफ ) की कार्रवाई प्रसारित की जाएगी। प्रत्येक जिला तीन से चार मिनट की लाइव प्रस्तुति देगा। हेलीकाप्टर ऑपरेशंस और राहत कैंप भी लाइव दिखाए जाएंगे।

    बैठक में डिप्टी कंट्रोलर सृष्टि (सिविल डिफेंस), सिविल डिफेंस वार्डन मोहित शर्मा,, डिप्टी सीएमओ शालिनी, जिला आपदा प्रबंधन से प्रोजेक्ट आफिसर पूनम एवं रेड क्रास से रोहितास शर्मा आदि मौजूद रहे।

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