12वीं पास फर्जी IAS के कारनामों से पुलिस भी हैरान, 'भारत सरकार' लिखी गाड़ी से झाड़ता था रौब; ऐसे खुला राज
गुरुग्राम में पालम विहार में एक व्यक्ति फर्जी IAS बनकर लोगों पर रौब झाड़ता था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नौकरी लगवाने और ट्रांसफर करवाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठता था। उसके पास से आइडी कार्ड नकदी और भारत सरकार लिखी कार बरामद हुई है। पूछताछ में पता चला कि वह 12वीं पास है और पहले भी ठगी के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गुरुग्राम के पालम विहार इलाके में रहने वाला एक व्यक्ति खुद को आइएएस बताकर लोगों पर रौब झाड़ता था। नौकरी लगवाने और कर्मचारियों का ट्रांसफर करवाने के नाम पर भी उसने लोगों से धोखाधड़ी की। मुखबिर से सूचना मिलने पर पालम विहार थाना पुलिस ने सेक्टर 22ए स्थित घर पर छापेमारी कर आरोपित फर्जी आइएएस को शनिवार को धर दबोचा।
पूछताछ में पता चला कि वह 12वीं पास है। उसके पास से आईडी कार्ड, ढाई लाख की नकदी और भारत सरकार लिखी कार बरामद की गई। फिलहाल उसे कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। इस दौरान उससे गहनता से मामलों के बारे में पूछताछ की जाएगी।
पालम विहार पुलिस टीम को शनिवार को सूचना मिली थी कि सेक्टर 22ए में रहने वाला व्यक्ति खुद को आइएएस बताता है। लेकिन उसकी हरकतें संदिग्ध हैं। पुलिस टीम ने सेक्टर 22ए स्थित मकान नंबर 11 में छापेमारी की। उस समय यहां मकान के द्वितीय तल के बरामदे में एक व्यक्ति खड़ा था, जो पुलिस टीम को देखकर छत की तरफ भागने लगा, तभी पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया। आरोपित की पहचान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के रघुईपुर गांव के जयप्रकाश पाठक के रूप में की गई।
जांच के दौरान कमरे से दो आइडी, एक आईडी कार्ड डोरी बरामद की गई। आइडी कार्ड पर गृह मंत्रालय लिखा था। एक लिफाफा मिला, यह अतिरिक्त निरीक्षक के स्थानांतरण से संबंधित था। यहां से एक फर्जी आर्म्स लाइसेंस, छह मोबाइल फोन, एक लैपटाप, एक वाकी टाकी सेट, एक आयुष्मान कार्ड, तीन आधार कार्ड, एक एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, दो मोहर, एक लाल व नीली बत्ती, ढाई लाख रुपये की नकदी और घर के बाहर खड़ी एक कार बरामद की गई। कार पर आगे और पीछे भारत सरकार लिखा हुआ पाया गया।
आरोपित से पूछताछ के बाद उसके खिलाफ फर्जी अधिकारी बनकर व फर्जी सरकारी गाड़ी, फर्जी आर्म्स लाइसेंस रखने व लोगों से पैसे ऐंठने को लेकर संबंधित धाराओं में पालम विहार थाने में केस दर्ज किया गया। इसे कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।
पूछताछ में इसे बताया कि यह खुद को गृह मंत्रालय में आइएएस बताकर लोगों को नौकरी लगवाने, कर्मचारियों का ट्रांसफर करवाने व आइएएस पद का रौब दिखाते हुए लोगों से पैसे ऐंठता था। इससे वह खुद के व परिवार के शौक पूरे करता था। जांच में यह भी पता चला कि आरोपित पर फर्जी अधिकारी व किसी बड़े अधिकारी का खास बनकर ठगी करने के संबंध में एक केस उत्तर-प्रदेश में भी दर्ज है।
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