डेढ़ घंटे का सफर 20 मिनट में होगा पूरा, एम्स से महिपालपुर वाया गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक बनेगा हाईवे
दिल्ली और गुरुग्राम के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एम्स से महिपालपुर होते हुए गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक हाईवे का निर्माण होगा। लगभग 35 किलोमीटर लंबे इस छह लेन हाईवे की डीपीआर अगस्त में तैयार होगी। यह तय किया जाएगा कि हाईवे का कौन सा भाग एलिवेटेड और कौन सा भूमिगत होगा। इससे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक कम होगा।

आदित्य राज, गुरुग्राम। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और साइबर सिटी के बीच कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए जल्द ही एम्स से महिपालपुर वाया गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक हाईवे का निर्माण शुरू होगा। इसके लिए डीपीआर अगले महीने तैयार की जाएगी। डीपीआर से तय होगा कि कहां तक हाईवे को एलिवेटेड व कहां पर भूमिगत किया जाएगा।
इस हाईवे के बनने से डेढ़ घंटे का सफर 20 से 25 मिनट में तय किया जा सकेगा। यह लगभग 35 किलोमीटर लंबा छह लेन का हाईवे होगा। केंद्र सरकार दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर से ट्रैफिक का दबाव को खत्म करना चाहती है। सरकार चाहती है कि बड़े आयोजन दिल्ली के साथ-साथ गुरुग्राम में भी आयोजित हो। इसमें एक्सप्रेसवे के ऊपर ट्रैफिक का दबाव सबसे बड़ी बाधा है।
डीपीआर से तय हो जाएगा कहां तक एलिवेटेड व कहां भूमिगत
आयोजन करने के लिए ट्रैफिक को काफी मैनेज करना पड़ता है। इसे ध्यान में रखकर द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया है। दिल्ली मेट्रो का विस्तार गुरुग्राम में किया जाना है। इसी दिशा में अब एम्स से महिपालपुर व महिपालपुर से गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक हाईवे बनाने का निर्णय लिया गया है।
केवल यह तय होना है कि एलिवेटेड बनाना कहां तक संभव है और भूमिगत कहां तक बनाया जा सकता है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय का मानना है कि इस हाईवे के बनने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ही नहीं बल्कि एम्स से लेकर धौलाकुआं तक की मुख्य सड़क के साथ ही आसपास की सड़कों पर से भी ट्रैफिक का दबाव काफी कम हो जाएगा।
एनएचएआई सूत्रों का कहना है कि डीपीआर के लिए जारी टेंडर ओपन कर दिया गया है। 15 दिनों के भीतर वर्क आर्डर जारी कर दिया जाएगा। डीपीआर तैयार होते ही निर्माण को लेकर टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अक्टूबर से नवंबर के बीच जमीनी स्तर पर काम शुरू हो, इस दिशा में प्रयास किया जा रहा है।
गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड से जुड़ा है एसपीआर
गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड गांव घाटा के नजदीक सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर) से जुड़ा है। एसपीआर खेड़कीदौला के नजदीक द्वारका एक्सप्रेसवे एवं दिल्ली-जयपुर हाईवे से जुड़ा है। यही नहीं एसपीआर गुरुग्राम-सोहना हाईवे को वाटिका चौक के लिए क्रास करता है। गुरुग्राम-सोहना हाईवे गांव अलीपुर के नजदीक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ा है।
इस तरह नए हाईवे के निर्माण से फरीदाबाद एवं दिल्ली की तरफ से आने वाले किसी भी इलाके में आसानी से निकल सकेंगे। जानकारों का कहना है कि केंद्र सरकार की प्लानिंग बहुत बेहतर है। इस हाईवे के निर्माण से एनसीआर में रहने वाले लोगों का जीवन और आसान हो जाएगा।
सेक्टर-40 निवासी इंजीनियर रणविजय वर्मा कहते हैं कि नया प्रस्तावित हाईवे सिरहौल बार्डर से लेकर महिपालपुर तक ट्रैफिक का दबाव खत्म करने में मील का पत्थर साबित होगा। वैसे सिरहौल बार्डर से लेकर महिपालपुर तक ट्रैफिक का दबाव पूरी तरह खत्म करने के लिए धौलाकुआं से लेकर खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक तक दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे को एलिवेटेड करना ही होगा।
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