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    गुरुग्राम में मेट्रो का विस्तार शुरू करने से पहले बनेगा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान, जानें इससे क्या होगा फायदा

    गुड़गांव मेट्रो के विस्तार से पहले ट्रैफिक डायवर्जन प्लान बनाया जाएगा। जीएमआरएल जीएमडीए और ट्रैफिक पुलिस मिलकर प्लान तैयार करेंगे। मंत्री राव नरबीर सिंह ने एक महीने में अलाइनमेंट फ्रीज करने के निर्देश दिए हैं। मेट्रो के साथ समानांतर फ्लाईओवर या अंडरपास का निर्माण होगा। मानसून के समय ड्रेनेज सिस्टम को ध्यान में रखा जाएगा। मानसून के समय इस लेग पर पानी का अत्यधिक लोड होता है।

    By Aditya Raj Edited By: Sonu Suman Updated: Sun, 19 Jan 2025 05:56 PM (IST)
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    गुरुग्राम में मेट्रो के विस्तार के लिए बनेगा डायवर्जन प्लान।

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। पुराने गुरुग्राम में मेट्रो के विस्तार को लेकर जमीनी स्तर पर कार्य शुरू करने से पहले ट्रैफिक डायवर्जन प्लान बनाया जाएगा ताकि यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो। प्लान गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल), गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) एवं गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस द्वारा आपसी तालमेल से तैयार किया जाएगा ताकि किसी भी स्तर पर कमी न रहे।

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    यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह को मेट्रो के विस्तारीकरण के लिए प्रस्तावित रूट का दौरा करने के दौरान दी। मंत्री ने विस्तारीकरण का कार्य जल्द शुरू करने हेतु प्रस्तावित रूट पर अलाइनमेंट फ्रिज करने के लिए एक महीने की समय सीमा निर्धारित कर दी।

    मंत्री ने किया रूट का दौरा

    पिछले कई सालों से पुराने गुरुग्राम में मेट्रो विस्तार को लेकर चर्चा चल रही है। प्रदेश सरकार चाहती है कि चर्चा को विराम देकर जल्द से जल्द जमीनी स्तर पर काम शुरू किया जाए। काम शुरू करने से पहले सबसे बड़ी समस्या यातायात व्यवस्था को लेकर आ रही है। जिन इलाकों में रूट प्रस्तावित है, उनमें ट्रैफिक का दबाव काफी अधिक है। ऐसे में जमीनी स्तर पर काम शुरू करने से पहले ट्रैफिक डायवर्जन प्लान तैयार करना आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखकर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने रूट का दौरा किया।

    मेट्रो के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश

    उन्होंने जीएमआरएल एवं जीएमडीए के अधिकारियों से कहा कि मेट्रो के कार्य को तेज गति से आगे बढ़ाया जाए। पूरी परियोजना में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि प्रस्तावित रूट में मौजूदा सर्विसेज जैसे ड्रेनेज सिस्टम, बिजली, पीने का पानी, सीवरेज सहित अन्य महत्वपूर्ण सुविधाओं को कम से कम डिस्टर्ब किया जाए।

    मेट्रो के साथ समानांतर काम करने के प्लान

    यदि ये सुविधाएं प्रभावित होती हैं तो इनके निवारण संबंधित कार्य मेट्रो निर्माण कार्य से पहले पूरे किए जाएं। जो ट्रैफिक डायवर्जन प्लान बने उसमें जाम की स्थिति न बने। जीएमडीए को फ्लाईओवर अथवा अंडरपास को लेकर जो भी निर्माण कार्य करना है, वह भी मेट्रो निर्माण कार्य के समानांतर चले।

    उन्होंने प्रस्तावित रूट पर अलाइनमेंट का कार्य एक महीने में फ्रिज करने का निर्देश देते हुए कहा कि पूरे कार्य में यह विशेष ध्यान रखें कि ड्रेनेज सिस्टम किसी भी प्रकार से प्रभावित न हो। मंत्री ने रेजांगला चौक से पुराने दिल्ली रोड तक ड्रेनेज की लेग वन का भी निरीक्षण किया।

    मानसून के समय इस लेग पर पानी का अत्यधिक लोड

    इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मानसून के समय इस लेग पर पानी का अत्यधिक लोड होता है। ऐसे में इस मार्ग पर मेट्रो का कार्य शुरू करने से पहले सड़क के चौड़ीकरण व लेग वन में क्या आवश्यक बदलाव करने हैं वो निर्धारित समय सीमा में हो। मंत्री के दौरे के दौरान जीएमडीए के मुख्य अभियंता राजेश बंसल, कार्यकारी अभियंता विकास मलिक के साथ ही जीएमआरएल के अधिकारी मौजूद रहे।

    एक मई से शुरू होना है जमीनी स्तर पर कार्य

    मेट्रो के विस्तारीकरण को लेकर जमीनी स्तर पर कार्य आगामी एक मई से शुरू होना है। 28.50 किलोमीटर लंबे नए रूट पर कुल 27 स्टेशन होंगे। एक डिपो भी निर्मित किया जाएगा। आठ माडल स्टेशन होंगे। परियोजना पर केंद्र सरकार द्वारा 896.19 करोड़ रुपये तथा हरियाणा सरकार की ओर से 4556.53 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

    पहले तीन फिर बाद में छह कोच बढ़ाए जाएंगे

    यह मेट्रो सीबीटीसी अर्थात कम्यूनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नल पर आधारित होगी। अधिकतम स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। शुरूआत में तीन कोच लगाए जाएंगे। बाद में इसे छह कोच तक बढ़ाया जाएगा। मेट्रो विस्तारीकरण परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए एक कार्यकारी समिति व एक समन्वय समिति का भी गठन किया गया है, जो इस परियोजना को जल्द से जल्द पूर्ण करने के लिए दिन-प्रतिदिन आने वाले विभिन्न समन्वय मुद्दों का निष्पादन करेगी।

    इन इलाकों में होगा मेट्रो का विस्तार

    मिलेनियम सिटी सेंटर गुरुग्राम मेट्राे स्टेशन से आगे सेक्टर-45, साइबर पार्क, सेक्टर-47, सुभाष चौक, सेक्टर-48, सेक्टर-72ए, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार फेज-छह, सेक्टर-10, सेक्टर-37, बसई गांव, सेक्टर-9, सेक्टर-सात, सेक्टर-चार, सेक्टर-पांच, अशोक विहार, सेक्टर-तीन, बजघेड़ा रोड, पालम विहार एक्सटेंशन, पालम विहार, सेक्टर-23ए, सेक्टर-22, उद्योग विहार फेज-चार, उद्योग विहार फेज-पांच एवं साइबर सिटी में स्टेशन होगा। आगे रेजांग-ला चौक से दिल्ली में द्वारका तक भी मेट्रो का विस्तार होना है।

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