गुरुग्राम में अवैध विज्ञापन बैनरों के खिलाफ नगर निगम सख्त, आरडब्ल्यूए पर कार्रवाई की चेतावनी
गुरुग्राम नगर निगम अब सेक्टरों के गेटों पर लगे अवैध विज्ञापनों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। सर्वे में पाया गया कि अधिकांश विज्ञापन बिना अनुमति के हैं जिससे निगम को राजस्व का नुकसान हो रहा है। निगम जल्द ही इन्हें हटाने के लिए अभियान चलाएगा और उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। निवासियों से सहयोग की अपील की गई है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। नगर निगम गुरुग्राम अब शहर के सेक्टरों के गेटों पर लगे अवैध विज्ञापनों के विरुद्ध सख्ती बरतने जा रहा है। निगम की ओर से किए गए सर्वे में पता चला है कि अधिकांश सेक्टरों के गेटों पर विज्ञापन बोर्ड और बैनर बिना अनुमति के लगाए गए हैं। इससे निगम को प्रतिवर्ष लाखों रुपये का राजस्व नुकसान हो रहा है। निगम अब ऐसे अवैध विज्ञापनों को हटाने के लिए अभियान चलाने की तैयारी में है।
अवैध विज्ञापनों की भरमार
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि सेक्टर एक से लेकर 58 तक एचएसवीपी द्वारा बसाए गए खुले सेक्टर हैं। इनमें से ज्यादातर सेक्टरों के मुख्य गेटों पर निजी कंपनियों, दुकानदारों और संस्थानों के विज्ञापन बोर्ड चिपके हुए हैं। वहीं सेक्टर 59 से 115 तक लाइसेंसी बिल्डरों की सोसायटियां और कालोनियां बसी हुई हैं, जहां अपेक्षाकृत कम अवैध विज्ञापन दिखते हैं। सर्वे में यह साफ हुआ है कि खुले सेक्टरों में अवैध विज्ञापनों की भरमार है।
आरडब्ल्यूए पर वसूली के आरोप
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई सेक्टरों में आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) ने गेटों पर विज्ञापन लगाने की एवज में वसूली का खेल चला रखा है। एक सेक्टर में कहीं पर तीन तो कहीं चार से पांच गेट हैं और लगभग हर गेट पर बड़े-बड़े होर्डिंग व बैनर लगे हुए देखे जा सकते हैं। बताया जाता है कि इन विज्ञापनों के बदले कुछ आरडब्ल्यूए विज्ञापनदाताओं से सीधे राशि ले रहे हैं। इस अनधिकृत वसूली से जहां निगम का राजस्व प्रभावित हो रहा है, वहीं शहर की सुंदरता भी बिगड़ रही है।
सभी जोन की सूची हो रही तैयार
निगम ने पहले ही सभी जोन अधिकारियों को सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जिन गेटों पर अवैध विज्ञापन लगे हुए हैं, वहां निगम की टीम जल्द कार्रवाई करेंगी। निगम अधिकारियों के अनुसार विज्ञापन लगाने के लिए निगम से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। इसके बावजूद बिना अनुमति लगाए गए विज्ञापन सीधे तौर पर नियमों का उल्लंघन हैं।
जुर्माना लगाया जाएगा
निगम की योजना है कि पहले चेतावनी के बाद अवैध विज्ञापनों को हटाया जाएगा। इसके बाद भी नियमों की अनदेखी करने पर संबंधित आरडब्ल्यूए और विज्ञापनदाताओं पर जुर्माना लगाया जाएगा। निगम अधिकारियों ने निवासियों से भी अपील की है कि वे इस तरह के अवैध कार्यों का हिस्सा न बनें और शहर को साफ-सुथरा रखने में सहयोग करें।
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